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शिवराज की जिद्द मेधा का उपवास 11 वें दिन भी जारी, गिर रहा स्वास्थ्य

Rishi
Published on: 6 Aug 2017 4:40 PM IST
शिवराज की जिद्द मेधा का उपवास 11 वें दिन भी जारी, गिर रहा स्वास्थ्य
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धार : सरदार सरोवर बांध से डूब में आने वालों के हक के लिए बीते तीन दशकों से लड़ाई लड़ रहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर और 11 अन्य का बेमियादी उपवास रविवार को 11वें दिन भी जारी है। उपवास करने वालों के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही है।

सरकार ने मेधा से चर्चा के लिए शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था, मगर बात नहीं बनी। पूर्ण पुनर्वास के बाद ही विस्थापन की मांग को लेकर मेधा अन्य 11 लोगों के साथ 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन उपवास पर हैं। वह धार के चिखिल्दा में उपवास पर बैठी हुई हैं।

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मेधा को लगातार तमाम राजनीतिक, सामाजिक और साहित्यिक संगठनों का समर्थन हासिल हो रहा है। देशभर से उनसे उपवास खत्म करने की अपील की जा रही है।

जनता दल (युनाइटेड) के शरद यादव, पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम के अलावा कई अन्य सांसद पत्र लिखकर या मौखिक तौर पर उनसे उपवास खत्म करने का आग्रह कर चुके हैं।

राज्य सरकार ने शनिवार को पहली बार उनके साथ संवाद स्थापित करने की कोशिश की, लेकिन मेधा ने सरदार सरोवर के गेट खुलवाने की मांग की तो सरकारी अमले के हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने अपनी बेबसी बताई कि यह उनके लिए संभव नहीं है, मुख्यमंत्री तक उनकी बात जरूर पहुंचा दी जाएगी। आखिरकार पांच घंटे चली चर्चा विफल रही। मेधा सीधे मुख्यमंत्री से संवाद करना चाहती हैं।

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इस बीच, मेधा की सेहत बिगड़ती जा रही है। वह 11 दिन से सिर्फ पानी ले रही हैं। उन्हें मिलने वाले समर्थन का दायरा बढ़ता जा रहा है। इन स्थितियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी चिंता में डाल दिया है। लोग सवाल कर रहे हैं कि चौहान आंदोलनरत मेधा से बात करने को तैयार क्यों नहीं हैं।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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