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सुप्रीम कोर्ट ने IIT JEE की काउंसलिंग प्रक्रिया पर लगी रोक हटाई, ये हैं वजह

सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी-जेईई की काउंसलिंग प्रक्रिया पर लगी रोक हटा दी है। इससे पहले कोर्ट ने अगले आदेश तक देश भर में ज्वॉइंट एंट्रेंस टेस्ट के बाद एडमिशन के लिए चल रही कॉउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।

priyankajoshi
Published on: 10 July 2017 1:41 PM IST
सुप्रीम कोर्ट ने IIT JEE की काउंसलिंग प्रक्रिया पर लगी रोक हटाई, ये हैं वजह
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नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी-जेईई की काउंसलिंग प्रक्रिया पर लगी रोक हटा दी है। इससे पहले कोर्ट ने अगले आदेश तक देश भर में ज्वॉइंट एंट्रेंस टेस्ट के बाद एडमिशन के लिए चल रही कॉउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।

सभी पक्षों को सुनने, देखने और समझने के बाद सुप्रीम कोर्ट अर्जी खारिज करते हुए एडमिशन को हरी झंडी दे दी है।कोर्ट का फैसला आने के बाद अब एडमिशन का रास्ता साफ हो गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने मांगी थी डिटेल

इससे पहले जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस एएम खानविलकर की बेंच ने सभी हाईकोर्ट को भी निर्देश दिया था कि वो इससे संबंधित किसी याचिका पर सुनवाई नहीं करेंगे। आईआईटी-जेईई 2017 रैंक लिस्ट और अतिरिक्त मार्क्स देने के फैसले को देश के अलग-अलग हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं की डिटेल भी सुप्रीम कोर्ट ने मांगी थी।

आगे की स्लाइड्स में जानें किस कारण हटाई रोक...

इस वजह से रोक हटाई

बोनस नंबर की वजह से आईआईटी में दाखिले पर लगी रोक को सुप्रीम कोर्ट ने हटा लिया है। इस बार परीक्षा आईआईटी मद्रास ने आयोजित कराई थी। लेकिन इस परीक्षा में दो सवाल गलत थे, जिस कारण सभी परीक्षार्थियों को कुल 18 बोनस मार्क्स दिए गए।

7 जुलाई को रोका एडमिशन प्रॉसेस

मामला सुप्रीम कोर्ट में 7 जुलाई को जाने के बाद IITs और NITs के एडमिशन प्रॉसेस को रोक दिया गया था। दरअसल, एक छात्रा ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर कहा था कि बोनस अंक उन्हें ही दिए जाएं, जिन्होंने सवाल सॉल्व करने की कोशिश की। लेकिन सवाल हल करने की कोशिश न करने वालों को भी नंबर दे दिए गए। इस कारण मेरिट लिस्ट गड़बड़ हो गई। अर्जी में मांग की गई थी कि इस गलती को सुधारने के बाद फिर से मेरिट लिस्ट बनाई जाए। अगर ऐसा नहीं हो सकता है तो फिर से परीक्षा करवाई जाए।

सभी को मिले बोनस अंक

ग्रेस मार्क्स देने के पीछे आईआईटी-JEE की ओर से दलील दी गई थी कि परीक्षा में निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था है।इसलिए मुमकिन है कि कई छात्रों ने जवाब गलत होने के डर से अस्पष्ट छोड़ दिया हो। किसने किस वजह से सवाल छोड़ा होगा, ये पता लगाना मुश्किल है। इसलिए सभी को बोनस मार्क्स दिए गए हैं।

बता दें, ज्वॉइंट इंटरेंस एग्जाम (JEE) से आईआईटी में एडमिशन मिलता है। इस बार ये परीक्षा आईआईटी मद्रास ने आयोजित कराई थी। लेकिन इस परीक्षा में दो सवाल गलत थे, जिसके कारण सभी कैंडिडेट्स को कुल 18 बोनस मार्क्स दिए गए।



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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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