TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

शिवसेना का शाप : भाजपा को 2019 में 'नोटबंदी जैसा झटका' लगेगा

Rishi
Published on: 2 Aug 2018 5:31 PM IST
शिवसेना का शाप : भाजपा को 2019 में नोटबंदी जैसा झटका लगेगा
X

मुंबई : शिवसेना ने गुरुवार को भविष्यवाणी की कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 2019 लोकसभा चुनाव में 'नोटबंदी जैसा झटका' लगेगा। पार्टी ने कहा कि 'लगभग सभी राज्यों में चुनावी हवा विपक्षी गठबंधन के पक्ष में बह रही है और पिछले डेढ़ साल से लोगों ने अपना मन बना लिया है कि वे भाजपा को एक तगड़ा झटका देंगे।'

शिवसेना ने कहा, "कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश में गठबंधन से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर एक बड़ी बाधा आ गई है। ऐसी ही खबरें बिहार से भी हैं जहां कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल अन्य दलों के साथ मिलकर गठबंधन बना रहे हैं। केंद्र में सत्ता परिवर्तन के मजबूत संकेत दिखाई दे रहे हैं।"

ये भी देखें : शिवसेना ने कहा, बीजेपी संग रास्ते अब अलग नहीं होंगे, 2019 में साथ

पार्टी ने कहा कि राजनीतिक पंडित पहले से ही अनुमान जता रहे हैं कि अगले संसदीय चुनाव में उत्तर प्रदेश का गणित 2014 के मुकाबले पलट सकता है। 2014 में भाजपा ने 80 लोकसभा सीटों में से 71 पर कब्जा जमाया था।

शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'दोपहर का सामना' के संपादकीय में कहा, "अब से 'जुमलों' का गुलदस्ता मुरझा जाएगा। अंतिम रास्ता जाति विभाजन और ध्रुवीकरण करने का होगा।"

संपादकीय में कहा गया है कि 'प्रत्येक राज्य में भाजपा से मोहभंग होना इसका सबूत है और जहां लोग पिछले वादों को लेकर जवाब मांग रहे हों तो उसका सही विकल्प उन्हें जाति की राजनीति में उलझाने का होता है।'

पार्टी ने कहा कि सत्ताधारियों ने इसे भांप लिया है और इसी पर उन्होंने अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है।

शिवसेना ने कहा कि सामान्य परिस्थितियों में इस तरह की जल्दबाजी कभी नहीं देखी गई, जब सरकार और उसके प्रमुख चुनाव से लगभग एक साल पहले पूरे लाव लश्कर के साथ मैदान में उतर आए हों।

शिवसेना ने चेतावनी दी, "अब जनता को लगने लगा है कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को नैतिक आधार पर चुनाव अभियान क्षेत्र से दूर रहना चाहिए। लोगों ने आपको काम करने के लिए चुना है न कि पार्टी के कर्तव्यों को पूरा करने के लिए। जिन लोगों ने धोखा महसूस किया है, उन्हें बहुत अच्छे से पता है कि नोटबंदी के बम के समान सबक कैसे सिखाया जाए।"

ये भी देखें :उस दौर की कहानी जब मुंबई में शिवसैनिक होने का मतलब बाप होना होता था

संपादकीय में कहा गया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और राजस्थान सहित देश के सभी हिस्सों में अशांति बढ़ रही है।



\
Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story