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पिता बन शहीद की बेटी की शादी में शामिल हुए शिवराज, निभाई रस्में

Rishi
Published on: 10 Dec 2016 6:49 AM IST
पिता बन शहीद की बेटी की शादी में शामिल हुए शिवराज, निभाई रस्में
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भोपाल : एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जो कर दिखाया वो जल्द किसी नेता में नजर नहीं आता। 31 अक्टूबर को जेल ब्रेक के दौरान शहीद हुए भोपाल जेल के प्रहरी स्वर्गीय रमाशंकर यादव की इकलौती बेटी सोनिया की शादी शुक्रवार को हुई। यह बात सीएम को पता थी। उन्हें यह भी पता था कि बेटी की शादी में पिता का न होना एक बेटी के लिए कितना दर्द भरा होता। फिर क्या था मुख्यमंत्री ने एक बाप बन वो किया जो यादव स्वयं करते। सीएम मैरिज लॉन पहुंचे और सारी जिम्मेदारी अपने हाथ में ले ली।

लॉन में उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया जहाँ कमी लगी वहां उसे ठीक कराया और फूल माला लेकर बारातियों के स्वागत के लिए गेट पर खड़े हो गए, यादव के परिजन और रिश्तेदारों की आखें ये देख नम हो गयी।

जब बारात गेट पर पहुचीं तो शिवराज ने बारातियों का स्वागत किया। दूल्हे को घोड़ी से उतारा, द्वार पूजा करवाई और स्टेज तक ले गए। जब तक वरमाला नहीं हुई सीएम स्टेज पर ही मौजूद रहे। दुल्हन सोनिया को सीएम ने गिफ्ट में जीएडी में सहायक ग्रेड-3 का नियुक्ति पत्र भेंट किया। इसके बाद उन्हें बारातियों से खाने के लिए आग्रह करते देखा गया वो कमियों के लिए माफ़ी भी मांग रहे थे।

सीएम ने एक महिला अधिकारी को सोनिया के मेकअप की जिम्मेदारी दे दी थी। कई सरकारी गाड़ियाँ रिश्तेदारों को घर से लॉन तक लाने ले जाने के लिए लगी थीं।

शिवराज ने सभी काम अपनी निगरानी में करवाए, जिसने भी उन्हें ऐसा करते देखा वो हैरान था कि एक पिता की तरह उन्हें भी उतनी ही चिंता थी की कहीं कोई कमी न रह जाए।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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