×

SC के झटके के बाद सरेंडर करने बेंगलुरु जेल पहुंची शाशिकला, भतीजे को सौंपी कमान

aman
By aman
Published on: 15 Feb 2017 7:13 AM GMT
SC के झटके के बाद सरेंडर करने बेंगलुरु जेल पहुंची शाशिकला, भतीजे को सौंपी कमान
X
... तो इसलिए जेल से बाहर आईं शशिकला, 5 दिन की मिली पैरोल

नई दिल्ली: तमिलनाडु में सीएम पद का सपना देख रहीं शशिकला अब सलाखों के पीछे पहुंचने वाली हैं। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) महासचिव शशिकला को सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल की सजा सुनाई है।

शाशिकल सरेंडर करने के लिए बेंगलुरु जेल पहुंच चुकी हैं। रवाना होने से पहले वो जयललिता की समाधि गई थीं। 'अम्मा' को श्रद्धांजलि देते हुए समाधि पर फूल चढ़ाए और माथा भी टेका था।

ये भी पढ़ें ...SC का फैसला: 10 साल तक शशिकला नहीं बनेंगी सीएम, 4 साल के लिए हुई जेल

सुप्रीम कोर्ट ने समय देने से किया इंकार

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को तुरंत सरेंडर करने को कहा है। कोर्ट ने शशिकला की तरफ से दी गई उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें सरेंडर करने के लिए समय मांगा गया था। कोर्ट की तरफ से कहा गया है कि शशिकला को सरेंडर करने के लिए और वक्त नहीं दिया जा सकता।

ये भी पढ़ें ...शशिकला को एक और झटका, SC के कॉज लिस्ट में नहीं आय से अधिक संपत्ति का मामला

भतीजे को दी कमान

शाशिकल ने जेल जाने पहले एक और नया दांव खेला। उन्होंने अपने भतीजे दिनाकरन को एआईएडीएमके का उप महासचिव बनाया है। वो उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी की कमान संभालेंगे। शशिकला अपने किसी विश्वस्त के हाथों ही ये कमान देना चाहती थीं।

ये भी पढ़ें ...राजनीतिक उठापटक के बीच शशिकला ने गवर्नर को लिखा लेटर, कहा- कार्यवाही जल्द करें

तमिलनाडु में सियासी ड्रामा तेज

गौरतलब है कि मंगलवार (14 करोड़) को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद तमिलनाडु में काफी दिनों से चल रहा सियासी ड्रामा और तेज हो गया। शशिकला के समर्थक विधायकों के साथ जिस गोल्डन बे रिजॉर्ट में रुकी थी वहां की बिजली काट दी गई। इसका कारण ये बताया गया कि विधायक रिजॉर्ट छोड़कर जाने को तैयार ही नहीं थे जिसके चलते बिजली काटनी पड़ी।

aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story