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उरी में 17 जवान शहीद, DGMO बोले- जैश-ए-मोहम्मद के थे मारे गए चारों आतंकी
फोटो सौजन्य: ANI
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के हेडक्वॉर्टर पर आतंकियों ने करीब सुबह 5:30 बजे आत्मघाती हमला किया। सेना और आतंकियों के बीच कई घंटों तक फायरिंग हुई। इस हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए और 4 आतंकवादी मारे गए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने उरी बेस के अंदर तार काटकर घुसे। DGMO लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने मीडिया को बताया, ''उरी हमले में मारे गए चारों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे। आतंकी भारी मात्रा में गोला-बारूद साथ लेकर आए थे। उनके पास से चार एके-47, ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर बरामद किए गए हैं। बरामद की गईं सारी चीजें पाकिस्तान की हैं। आतंकियों ने आग फैलाने वाले हथियार इस्तेमाल किए। टेंट में आग लगने की वजह से आर्मी के 13 जवान शहीद हो गए। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। पाक DGMO से बात कर मैंने इस हमले पर नाराजगी जाहिर की है।''
गृहमंत्री ने बुलाई मीटिंग
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले के बाद अपने आवास पर हाई लेवल की मीटिंग बुलाई है। वहीं, पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर और सेना प्रमुख को तुरंत श्रीनगर जाने के लिए कहा है। सूत्रों के मुताबिक, यह चारों आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे। उधर, रक्षा मंत्रालय ने सभी एयरबेस और एयरपोर्ट्स पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इससे पहले आतंकवादी हमले की खबर मिलते ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रूस और अमेरिका का दौरा भी रद्द कर दिया था।
गृहमंत्री राजनाथ ने किए ये ट्वीट
करीब 200 आतंकवादी घुसने की फिराक में
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के ताजा खुलासे के अनुसार करीब 200 आतंकवादी सीमा पार से कश्मीर में घुसने की फिराक में हैं, जबकि कुछ तो घाटी में आ भी गए हैं। सीमा सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने इसका खुलासा रविवार को किया। बीएसएफ इस बात से इंकार नहीं करती कि इस साल घाटी में आतंकवादी आए हैं और सीमा पार पाकिस्तान में करीब 200 आतंकवादी घाटी में घुसने की फिराक में हैं।
पाकिस्तान जिम्मेदार
बीएसएफ के इंसपेक्टर जनरल विकास चन्द्र ने रविवार की सुबह सेना के बेस कैंप पर आतंकवादियों के हमले के बाद कहा कि पाकिस्तान से बड़ी संख्या में आतंकवादी कश्मीर में घुसना चाहते हैं। इनकी संख्या करीब 200 है। उन्होंने सीमा पार से आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद के लिए पूरी तरह से पाकिस्तान जिम्मेदार है और वहां पल रहे आतंकवादी संगठनों को उसका पूरा समर्थन है।
पहले भी हो चुके हैं हमले
इससे पहले 11 सितंबर को भी आतंकियों ने एलओसी के काफी करीब हंदवाड़ा के नौगाम सेक्टर समेत तीन जगहों पर आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन सेना की सतर्कता के चलते वो कामयाब नहीं हो सके। नौगाम में सेना के जवानों ने तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया। इसके अलावा उत्तरी कश्मीर के तंगधार और गुरेज सेक्टर में भी आतंकियों ने घुसने की कोशिश की थी।
पुंछ में भी हुआ था सेना पर हमला
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भी 11 सितंबर की सुबह सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें एक जवान शहीद हो गया था। वहीं, एक सब इंस्पेक्टर जख्मी हुआ था।अल्लाहपीर इलाके में मिनी सचिवालय के पास एक घर से जवानों पर फायरिंग की गई थी। सुरक्षाबलों को खबर मिली थी पुंछ में कुछ आतंकी घुस आए है। इसी के चलते सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था।
आगे की स्लाइड्स में देखिए, हमले की कुछ और फोटोज और वीडियो...
आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह घायल जवानों से मिलने श्रीनगर पहुंचे
फोटो सौजन्य: ANI
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