TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

इसरो जासूसी मामले में कांग्रेस MLA के निशाने पर पूर्व PM राव

Rishi
Published on: 16 Sept 2018 7:09 PM IST
इसरो जासूसी मामले में कांग्रेस MLA के निशाने पर पूर्व PM राव
X

तिरुवनंतपुरम : दिवंगत कांग्रेस नेता के. करुणाकरन के बेटे के. मुरलीधरन ने कहा कि तत्कालीन पीएम पी.वी. नरसिम्हा राव ने उनके पिता और केरल के तत्कालीन सीएम को वर्ष 1994 के इसरो जासूसी मामले के बाद पद छोड़ने के लिए कहा था।

ये भी देखें :जानिए इसरो साइंटिस्ट नंबी नारायणन के बेदाग होने की पूरी कहानी

कांग्रेस विधायक मुरलीधरन ने यहां कहा, "जहां तक मैं जानता हूं, और उन्होंने मुझसे जो कहा था, जिस तरह से 1995 में राव ने उनके साथ व्यवहार किया था, वह निराश हो गए थे। जी.के. मूपनार ने मुझे 15 मार्च, 1995 को बुलाया और कहा कि मेरे पिता को राव के निर्देशानुसार सीएम पद से इस्तीफा देना होगा, और अगले दिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया।"

कांग्रेस नेता ने कहा, "उन्होंने मुझे बताया था कि राव जिम्मेदार थे। केरल के किसी भी व्यक्ति ने अभी तक करुणाकरन हो हटाने के लिए नहीं कहा था। कांग्रेस में उस समय जो हुआ, वह सामान्य गुटबाजी से ज्यादा कुछ नहीं था।"

मुरलीधरन ने यह भी कहा कि यदि 1995 में सरकार या पार्टी में नेहरू-गांधी परिवार का कोई व्यक्ति रहा होता, तो करुणाकरन को इस तरह का अपमान नहीं सहना पड़ा होता। करुणाकरन का दिसंबर 2010 में निधन हो गया था।

कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि उनसे कहा गया तो वह जासूसी मामले में तीन पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति के समक्ष पेश होंगे, और रविवार को जो बात उन्होंने कही है, वह बात समिति के समक्ष रखेंगे।

ये भी देखें : कांग्रेस का दावा- चंद्रशेखर राव चुनाव की पवित्रता की बलि दे रहे

मुरलीधरन की बहन पद्मजा वेणुगोपाल ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन जासूसी मामला उन पांच कांग्रेसी नेताओं की उपज थी, जिनके कारण करुणाकरन को 16 मार्च, 1995 को इस्तीफा देना पड़ा था। बहन के इस कथ्य पर मुरलीधरन ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने किस आधार पर यह बात कही है।

पद्मजा का बयान ऐसे समय में आया, जब इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय ने 14 सितंबर को केरल सरकार को आदेश दिया कि वह इसरो के वैज्ञानिक एस. नांबी नारायणन को 50 लाख रुपये मुआवजा दे, क्योंकि जासूसी मामले में उन्हें झूठा फंसाया गया और उनकी अनावश्यक गिरफ्तारी की गई और उन्हें प्रताड़ित किया गया।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story