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सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 3 हिजबुल आतंकियों को भेजा '72 हूरों' के पास

Rishi
Published on: 12 July 2017 9:03 AM GMT
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 3 हिजबुल आतंकियों को भेजा 72 हूरों के पास
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श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकवादी मारे गए। मुठभेड़ मंगलवार को शुरू हुई थी। पुलिस अधिकारियों को श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर बडगाम जिले के रेडबग गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने इलाके को चारों ओर से घेर लिया।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी यहां एक घर में छिपे हुए थे। सुरक्षा बलों ने जैसे ही उस घर की घेराबंदी कड़ी की, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।

आतंकवादियों के खिलाफ यह अभियान पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सेना ने संयुक्त रूप से चलाया था। अंधेरा होने के बाद अभियान रोक दिया गया था, लेकिन बुधवार सुबह यह फिर शुरू हुआ।

अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने घर से बाहर निकलकर सुरक्षा बलों के घेरे को तोड़ने के लिए अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें सभी तीन आतंकवादी मारे गए।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की पहचान जावेद शेख, दाऊद और अकीब के रूप में हुई है। शेख हिजबुल का जिला कमांडर था।

सीआरपीएफ के डीआईजी एम. दिनाकरन ने बताया कि शेख और दाऊद बडगाम जिले के रहने वाले थे।

उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक एके-56 राइफल, एक सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलएफ), एक पिस्तौल और सात मैगजीन बरामद की गई है।

दिनाकरन ने बताया कि सुरक्षा बलों में से किसी को चोट नहीं आई है।

उन्होंने आईएएनएस से कहा, "ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों को आतंकवाद-रोधी अभियान से रोकने के लिए उन पर पथराव शुरू कर दिया। हालांकि सुरक्षा बलों ने उन्हें खदेड़ दिया।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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