मदन मोहन मालवीय की जयंती पर राजग नेता और मंत्री गैरहाजिरी

Rishi
Published on: 25 Dec 2017 11:06 AM GMT
मदन मोहन मालवीय की जयंती पर राजग नेता और मंत्री गैरहाजिरी
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नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को केंद्रीय मंत्रियों सहित राजग नेताओं के पंडित मदन मोहन मालवीय की 156वीं जयंती पर आयोजित समारोह में नहीं पहुंचने पर निराशा जताई। स्वामी ने ट्वीट कर कहा, "आज (सोमवार) संसद के केंद्रीय सभागार में पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती मनाई गई, लेकिन राजग के किसी मंत्री ने समारोह में हिस्सा नहीं लिया।"



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मालवीय एक शिक्षाविद्, राजनेता, स्वतंत्रा सेनानी व बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक थे।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिसंबर 2014 में मालवीय को (मरणोपरांत) व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया।

मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 में इलाहाबाद में हुआ था। वह दो बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए। उनका देहांत 12 नवंबर 1946 को वाराणसी में हुआ था।

इससे पहले मोदी ने ट्वीट कर मालवीय को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने कहा, "पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें याद कर रहा हूं। उनका भारत के इतिहास पर मजबूत व अविस्मरणीय प्रभाव रहा है। शिक्षा के प्रसार और देशभक्ति की भावना को बढ़ाने के लिए उनके प्रयासों को सदैव याद रखा जाएगा।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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