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त्रिपुरा : Ittu Sa विधानसभा चुनाव और 297 उम्मीदवार मैदान में

Rishi
Published on: 4 Feb 2018 4:03 PM IST
त्रिपुरा : Ittu Sa विधानसभा चुनाव और 297 उम्मीदवार मैदान में
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अगरतला : त्रिपुरा में 18 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में 20 महिलाओं सहित कुल 297 उम्मीदवार मैदान में हैं। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) श्रीराम तरणीकांति ने कहा कि 320 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था, जिसमें से 13 नामांकन रद्द कर दिए गए।

नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन शनिवार को 10 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लिए।

नामांकन वापस लेने वालों में कांग्रेस उम्मीदवार सुकुमार चंद्र दास, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री समीर राजन बर्मन व जनजातीय पार्टी इंडिजीनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा के तरणी सधान जमातिया शामिल हैं।

दास ने ककराबान-शालगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर नामांकन दाखिल किया था, लेकिन शनिवार रात वह भाजपा में शामिल हो गए।

सीईओ ने कहा कि 12,67,785 महिलाओं सहित कुल 25,79,060 मतदाता आगामी 18 फरवरी को होने वाले चुनाव में मतदान के पात्र हैं। राज्य में विधानसभा की 60 सीटें हैं।

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सत्तारूढ़ मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अपने 57 उम्मीदवार उतारें हैं और वाम मोर्चा के साझेदार भाकपा, फॉरवर्ड ब्लॉक व रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी को एक-एक सीट दी है।

भाजपा 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसने अपने चुनावी सहयोगी इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के लिए नौ सीटें छोड़ी है।

तृणमूल कांग्रेस ने 24 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।

निर्वाचन आयोग ने त्रिपुरा की चुनावी प्रक्रिया की निगरानी के 25 सामान्य पर्यवेक्षक, आठ पुलिस पर्यवेक्षक व 19 व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। विधानसभा के चुनाव के लिए 30,000 से ज्यादा सिविल अधिकारियों को लगाया गया है।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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