×

UGC: सरकारी ऑडिट में सलाह, AMU से ‘M’ और BHU से ‘H’ हटा दें

aman
By aman
Published on: 9 Oct 2017 9:55 AM IST
UGC: सरकारी ऑडिट में सलाह, AMU से ‘M’ और BHU से ‘H’ हटा दें
X
UGC: सरकारी ऑडिट में सलाह, AMU से ‘M’ और BHU से ‘H’ हटा दें

नई दिल्ली: केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों के एक सरकारी ऑडिट में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) और बनारस हिन्‍दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के नाम से ‘मुस्लिम’ और ‘हिन्‍दू’ शब्‍द हटाने की सलाह दी गई है। ताकि विश्‍वविद्यालयों का 'सेक्‍युलर चरित्र' प्रदर्शित हो सके।

एक अंग्रेजी अख़बार के अनुसार, विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा बनाई गई पांच कमेटियों में से एक ने यह ऑडिट 25 अप्रैल को मानव संसाधन (एचआरडी) मंत्रालय के कहने पर किया था। मंत्रालय 10 केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों में अनियमितताओं की शिकायतों की जांच चाहता था।

ये भी पढ़ें ...BHU में कर्मकांड और AMU में नमाज पढ़ाने के खिलाफ याचिका HC में खारिज

ऑडिट में नहीं शामिल था बीएचयू

बताया जाता है, कि एएमयू ऑडिट में बीएचयू शामिल नहीं था। मगर, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इसका संदर्भ दिया है। एएमयू से हटकर जिन विश्‍वविद्यालयों का शैक्षिक, शोध, वित्‍तीय और मूलभूत संरचना ऑडिट कराया गया, उनमें पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, उत्‍तराखंड की हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी, जम्‍मू की सेंट्रल यूनिवर्सिटी, झारखंड की सेंट्रल यूनिवर्सिटी, राजस्‍थान की सेंट्रल यूनिवर्सिटी, त्रिपुरा की सेंट्रल यूनिवर्सिटी, मध्‍य प्रदेश की हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र के वर्धा का महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिन्‍दी विश्‍वविद्यालय शामिल हैं।

ये भी पढ़ें ...हैरतअंगेज: AMU में लादेन के संबंधी को बनाया मुख्य अतिथि, विरोध के बाद बदला फैसला

ऑडिट में कमेटी ने दिया ये सुझाव

एएमयू ऑडिट में कमेटी ने सुझाव दिया, कि संस्‍थान को या तो सिर्फ 'अलीगढ़ यूनिवर्सिटी' कहा जाए, या फिर इसके संस्‍थापक, सर सैयद अहमद खान के नाम पर रख दिया जाए। कमिटी ने यही वजह बीएचयू का नाम बदलने के लिए भी दी गई।

ये भी पढ़ें ...BHU बवाल से सीख: सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए गाइडलाइन बनाएगी HRD मिनिस्ट्री

एएमयू की प्रकृति को 'सामंती' बताया

कमेटी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की प्रकृति को 'सामंती' बताया है। साथ ही कहा है कि एएमयू में गरीब मुस्लिमों को ऊपर उठाने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है। कमेटी ने संस्‍था के अल्‍पसंख्‍यक दर्जे पर कोई टिप्‍पणी नहीं की है।



aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story