×

मोगली बन केंद्रीय मंत्री उमा भारती 3 साल चुनाव देखेंगी, लड़ेंगी नहीं

Rishi
Published on: 13 Feb 2018 5:04 PM GMT
मोगली बन केंद्रीय मंत्री उमा भारती 3 साल चुनाव देखेंगी, लड़ेंगी नहीं
X

भोपाल : केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की अत्यंत मुखर नेता के तौर पर पहचानी जाने वाली झांसी की सांसद साध्वी उमा भारती ने उनके चुनाव न लड़ने संबंधी बयान को लेकर बनी भ्रम की स्थिति को साफ करते हुए यहां मंगलवार को कहा कि वह तीन साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन पार्टी के लिए काम करती रहेंगी।

उमा भारती ने यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है, घुटनों और कमर में तकलीफ रहती है, चिकित्सकों ने उन्हें परामर्श दिया है कि वे तीन साल तक ज्यादा यात्राएं न करें, नहीं तो स्थिति और बिगड़ जाएगी। लिहाजा, उन्होंने अगले तीन साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।

ये भी देखें : मोगली राजनीति में आ जाए तो वह क्या करेगा…वही जो उमा भारती कर रही हैं

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जो बात उन्होंने कही थी, उसे आधा-अधूरा बताया गया। वह वर्ष 2019 का लोकसभा और आगामी तीन साल तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगी, उसके बाद का चुनाव लड़ेंगी। इस अवधि में पार्टी के लिए काम करती रहेंगी। जिन राज्यों में चुनाव प्रचार में उनकी जरूरत होगी, वहां जाएंगी। (चिकित्सकों ने हालांकि उन्हें ज्यादा यात्राएं न करने की सलाह दी है)

भारती ने आगे कहा कि उन्होंने अपनी बात से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को अवगत करा दिया है। शाह ने कहा है कि अभी वह मंत्री पद का अपना दायित्व निभाएं। वह 75 वर्ष की उम्र तक राजनीति में सक्रिय रह सकती हैं, अभी तो 54 वर्ष की ही हैं। तीन साल बाद उनके लिए राजनीति के 15 साल रहेंगे।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story