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जाकिर नाईक के संगठन IRF ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए थे 50 लाख रुपए

aman
By aman
Published on: 26 Nov 2016 4:13 PM IST
जाकिर नाईक के संगठन IRF ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए थे 50 लाख रुपए
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नई दिल्ली: इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाईक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को 75 लाख रुपए का डोनेशन देना चाहता था। इसमें से 50 लाख पहले दे दिए गए थे, बाद में 25 लाख का डोनेशन देने का प्लान था। एनआईए को मिले कुछ दस्तावेजों से ये बात सामने आई है। ज्ञात हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस ट्रस्ट के बोर्ड ऑफ मेंबर्स हैं।

गौरतलब है कि बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले के बाद जाकिर नाईक का ये एनजीओ विवादों में है। बीते दिनों गृह मंत्रालय के आदेश के बाद जाकिर के संगठन आईआरएफ पर पांच साल का बैन लगा दिया था।

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छापे से मिले दस्तावेजों से खुला राज

जानकारी के अनुसार आईआरएफ ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को दिसंबर 2011 में पहले 50 लाख से ज्यादा का डोनेशन दिया था। इसके महीने भर बाद ही दूसरे डोनेशन के रूप में 25 लाख रुपए अस्पताल के जरिए देने की योजना थी। डोनेशन के ये दस्तावेज एनआईए टीम के हाथ तब लगे, जब जाकिर नाईक के घर और एनजीओ में छापा मारा गया।

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साल 2011 में हुई थी डोनेशन की पेशकश

जाकिर नाईक के संगठन आईआरएफ के रिजॉल्यूशन में इस डोनेशन का जिक्र है। जून-जुलाई और नवंबर 2011 में पास किए गए रिजॉल्यूशन के मुताबिक, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के एप्लिकेशन के आधार पर एक बार 50 लाख का और दूसरी बार 25 लाख का डोनेशन देने की पेशकश की गई थी।

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ट्रस्ट ने कहा- लौटाए पैसे

इस मुद्दे पर राजीव गांधी फाउंडेशन ने इस मामले में कहा कि जो पैसा उनके साथी संगठन राजीव गांधी चैरीटेबल ट्रस्ट को दिया गया था, उसे कुछ महीने पहले ही लौटा भी दिया गया था। वहीं, आईआरएफ का कहना है कि उन्हें अब तक पैसे वापस नहीं मिले हैं।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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