AC Side Effects: एसी में रहने वाले संभल जाएं, बीपी से लेकर मोटापा के लिए जिम्मेदार

AC Side Effects: भले ही एसी आपको फौरन ठंडक और सुकून देता है, लेकिन कई घंटों तक एयरकंडीशनर में ही रहना नुकसानदायक (AC Side Effects On Health) हो सकता है।

Shreya
Written By Shreya
Published on: 14 Jun 2022 9:53 AM GMT
AC Ke Nuksan: एसी में रहने वाले संभल जाएं, बीपी से लेकर मोटापा के लिए जिम्मेदार
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AC Side Effects (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

AC Side Effects: गर्मियों के दिनों में एयर कंडीशनर (Air Conditioner) यानि एसी का यूज काफी ज्यादा बढ़ जाता है। जिस तरह से हीटवेव (Heat Wave) की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए एसी में रहना पसंद करते हैं। यह गर्म तापमान से राहत देकर आपको ठंड का एहसास कराता है। लेकिन आप भी अगर घर या ऑफिस में घंटों एसी में रहते हैं तो आपको संभल जाना चाहिए, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए कई तरह से नुकसानदायक (Dangerous Effects Of Air Conditioner) साबित हो सकता है। साथ ही कई बीमारियों को भी न्योता दे सकता है।

जी हां, भले ही एसी आपको फौरन ठंडक और सुकून देता है, लेकिन कई घंटों तक एयरकंडीशनर में ही रहना नुकसानदायक (AC Side Effects On Health) हो सकता है। इसे लेकर काफी पहले से चेतावनी दी जाती रही है। एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि जितना हो सके उतना एसी का इस्तेमाल कम करना चाहिए, नहीं तो आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ज्यादा समय एसी में बिताने के क्या नुकसान होते हैं-

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

एसी के नुकसान (AC Ke Nuksan)

जोड़ों में दर्द

लगातार एसी में रहने से आपके शरीर के जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। साथ ही यह जोड़ों में अकड़न भी पैदा कर सकता है और उनकी कार्यक्षमता धीरे धीरे कम होने लगती है। इतना ही नहीं आगे चलकर इससे जोड़ों से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।

बढ़ने लगता है मोटापा

क्या आपको पता है कि एयर कंडीशनर के ज्यादा इस्तेमाल से आपका वजन भी बढ़ सकता है। जी हां, एसी आपके मोटापा के लिए जिम्मेदार हो सकता है। दरअसल, ठंडी जगह पर शरीर की एनर्जी खर्च नहीं होती और इससे शरीर पर फैट बढ़ता जाता है।

बुखार और थकान बने रहना

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एयर कंडीशनर में ज्यादा समय तक रहने से आपके शरीर में बुखार और थकान बनी रह सकती है। इसके अलावा एसी के कम तापमान में आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ापन भी महसूस हो सकती है।

ब्लडप्रेशर

बीपी के मरीजों को एसी से परहेज करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह लो ब्लडप्रेशर के लिए जिम्मेदार हो सकता है। साथ ही सांस संबंधी प्रॉब्लम्स को भी जन्म दे सकता है। इसलिए अस्थमा के मरीजों को एसी में नहीं रहना चाहिए।

सर्दी-जुकाम

ज्यादातर समय एसी में बिताने के बाद अगर आप गर्म या सामान्य तापमान में जाते हैं तो आपको बुखार होने के साथ ही सर्दी जुकाम होने के भी चांसेस होते हैं। गर्मियों में होने वाले दिमागी बुखार के पीछे भी ज्यादातर एयर कंडीशनर से बाहर आना जाना ही माना जाता है।

त्वचा संबंधी समस्याएं

एसी आपकी त्वचा पर भी बुरा प्रभाव डालता है। यह आपकी त्वचा की प्राकृतिक नमी खत्म कर उसे रूखा बना सकता है। खासकर चेहरे की त्वचा आपको ज्यादा रूखी और खींची खींची लगने लगेगी।

प्रतिरोधक क्षमता पर असर

गर्मियों में पसीना का आना आम बात है। गर्मी सहन करने के लिए पसीना शरीर में प्रतिरोध क्षमता पैदा करता है। गर्मी से हम या तो पसीना बहाकर बचते हैं या फिर सांस लेकर, लेकिन एयर कंडीशनर इन दोनों की क्षमताओं को कम करता है।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी के आधार पर तैयार की गई है, ऐसे में अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

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