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कोरोना पर बड़ी जीत: अब HIV की दवा से हो सकते हैं ठीक, रिसर्च में कहा ये...

कोरोना से संक्रमित मरीजों पर HIV की दवाओं का पॉजिटिव असर होने लगा है।

Roshni Khan
Published on: 14 March 2020 5:52 AM GMT
कोरोना पर बड़ी जीत: अब HIV की दवा से हो सकते हैं ठीक, रिसर्च में कहा ये...
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नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या एक लाख 38 हजार 153 से ज्यादा हो चुकी है। कोरोना से अब तक 5081 लोग अपनी जान गवां बैठे हैं, जबकि 70 हजार से ज़्यादा लोगों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि अबतक इसकी दवा या कोई वैक्सीन नहीं बनाई जा सकी है। इसी बीच एक अच्छी खबर आ रही है कि कोरोना से संक्रमित मरीजों पर HIV की दवाओं का पॉजिटिव असर होने लगा है। इसके बाद केंद्र सरकार ने फॉर्मा कंपनियों से इन दवाओं का निर्माण बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। तो आइए आपको बताते हैं इन दवाइयों के बारे में जो कोरोना खत्म करने में आपकी हेल्प करेंगे।

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स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना की वैक्सीन विकसित करने में अभी लंबा समय लग सकता है। इस बीच इस बात के संकेत मिले हैं कि HIV के इलाज में यूज़ होने वाली दवा लोपिनाविर और रिटोनाविर कोरोना से संक्रमित मरीजों पर कारगर साबित हो रही है।

लोपिनाविर और रिटोनाविर दोनों दवाएं एंटी रेट्रोवायरल है, जो कि HIV को मानव शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं में घुसने से रोकती है। एक खबर के अनुसार, बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवा कंपनियों के साथ लंबी बैठक में फॉर्मा कंपनियों को दोनों दवाओं का प्रॉडक्शन बढ़ाने को कहा है। वैसे तो, पैरासिटामोल की तरह इसके एक्सपोर्ट पर किसी तरह की पाबंदी फिलहाल नहीं लगाई गई है। भारत अफ्रीकी देशों को इन दोनों दवाओं का निर्यात करता है।

HIV की दवाइयों का कोरोना मरीज पर हो रहा असर

HIV की इन दवाओं का कोरोना के मरीज पर अच्छा असर हुआ। इटली से भारत आए दंपती के इलाज में लोपिनाविर और रिटोनाविर कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया गया। ये कपल राजस्थान के जयपुर में कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव के मुताबिक कपल की सहमति लेकर दोनों दवाएं दी गई, जिसका असर अच्छा हुआ। 14 दिनों बाद दोनों लगभग स्वस्थ हैं।

एक रिसर्च के मुताबिक कोविड-19 के इलाज के लिए एंटीवायरल दवाइयों के यूज़ से मरीज की दशा में सुधार तो दिखने लगता है लेकिन वायरस के कमजोर होने के लक्षण नजर नहीं आते हैं। कोविड-19 के लिए इस्तेमाल की जा रही लोपिनावायर या राइटोनावायर जैसी दवाएं वायरस की संक्रमण पैलाने की शक्ति को उस तरह से कम नहीं कर पा रही हैं। इन दवाओं को विशेषज्ञ संक्रमण को रोकने के लिए संभावित तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

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चीन में इस बात पर गहन अध्ययन हो रहा है कि एंटी HIV की दवाएं कोरोना से निबटने में कितनी प्रभावी हैं। WHO के चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामिनाथन के मुताबिक अगले कुछ दिनों में फाइनल रिजल्ट आ जाएगा। फिलहाल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने आईसीएमआर को इस बात की इजाजत दी है कि कोरोना के इलाज में एंटी एचआईवी दवाइयों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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