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Kids Lunch Box: भूलकर भी न पैक करें अपने बच्चों के टिफ़िन में ये सब,समस्याओं से घिर सकता है उनका भविष्य
Kids Lunch Box: कभी भी अपने बच्चों को उनके टिफ़िन में आज बताई जाने वाली चीज़ें पैक करके न दें। ये उनके स्वस्थ और भविष्य के लिए बेहद ज़रूरी है।
Kids Lunch Box: आज के समय में एक पैरेंट होना और अपने बच्चों का सही पालन-पोषण करना कोई आसान काम नहीं है, और सभी जिम्मेदारियों के बीच, सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक ये सुनिश्चित करना है कि आपके बच्चे के दिमागी और शरीर के समग्र विकास के लिए पर्याप्त पोषक तत्व और खनिज मिल रहें हैं या नहीं। वहीँ अगर आप भी इस फिक्र में रहते हैं तो अपने आप से ये वादा करें कि आप कभी भी अपने बच्चों को उनके टिफ़िन में आज बताई जाने वाली चीज़ें पैक करके नहीं देंगे। ये उनके स्वस्थ और भविष्य के लिए बेहद ज़रूरी है।
भूलकर भी न पैक करें अपने बच्चों के टिफ़िन में ये सब
1. आलू के चिप्स (Potato Chips)
कृत्रिम रसायनों, अत्यधिक नमक और निम्न-श्रेणी के तेल का उपयोग पोटैटो चिप्स को आपके बच्चों के लिए असुरक्षित बनाता है। इनमें ट्रांस फैट और कैलोरी की मात्रा अधिक होती है और इसके परिणामस्वरूप जीवन में बाद में उन्हें मधुमेह और हृदय रोग जैसी खतरनाक समस्याओं से जूझना पड़ सकता हैं। अगर आप भी उन्हें ये सब दे रहीं हैं तो उन्हें आज ही बंद कीजिये। साथ ही स्कूल में अगर कोई अन्य बच्चा ये सब ला रहा है और बच्चा वहां इसे शेयर कर रहा है तो स्कूल टीचर से आप इस बारे में भी बात कर सकतीं हैं। वैसे ज़्यादातर स्कूल में जंक फ़ूड की मनाही होती है।
2. पैकेज्ड सैंडविच(Packaged sandwiches)
बाजार में मिलने वाला सैंडविच निम्न-श्रेणी के मेयोनेज़ और रासायनिक रूप से उपचारित मांस का उपयोग करके बनाया जाता हैं जिसमें नाइट्रेट और अतिरिक्त सोडियम जैसे बहुत सारे रसायन होते हैं। इनमें अस्वास्थ्यकर वसा और अतिरिक्त रंग भी होते हैं जो बच्चों के लिए अच्छा नहीं है।
3. एनर्जी ड्रिंक्स या कोल्ड ड्रिंक्स (Energy Drinks or Cold Drinks)
अगर आपको लगता है कि एनर्जी ड्रिंक आपके बच्चों को खेल के बाद एनर्जी हासिल करने में मदद करेगा, तो आप गलत जा रहे हैं। ये किसी भी तरह का लाभ तो नहीं बल्कि, लंबे समय में उन्हें नुकसान ज़रूर पहुंचाएंगे। इनमें चीनी और कैफीन भरपूर मात्रा में होता है, जिसकी किसी बच्चे को जरूरत नहीं होती। जहां चीनी अन्य समस्याओं को जन्म देगी, वहीं कैफीन कम उम्र में ही नींद की समस्या पैदा कर देगा। इसके साथ ही कोल्ड ड्रिंक्स जिनमे सोडा की मात्रा होती है वो भी बच्चों को नहीं देनी चाहिए। दरअसल एक रिसर्च से पता लगाया गया कि जो लोग रोजाना सोडा के एक या अधिक डिब्बे पीते हैं उनमें टाइप 2 मधुमेह विकसित होने की संभावना 26 प्रतिशत अधिक होती है। इसलिए, अगर आप अपने बच्चे को हाइड्रेटेड रखने के लिए सोडा नींबू पानी पैक करने की योजना बना रहे हैं, तो इसे रोक दें। ये चीनी और कठोर रसायनों से भरा हुआ है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा सकता है, हड्डियों के स्वास्थ्य को बाधित कर सकता है, कैविटी बना सकता है और वजन बढ़ा सकता है।
4. केक और डोनट्स (Cakes and Doughnuts)
केक और डोनट्स वगैरह रिफाइंड आटे और मक्खन से बने होते हैं, जिसमे मिठास और रंगों की मात्रा भी होती हैं साथ ही इनमे ट्रांस फैट की मात्रा भी काफी अधिक होती है। जबकि ट्रांस फैट से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, कृत्रिम रंग बच्चों में व्यवहार संबंधी समस्याओं, सीखने की कठिनाइयों और अति सक्रियता से जुड़े होते हैं। इसलिए इस तरह का कोई भी पदार्थ न तो उन्हें टिफ़िन में भेजें और न ही अधिक मात्रा में खाने दें।
5. नूडल्स और पास्ता (Noodles and Pasta)
नूडल्स और पास्ता दोनों ही मैदा से बने होते हैं और जब बच्चों के स्वास्थ्य की बात आती है तो सब्जियां मिलाने के बाद भी इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। उनमें अभी भी संरक्षक और अस्वास्थ्यकर स्वाद बढ़ाने वाले तत्व मौजूद हैं। लेकिन इसमें एक अच्छी खबर ये है कि आपको मार्केट में आसानी से सूजी पास्ता मिल जायेगा जो आपके बच्चों के स्वास्थ को ज़्यादा नुक्सान नहीं पहुंचाएगा।
इन सभी चीज़ों के अलावा वाइट ब्रेड, कैंडी बार्स, मोमोज़, फ्लेवर्ड योगर्ट और किसी भी तरह का पैक्ड फ़ूड न दें।