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इस फल को कहते हैं नोनी, इससे हर लाइलाज बीमारी दूर है होनी

Newstrack
Published on: 8 July 2016 3:57 PM IST
इस फल को कहते हैं नोनी, इससे हर लाइलाज बीमारी दूर है होनी
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प्रकृति में जितने भी फल मिलते है। उनमें कुछ ना कुछ औषधीय गुण जरूर होते है। आज हम आपको एक ऐसे ही फल के बारे में बताने जा रहे है किसी भी बीमारी के लिए संजीवनी का काम करता है। ये चमत्कारिक फल है नोनी। इस फल को खाने से कैंसर और लाइलाज बीमारी एड्स भी ठीक हो जाती है। ये शरीर के इम्युन सिस्टम को बूस्ट कर देता है। नोनी के रूप में वैज्ञानिक इसको एक ऐसी संजीवनी मानते हैं, जो एड्स और कई बीमारियों के इलाज में रामबाण है। अगर आप बहुत जल्दी बीमार पड़ जाते हैं तो ये आपको जल्द ठीक करने का मादा रखता है।

साइंस की भाषा में नोनी को मोरिंडा सिट्रीफोलिया के नाम से जाना जाता है। ये औषधि रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर बनाता है। इसे अन्य औषधियों के साथ भी लिया जा सकता है। नोनी में 150 से अधिक स्वास्थ्य वर्धक विटामिन्स है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट है।

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नोनी में लाइलाज बीमारियों का इलाज संभव है। इस पर रिसर्च के बाद पता चला है। नोनी रिसर्च फांउडेशन कई शोध संस्थान नोनी पर शोध कर रहे हैं। नोनी के गुणों का खुलासा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के एक सेमिनार में हुआ।

इस पल की खेती समुद्र तटीय इलाकों में तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, गुजरात, अंडमान निकोबार, मध्यप्रदेश सहित नौ राज्यों में 653 एकड़ में हो रही है। वर्ल्ड नोनी रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष कीर्ति सिंह के अनुसार फाउंडेशन कैंसर औरएड्स पर नोनी के प्रभाव का शोध कर रहा है। और भी कई देश इस पर शोध कर रहे हैं।

नोनी फल को कई नामों से जाना जाता है, जैसे- हॉग एपल, चीज़ फल, लेड, दर्द निवारक वृक्ष (हिंदी में आच, आक, आल, तमिल में वेन नूना, मलायालम में कट्टपिटलवम, तेलगु में मद्दी, मोलुगु मुलुगु)। ये फल ठंडी जगहों पर ही फलता है और ये लगभग आलू के आकार का सफेद, पीले और हरे रंग का होता है।

नोनी फल अन्य फलों की तुलना में 40 गुना ज्यादा एंजाइम पाया जाता है। नोनी में जेरोनाइन होता है, जेरोनाइन सूक्ष्म जंतुओं, पौधों, जानवरों और इंसानों की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। शरीर में जेरोनाइन का होना बहुत ज़रूरी है।

इस तरह नोनी हमें हर प्रकार की बीमारियों से बचाने और स्वस्थ रखने में सक्षम है। एड्स, कैंसर के अलावा ये मधुमेह, अस्थमा, गठिया, कैंसर, और दिल की बीमारियों में भी सहायक है।



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