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Bhagavad Gita Quotes: श्री कृष्ण कहते हैं सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और!

Bhagavad Gita Quotes: भगवद गीता में बताई गयी ज्ञान की बातें जीवन जीने की राह दिखतीं हैं और ऐसे में आइये एक नज़र डालते हैं श्रीमद भगवत गीता कोट्स पर।

Shweta Srivastava
Published on: 24 May 2024 10:00 AM IST (Updated on: 24 May 2024 10:00 AM IST)
Bhagavad Gita Quotes
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Bhagavad Gita Quotes (Image Credit-Social Media)

Bhagavad Gita Quotes: भगवद गीता में बताई बातें व्यवहार में लाना कठिन हो सकता है। लेकिन आत्म-खोज के मार्ग पर चलकर, आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपके लिए वास्तव में क्या महत्वपूर्ण है। इसमें आप अपने सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने का साहस पाएंगे। और अपने आप को पूरी तरह से उस जीवन के लिए समर्पित कर दें जो आप हमेशा से जीना चाहते हैं। आज हम आपके लिए श्रीमद भगवत गीता के कुछ श्लोक लेकर आएं हैं जो आपको आपके जीवन के हर कठिन रास्ते से निकलना सिखाएंगे।

श्रीमद भगवत गीता कोट्स (Bhagavad Gita Quotes in Hindi)

हालाँकि भगवद गीता लगभग पाँच हज़ार साल पहले लिखी गई थी, लेकिन ये शिक्षाएँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी प्राचीन योगी के लिए थीं। वे हमें अपना जीवन शक्ति, अनुशासन, दयालुता और सत्यनिष्ठा के साथ जीने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। और अपनी पूरी यात्रा के दौरान खुद पर भरोसा रखें।

हे अर्जुन ! हम दोनों ने कई जन्म लिए हैं, मुझे याद हैं, लेकिन तुम्हे नहीं।

हे अर्जुन ! जो कोई भी जिस किसी भी देवता की पूजा विश्वास के साथ करने की इच्छा रखता है, मैं उसका विश्वास उसी देवता में दृढ कर देता हूँ।

हे अर्जुन, मैं धरती की मधुर सुगंध हूँ, मैं अग्नि की ऊष्मा हूँ, सभी जीवित प्राणियों का जीवन और सन्यासियों का आत्मसंयम भी मैं ही हूँ।

हे अर्जुन! सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और।

हे अर्जुन! मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है।

हे अर्जुन! ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है।

हे अर्जुन! जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है।

हे अर्जुन! मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है,जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है।

हे अर्जुन! प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए, गंदगी का ढेर, पत्थर, और सोना सभी समान हैं।

हे अर्जुन! मन अशांत है और उसे नियंत्रित करना कठिन है, लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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