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Bhagavad Gita Quotes: श्री कृष्ण कहते हैं कि सबसे ज्यादा गुनाह इंसान से उसकी जुबान ही करवाती हैं

Bhagavad Gita Quotes: श्री कृष्ण ने अर्जुन को महाभारत काल में कई ज्ञान की बातें बताईं जो मनुष्य अगर अपने जीवन में अपना ले तो उसका जीवन सफल हो सकता है।

Shweta Srivastava
Published on: 4 Jun 2024 8:44 AM IST
Bhagavad Gita Quotes
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Bhagavad Gita Quotes (Image Credit-Social Media)

Bhagavad Gita Quotes : भगवत गीता में श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को युद्ध क्षेत्र में असमंजस की स्थिति से निकलने के लिए ज्ञान की बातें बताईं थीं जो आज भी उतनी ही तर्क संगत हैं जितनी कई सालों पहले थीं। आइये जानते हैं भगवत गीता में वर्णित ये प्रेरक श्लोक।

भगवत गीता के प्रेरक श्लोक (Bhagavad Gita Quotes)

  • सिर्फ मन ही किसी का दोस्त और किसी का दुश्मन होता हैं।
  • चुप रहने से बड़ा कोई जवाब नहीं और माफ़ कर देने से बड़ी कोई सजा नहीं।
  • जो चीजे तुम्हारे दायरे से बाहर हो उसमे समय गंवाना मूर्खता है।
  • जो दान कर्तव्य समझकर, बिना किसी शक के, किसी जरूरतमंद इंसान को दिया जाए, वही सच्चा दान हैं।
  • जीवन का दूसरा नाम संघर्ष हैं।
  • जिस तरह आग सोने को परखती है उसी तरह मुसीबत एक बहादुर इंसान को।
  • अभिमान नहीं होना चाहिए की मुझे किसी की जरुरत नहीं पड़ेगी और यह वहम भी नहीं होना चाहिए की सब को मेरी जरुरत पड़ेगी।
  • जो मनुष्य फल की इच्छा का त्याग करके केवल कर्म पर ध्यान देता है, वह अवश्य ही जीवन में सफल होता है।
  • मदद सबकी करो मगर आशा किसी से मत रखो, क्योंकि सेवा का सही मूल्य ईश्वर ही दे सकते हैं।
  • जैसे समुद्र के पार जाने के लिए नाव ही एक मात्र जरिया है, वैसे ही स्वर्ग में जाने के लिए सत्य ही एक सीढी हैं।
  • सच्ची दोस्ती दुःख को आधा और सुख को दो गुना कर देती हैं।
  • जितना हो सके खामोश रहना ही अच्छा हैं, क्योंकि सबसे ज्यादा गुनाह इंसान से उसकी जुबान ही करवाती हैं।
  • परिवर्तन संसार का नियम है, समय के साथ संसार मे हर चीज परिवर्तन के नियम का पालन करती है।
  • जो बीत गया उस पर दुःख क्यों करना, जो है उस पर अहंकार क्यों करना, और जो आने वाला है उसका मोह क्यों करना।
  • हर इंसान को कर्म मे विश्वास करना चाहिए,क्योंकि ये जगत ही कर्म लोक है । कर्म आपके हाथ में है , परिणाम नहीं, इसलिए कर्म पर ध्यान लगाएं याने कि सिर्फ काम पर ध्यान लगाए और मेहनत करे।
  • हर वक्त अपनी कामनाओ और इच्छा में डूबे रहना ही इंसान के सभी दुखों का करण है । अगर वो इससे मुक्त होकर अपना कर्तव्य निभाए, तो हो उसका जीवन खुशहल होगा ।
  • बिश्वास रखे कि तुम्हारे साथ जो हुआ है वह अच्छा हुआ है जो हो रहा है वो भी अच्छा ही हो रहा है,और जो होगा वो भी अच्छा ही होगा है ।
  • जीवन का आनंद ना तो बीते हुए कल में हे और ना ही भविष्य में, जीवन का आनंद तो आज को जीने में है, बल्कि अभी जीने में है । कि अभी आप कैसे जी रहे है ।
  • यदि कोई इंसान जो चाहता है उसे विश्वास के साथ करता है, तो वह जो चाहे बन सकता है ।
  • मैं प्रत्येक जीव के ह्रदय में आसीन हूँ और मुझे से ही स्मृति, ज्ञान तथा विस्मृति होती है । मैं ही वेदों के द्वारा जानने योग्य हूँ। नि :संदेह मैं वेदान्त का संकलनकर्ता तथा समस्त वेदों को जानने वाला हूँ ।
  • सदैव मेरा चिंतन करो, मेरे भक्त बनो,मेरी पूजा करो और मुझे नमस्कार करो । इस प्रकार तुम निश्चित रूप से मेरे पास आओगे, मैं तुम्हें वचन देता हूँ, क्योंकि तुम मेरे परम प्रिय मित्र हो।
  • मृत्यु के समय जीव द्वारा विकसित की गई चेतना उसे दूसरे शरीर में ले जाती है । यदि जीव ने अपनी चेतना पशु जैसी बना रखी है, तो उसे पशु शरीर प्राप्त होना निश्चित है
  • किखुस रन है तो जिंदगी का फैसले अपनी परिस्थितियों को देखा कर ले दुनिया को देखकर जो फैसले लेते है, वह दुखी ही रहते है।
  • कोई कुछ भी कहे बस आंपने आप को संत रखे क्योंकि सूरज कि किरने कितने भी तेज क्यों ना हो समुद्र सूखा नहीं करते ।
Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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