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Bhagwat Geeta Quotes: भगवान् श्री कृष्ण कहते हैं धर्म कर्म से होता है कर्म के बिना धर्म की कोई परिभाषा नहीं है
Bhagwat Geeta Quotes: भगवान् श्री कृष्ण ने भगवत गीता में कई ज्ञान की बातें बताईं जिन्हे अगर मनुष्य अपने जीवन में अपना ले तो वो सफलता को प्राप्त कर सकता है।
Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में श्री कृष्ण ने बताया है कि मनुष्य को अपने जीवन में कर्म करने चाहिए और उसे फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए। ऐसे में अगर मनुष्य गीता में लिखी इन बातों को समझ लेता है तो ये उसके जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है। आइये एक नज़र डालते हैं भगवत गीता में लिखी इन अनमोल विचारों पर।
भगवत गीता कोट्स (Bhagwat Geeta Quotes)
मैंने ही इस सृष्टि की रचना की है मैं ही इसका पालन पोषण करता हूं और मैं ही इस सृष्टि का विनाश अर्थात अंत करता हूं।
जब-जब संसार में धर्म की हार होगी और अधर्म की विजय होगी तब तब मैं इस संसार पर अवतार लूंगा।
धर्म कर्म से होता है कर्म के बिना धर्म की कोई परिभाषा नहीं है।
हमारी आस्था की परीक्षा तब होती है जब हम जो चाहे वो हमें न मिले और फिर भी हमारे दिल से प्रभु के लिए शुक्रिया ही निकले।
लोग अक्सर सच कहने से बचते हैं या डरते हैं पर सत्य कभी छुप नहीं सकता और न ही कभी मिट सकता है। कितना भी छुपा लो पर सच तो उजागर हो ही जायेगा।
अहंकार से इंसान की प्रतिष्ठा, वंश, वैभव, तीनों ही समाप्त हो जाते हैं।
आत्मा अमर है इसलिए मरने की चिंता कभी मत करो।
आत्मा का अंतिम लक्ष्य परमात्मा से मिलन होता है।
सत्य कभी भी नष्ट नहीं हो सकता।
मौन सबसे अच्छा उत्तर है ऐसे व्यक्ति के लिए, जो आपके शब्दों को महत्व नही देता।
नर्क जाने के तीन द्वार हैं: काम, क्रोध और लोभ।
कर्म करो और फल की इच्छा मत करो।
समय कभी किसी के लिए नहीं रुकता।
व्यक्ति जो भी चाहे वह बन सकता हैयदि वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करें।
मन की हलचल, होश, साँस , और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदैव तुम्हारे साथ है।
शांत रहने से सभी दुखों का अंत हो जाता है और शांत मन मनुष्य की बुद्धि को शीघ्र ही स्थिर करने में और परमात्मा से मिलन करने में सहायता करती है।
जो बात सच पर आधारित होती है उसे कहने,करने और मानने से हमें कभी नहीं डरना चाहिए।
प्रेम सदा ही माफी मांगना पसंद करता है और अहंकार सदा ही माफी सुनना पसंद करता है।
एक बार किसी को माफ करके अच्छे बन जाओ लेकिन दोबारा उसी इंसान पर कभी भरोसा करके बेवकूफ ना बनो।
धर्म केवल हमें रास्ता दिखाता है परंतु मंजिल तक तो कर्म ही पहुँचाता है।
इंसान की इच्छा पूरी नहीं होती है तो उसका क्रोध बढ़ता है और उसकी इच्छा पूरी हो जाती है तो लोभ बढ़ता है इसलिए जीवन की हर स्थिति में अपने धैर्य को बनाए रखें।
जिस मनुष्य के चारों तरफ नकारात्मक ऊर्जा वाले लोग रहते हैं उस मनुष्य का मंजिल से भटक जाना निश्चित है।