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Boiled Eggs: क्या आप भी उबले अण्डों को रखकर बाद में खाते हैं? जान लीजिये कितना खतरनाक हो सकता है ये

Boiled Eggs: अगर आप भी उबले अंडे खाने के शौक़ीन हैं और इन्हे उबालकर कुछ समय बाद कहते हैं तो सावधान हो जाइये।

Shweta Srivastava
Published on: 11 Jan 2024 5:30 PM IST (Updated on: 11 Jan 2024 5:30 PM IST)
Boiled Eggs
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Boiled Eggs (Image Credit-Social Media)

Boiled Eggs: आपने लोगों को ये कहते अक्सर सुना होगा कि सर्दी के दिनों में रोज़ एक अंडा खाना काफी फायदा करता है। साथ ही अगर इसे उबालकर खाया जाये तो ये और भी फायदेमंद रहता है। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि अंडे को उबालकर रखने के थोड़ी देर बाद खाने से ये आपको उतना ही नुकसान पंहुचा सकता है तो? एक शोध में सामने आया है कि अगर बॉईलड एग आपको रखकर नहीं खाना चाहिए आइये जानते हैं ये कितना सच है।

उबले अण्डों को ज़्यादा देर बाहर न रखें

अगर आप अण्डों को उबालकर फ्रिज के बजाये इन्हे बाहर ही रखकर ऐसे ही छोड़ देते हैं तो क्या है खाने लायक होते हैं और कितनी देर बाद ये ख़राब होने लगते हैं। आइये इन सभी सवालों का जवाब ढूंढते हैं।

डेंजर ज़ोन एक शब्द है जिसका उपयोग उस तापमान सीमा का वर्णन करने के लिए किया जाता है जिसमें भोजन खाना असुरक्षित हो सकता है। यूएसडीए के अनुसार, कमरे के तापमान पर 40 से 140 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच बचा हुआ कोई भी भोजन खतरे के क्षेत्र में माना जाता है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि भोजन को कभी भी खतरे वाले क्षेत्र में दो घंटे से अधिक नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि इससे बैक्टीरिया पनप सकते हैं और भोजन असुरक्षित हो सकता है।

उदाहरण के लिए, उबले अंडों को दो घंटे (या यदि तापमान 90 डिग्री फ़ारेनहाइट से ऊपर है तो एक घंटे) से अधिक समय तक बाहर नहीं रखा जाना चाहिए। अगर उबले अंडे पकाने के दो घंटे के भीतर नहीं खाए जाते हैं तो उन्हें रेफ्रिजरेटर में स्टोर करना महत्वपूर्ण है। उबले अंडों को स्टोर करने के लिए अनुशंसित तापमान 40°F या उससे नीचे है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अनुसार, बैक्टीरिया के विकास और खाद्य जनित बीमारियों से बचने के लिए भोजन को इसी तापमान सीमा में रखा जाना चाहिए।

अंडे को रेफ्रिजरेटर में रखना यह सुनिश्चित करने का एक सुरक्षित तरीका है कि वो इस तापमान पर रहें और खाने के लिए सुरक्षित रहें। इसके अलावा, उबले अंडों को कभी भी दो घंटे से अधिक समय तक रेफ्रिजरेटर से बाहर न रखें, क्योंकि 40°F से ऊपर के तापमान पर बैक्टीरिया पनपना शुरू हो सकते हैं।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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