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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने बताया मनुष्य कैसे अपने जीवन में खुद दुःखों को बुला लेता है

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गयी बातें मनुष्य का विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन करती है।

Shweta Srivastava
Published on: 14 Sept 2023 8:25 AM IST
Chanakya Niti
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Chanakya Niti (Image Credit-Social Media)

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य बड़े ज्ञानी और विद्वान थे वो लगभग (ईसा पूर्व 376 ईसा पूर्व 283) महान राजा चंद्रगुप्त मौर्य के राज्य में महामंत्री थे। उन्होंने अपने ज्ञान से राजा चंद्रगुप्त को कई बड़े बड़े फैसले लेने में मदद भी की साथ ही उनकी कूटनीति ने राज्य को ऊंचाइयों के शिखर पर ला दिया। वहीँ उन्होंने जो बातें अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में लिखी वो आज भी तर्क संगत है। आज हम आपके लिए उनके द्वारा बताई गयी कुछ ऐसी की बातों को लेकर आये हैं जो आपके जीवन में बेहद काम आएंगीं।

आचार्य चाणक्य के विचार

आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गयी बातें मनुष्य का विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन करती है साथ ही अगर हम उनके द्वारा बताई गयी बातों को अपने में आत्मसात कर लें तो हमे जीवन में सफलता ज़रूर मिलेगी।

1 . भाग्य उनका साथ देता है जो कठिन परिस्थितयो का सामना

करके भी अपने लक्ष्य के प्रति ढृढ रहते है।


2 . ये मत सोचो की प्यार और लगाव एक ही चीज है, दोनों एक दूसरे के दुश्मन हैं।

ये लगाव ही है जो प्यार को खत्म कर देता है।


3. कोई भी शिक्षक कभी साधारण नही होता

प्रलय और निर्माण उसकी गोद मे पलते है।


4. यदि आप प्रयास करने के बाद भी असफल हो जाऐं

तो भी उस व्यक्ति से हर हाल में बेहतर होंगे

जिसको बिना किसी प्रयास के सफलता मिल गई हो।


5. डर को नजदीक न आने दो अगर यह

नजदीक आ जाय तो इस पर हमला कर दो।


6. खुद का अपमान करा के जीने से तो अच्छा है मर जाना

क्योकि प्राणों को त्यागने से एक ही बार कष्ट होता है पर

अपमानित होकर जिंदा रहने से बार-बार कष्ट होता है।


7. मनुष्य स्वयं ही अपने कर्मो के दवारा

जीवन मे दुःख को बुलाता है.


8. जब कोई सजा थोड़े मुआवजे के साथ दी जाती है,

तब वह लोगो को नेकी करने के लिए निष्टावान एवम

पैसे और ख़ुशी कमाने के लिए प्रेरित करती है।

9. जो लोगो पर कठोर से कठोर सजा को लागू करता है,

वो लोगो की नजर में घिनौना बनता जाता है,

जबकि नरम सजा लागू करता है, वह तुच्छ बनता है,

लेकिन जो योग्य सजा को लागू करता है वह सम्माननीय कहलाता है।


10. जिस प्रकार एक सूखे पेड़ को यदि आग लगा दी जाये

तो वह पूरा जंगल जला देता है, उसी प्रकार एक

पापी पुत्र पुरे परिवार बर्बाद कर देता है।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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