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Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी चंद्रग्रहण 8 नवंबर को, इन दिन नहीं करने चाहिए ये काम
Chandra Grahan 2022: साल 2022 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण 8 नवंबर दिन मंगलवार को है। ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। आइए आपको बताते हैं कि ग्रहण के दिन किन कामों बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
Chandra Grahan 2022: साल 2022 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण 8 नवंबर दिन मंगलवार को है। ऐसे में चंद्रग्रहण के दौरान शुभ लगनों और मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है। ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। इससे पहले यानी साल 2022 का पहला चंद्रग्रहण 16 मई को लगा था। वहीं अब 8 नवंबर को लगने वाले चंद्रग्रहण का जितना महत्व वैज्ञानिक दृष्टिकोण से है उतना ही महत्व धार्मिक, ज्योतिष और आध्यातमिक रूप से भी है। ऐसे में ग्रहण के 12 घंटे पहले से सूतक लगा जाता है। शास्त्रों में ग्रहण के दिन सूतक काल से कुछ विशेष नियमों का पालन करने को बताया गया है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि ग्रहण के दिन किन कामों बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
चंद्रग्रहण के दिन न करें ये काम
चंद्रग्रहण के दौरान किसी को भी कोई शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए और न ही शामिल होना चाहिए।
ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए।
चाहे सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए। बल्कि सूतक काल से ही तुलसी को नहीं छूना चाहिए।
ग्रहण के दौरान खाना-पीना नहीं चाहिए।
ग्रहण के समय या फिर हो सके तो सूतक काल से ही गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों से दूरी बना ले चाहिए। काटना, छीलना या सिलना नहीं चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण लगने के दौरान या फिर सूतक काल से ही घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
ग्रहण के दौरान खाना नहीं बनाना चाहिए।
ग्रहण के दौरान तेल नहीं लगाना चाहिए, कपड़े नहीं धोना चाहिए और न ही ताला खोलना जैसा कोई काम करना चाहिए।
ग्रहण के समाप्त हो जाने के बाद जरूरतमंदों व गरीबों को दान करना चाहिए।
ग्रहण के बाद पितरों के नाम से भी दान करना चाहिए।
ग्रहण समाप्त हो जाने के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।
ग्रहण के दौरान शिवमंत्रों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण का कुप्रभाव नहीं पड़ता है।
ग्रहण के दौरान अगर अपने संभव हो सके तो अगर घर में रोशनी न आने दे। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती है।
ग्रहण समाप्त हो जाने के बाद मंदिर से लेकर अपने पूरे घर को साफ सुथरा करना चाहिए। झाडू-पोछा लगाना चाहिए
ग्रहण समाप्त हो जाने के बाद गंगाजल से अपने पूरे घर और मंदिर को शुद्ध करना चाहिए।
ग्रहण खत्म हो जाने के बाद भगवान की पूजा करके भोग लगाना चाहिए।