TRENDING TAGS :
Chaturmas 2024: देवशयनी एकादशी पर सो जाते हैं भगवान्, जानिए इस समय क्या काम बिलकुल न करें
Chaturmas 2024: चातुर्मास के प्रारम्भ होने से कई काम ऐसे हैं जिन्हे हमे नहीं करना चाहिए आइये जानते हैं कौन से हैं ये कार्य।
Chaturmas 2024: देवशयनी एकादशी के साथ ही चातुर्मास प्रारम्भ हो जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इस समय भगवान् विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और फिर देवउठनी एकादशी को योग निद्रा से वापस आ जाते हैं। वहीँ इस समय यानि चातुर्मास में सृष्टि का संचालन भगवान् शिव करते हैं। वहीँ आपको बता दें कि हमारे वेद और पुराणों के अनुसार इस समय कुछ चीज़ों को आपको भूलकर भी न करने की सलाह दी गयी है। आइये जानते हैं इस समय कौन कौन से काम वर्जित बताये गए हैं।
चातुर्मास प्रारम्भ होते ही न करें ये काम
- देवउठनी एकादशी से तक और चातुर्मास में कोई भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह आदि नहीं करना चाहिए। इस समय इन सभी मांगलिक कार्यों पर पाबंदी होती है। वहीँ जब देवउठनी एकादशी को जब भगवान् जागते हैं तब मांगलिक कार्य शुरू होते हैं।
- चातुर्मास में मुंडन, उपनयन संस्कार, ग्रह प्रवेश, भूमि पूजन, तिलक समारोह, कन छेदन आदि भी नहीं किया जाता है। इन सभी कामों को वर्जित बताया गया है। ये सभी शुभ कार्य भी देवउठनी एकादशी से ही होना शुरू होते हैं।
- इस समय कोई भी शुभ काम नहीं करने चाहिए व्यापार की शुरुआत हो या किसी नई दुकान का उद्घाटन आपको नहीं करने की सलाह दी जाती है। ऐसी मान्यता है कि दुकान या व्यापार की इस अवधि में शुरुआत करने से अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं।
- चातुर्मास में मांसाहार का परहेज़ किया जाता है इसके साथ ही तामसिक चीज़ें जैसे प्याज़ लहसुन अंडा मांस मछली इन सभी को वर्जित माना गया है। इसके साथ ही साथ आपको दही, मूली,साग और बैगन भी नहीं खाना चाहिए।
- चातुर्मास में आपको अपने व्यवहार पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है आपको किसी के साथ छल,कपट, और झूठ नहीं बोलना चाहिए। साथ ही नशा जैसे बुरी आदतों को भी इस समय छोड़ देना चाहिए। इन सभी बातों का विशेष रूप से ध्यान रखने की ज़रूरत है।
आपको बता दें कि इस अवधि में आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। ज़मीन पर सोना चाहिए इससे आपके मान-सम्मान में वृद्धि होती है। साथ ही बल और बुद्धि की भी प्राप्ति होगी।
Next Story