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Father's Day Wishes: फादर्स डे पर अपने पापा को दें ख़ास तोहफे इन ख़ास संदेशों के साथ

Father's Day Wishes: फादर्स डे का ख़ास दिन आप भी और ख़ास बना सकते हैं इन ख़ास संदेशों के साथ इन्हे आप उनके लिए किसी गिफ्ट् पर मेंशन कर सकते हैं या अपने हांथों से बने कार्ड पर भी लिख सकते हैं।

Shweta Srivastava
Published on: 14 Jun 2024 11:06 AM IST
Fathers Day Wishes 2024
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Father's Day Wishes (Image Credit-Social Media)

Father's Day Wishes: जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में मनाया जाता है जो इस साल 16 जून को है। ऐसे में आप भी अपने पिता को ख़ास सन्देश दे सकते हैं। और उनके त्याग और समर्पण के लिए आप उन्हें धन्यवाद कर सकते हैं। आज हम आपके लिए कुछ फादर्स डे शुभकामना सन्देश लेकर आये हैं जो आप अपने पिता को किसी कार्ड या गिफ्ट में मेंशन कर सकते हैं और उन्हें ये बता सकते हैं कि वो भले ही अपने शब्दों से ये बयां न करें की वो आपसे कितना प्यार करते हैं लेकिन उनके सभी एफर्ट आप समझते हैं जिसमे ही उनका प्यार छुपा होता है।

फादर्स डे शुभकामना सन्देश (Father's Day Wishes)

बचपन में जिन्होंने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया,

बड़े होकर सपनों को उड़ान भरना सिखाया,

वही पापा छिपकर जताते थे प्यार, जिसकी मैंने हमेशा की शिकायत,

आज खुद पापा बनकर इस छिपकर प्यार का अर्थ समझा हूं,

पर आपको अपना प्यार नहीं समझा पाया।

कब का दुनिया मुझे कर देती बर्बाद,

अगर पापा ने न दिया होता साथ

उस दिन समझ पाया सख्त दिखने वाले पापा का प्यार,

जिस दिन उन्होंने पूरी दुनिया के खिलाफ जाकर दिया मेरा साथ।

पापा के सबक को जब-जब मैंने नहीं सुना,

तब-तब मुसीबतों का पहाड़ मुझ पर टूटा,

जब सबने साथ देने से कर दिया इनकार,

तब पिता के कांपते हाथों ने ही दिया था सहारा।

दुनिया के तानों ने जब-जब की मुझे गिराने की कोशिश,

पिता के मजबूत हाथों ने थामा है हाथ मेरा।

आपकी जिस सख्ती से थी नफरत,

आज उसी पर प्यार आता है,

काश! आज फिर से आपकी मिलती डांट,

तो फिर तस्वीरों से न करनी पड़ती बात।

पिता उस दीये की तरह हैं,

जो खुद जलकर,

औलाद का जीवन रौशन करते हैं।

रब से है बस एक ही दुआ,

मेरे पापा रहे सदा खुश,

दूर रहे उनसे हर बदुआ।

जिंदगी के हर तूफान में जो कभी नहीं छोड़ता है साथ,

वह हैं मेरे पापा।

कभी गुस्सा, तो कभी प्यार,

यही है पापा के प्यार की पहचान।

मेरा वजूद, मेरी पहचान,

मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापा।

जिस हाथ को थामकर सीखाया था चलना कभी,

आज कैसे गए भूल हम उन कांपते हाथों को थामना?

सब खरीद सकते हो मतलब की इस दुनिया में,

मगर कहां से खरीदोगे पिता का निःस्वार्थ प्यार।

वह पापा ही तो है,

जो बचपन में हमें हंसाने के लिए कभी हाथी, तो कभी घोड़ा बन जाते थे।

जेब खाली होने पर भी,

जिन्होंने पूरी की मेरी हर फरमाइश,

वह हैं मेरे पापाजी।

पिता बरगद का वह पेड़ है,

जो सिर्फ देना जानता है।

जिंदगी के लिए जो खुशी का रास्ता बनाता है,

वह पिता ही होता है।

जिसने हर दुआ में मेरी कामयाबी मांगी,

वह है मेरे पिताजी।

अनुशासन का दूसरा नाम है पापाजी।

जिनके आदर्शों ने दिखाई मुझे हरदम सही राह,

वह हैं मेरे पापा।

मेरी शोहरत,

मेरे पिताजी की बदौलत है।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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