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Flirting Day: जानिए एंटी वैलेंटाइन वीक में आज क्यों मनाया जाता है फ्लिर्टिंग डे, क्या है इसका इतिहास और महत्त्व
Flirting Day: एंटी वैलेंटाइन वीक की शुरुआत 15 फरवरी से हो गयी है ऐसे में आज इस वीक का ख़ास दिन फ्लिर्टिंग डे है। आइये जानते हैं इसका इतिहास और महत्त्व।
Flirting Day: वैलेंटाइन डे के बाद एंटी-वेलेंटाइन वीक मनाया जाता है। ये वो समय होता है जब सिंगल लोग वैलेंटाइन वीक के दौरान कपल्स के स्नेह के भावपूर्ण सार्वजनिक प्रदर्शन को देखने के बाद खुद को डिटॉक्स करते हैं। लेकिन ये एंटी-वेलेंटाइन वीक किसी भी तरह से कोई नकारात्मक सन्देश नहीं देता है बल्कि ये एक दृष्टिकोण है जिसके मूल में एक गहरा इरादा निहित है वो है आत्म-प्रेम, आत्म-चिंतन और आत्म-जागरूकता को अपनाना। एंटी-वैलेंटाइन वीक में स्लैप डे, किक डे, परफ्यूम डे, फ्लर्टिंग डे, कन्फेशन डे, मिसिंग डे और ब्रेकअप डे शामिल हैं। एंटी-वेलेंटाइन वीक लोगों के लिए अपने जीवन में प्यार की तलाश करने और उसे पुनः प्राप्त करने का एक मजेदार तरीका है, और खुद को खुश रखने के तरीके भी ढूंढता है। वहीँ आज हम फ्लिर्टिंग डे मना रहे हैं आइये जानते हैं क्या है इसका इतिहास।
फ्लिर्टिंग डे का इतिहास और महत्त्व
एंटी-वेलेंटाइन वीक का चौथा दिन फ्लर्टिंग डे के रूप में मनाया जाता है। इस साल ये दिन रविवार को मनाया जा रहा है। दरअसल फ़्लर्टिंग शब्द की उत्पत्ति फ़्ल्यूरेटे शब्द से हुई है। फ़्ल्यूरेटे का अर्थ है फूलों की पंखुड़ियाँ गिराकर किसी को आकर्षित करने की कला। सोलहवीं शताब्दी से, फ़्लर्ट करना प्यार को बयां करने का एक और तरीका रहा है जिसे किसी को प्रभावित करने के इरादे से कहानियों और कविताओं में किया जाता रहा है। फ़्लर्टिंग एक ऐसा भाव है, जो उसके लिए है जिसे हम पसंद करते हैं उस तक पहुंचने और उनके प्रति अपना स्नेह व्यक्त करने के तरीके खोजने और ये उम्मीद करने की कला है कि सामने वाला भी हमें पसंद करें।
फ्लर्टिंग डे मनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि हमे जिस व्यक्ति पर क्रश हैं, उसके पास पहुंचने का साहस जुटाएं और उन्हें प्रभावित करने के तरीके खोजें। हम इस दिन को खुद को लाड़-प्यार करने और नई यादें बनाने के अवसर के रूप में भी ले सकते हैं।