TRENDING TAGS :
Friendship Day 2024: इस साल कब मनाया जायेगा फ्रेंडशिप डे, जानिए कैसे हुई थी इसकी शुरुआत
Friendship Day 2024:जानिए इस साल कब मनाया जायेगा दोस्ती का त्योहार फ्रेंडशिप डे और आखिर कैसे हुई थी इस दिन को मानने की शुरुआत।
Friendship Day 2024: भारत में फ्रेंडशिप डे अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। वहीँ साल 2024 में, यह 4 अगस्त को पड़ेगा। ये दिन होता है उन दोस्तों को याद करने का और उनकी सराहना करने का जो आपको सबसे ज़्यादा प्रिय हैं और जिनके साथ बिताया खूब सारा समय भी कम लगता है। वो अपनी उपस्थिति, समर्थन और प्यार से हमारे जीवन को खुशहाल बनाते हैं। वक़्त चाहे जैसा भी हो एक सच्चे दोस्त का साथ मिल जाये तो हम अपनी सभी परेशानियां भूल जाते हैं। वहीँ फ्रेंडशिप डे दोस्तों तक पहुंचने, उपहारों का आदान-प्रदान करने, उन्हें इसकी शुभकामना देने और साथ में खूबसूरत यादें बनाने का समय है। आइये जानते हैं इस दिन का क्या इतिहास और महत्त्व है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे 30 जुलाई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह दिन इस विचार को बढ़ावा देता है कि लोगों, देशों, संस्कृतियों और व्यक्तियों के बीच दोस्ती शांति प्रयासों को प्रेरित कर सकती है और समुदायों के बीच पुल का निर्माण कर सकती है। वैश्विक मित्रता और आपसी समझ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस 2024 मनाया जाएगा। वहीँ भारत में ये 4 अगस्त को मनाया जायेगा। विश्व देशों के बीच की आपसी टकराव को देखते हुए ज़रूरत है कि सभी देश इस दिन को आपस में सौहाद्रपूर्वक मनाएं।
फ्रेंडशिप डे 2024 की थीम की बात करें तो इसका साल का विषय "विविधता को अपनाना, एकता को बढ़ावा देना" है। यह विषय उन विविध पृष्ठभूमियों, संस्कृतियों और दृष्टिकोणों को पहचानने और उनका मूल्यांकन करने के महत्व पर जोर देता है जो हमारे दोस्त हमारे जीवन में लाते हैं। यह मानवीय संबंधों की मज़बूत बनाते हुए आपसी समझ और एकता के पुलों के निर्माण को प्रोत्साहित करता है।
फ्रेंडशिप डे का एक समृद्ध इतिहास है जो 20वीं सदी की शुरुआत से चला आ रहा है। दोस्तों के लिए एक दिन समर्पित करने का विचार सबसे पहले 1930 में हॉलमार्क कार्ड्स के संस्थापक जॉयस हॉल द्वारा प्रस्तावित किया गया था। इसका शुरूआती उद्देश्य ग्रीटिंग कार्ड के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था, लेकिन यह अवधारणा जल्द ही दोस्ती के वैश्विक उत्सव में बदल गई।
1958 में, इस विचार को और गति मिली जब पराग्वे के डॉ. रेमन आर्टेमियो ब्राचो ने दोस्तों के साथ डिनर के दौरान विश्व मैत्री दिवस की स्थापना का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव के कारण वर्ल्ड फ्रेंडशिप क्रूसेड का गठन हुआ, जो विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों के बीच दोस्ती और समझ को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक संगठन है।