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Ganesh Chaturthi 2024: बप्पा के स्वागत से पहले गणेश उत्सव के बारे में जान लें ये 5 खास बातें
Ganesh Chaturthi 2024: 7 सितंबर 2024, शनिवार को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाएगा। इस पर्व को गणेश जन्मोत्सव के तौर पर मनाते हैं।
Ganesh Chaturthi 2024: बस एक दिन और फिर देशभर में बप्पा के नाम की गूंज सुनाई देगी। कल यानी 7 सितंबर 2024, शनिवार (Ganesh Chaturthi 2024 Date) को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाएगा। हर साल भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि को गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) मनाया जाता है। क्योंकि इस तिथि पर गणेश जी का जन्म हुआ था। वैसे तो यह पर्व पूरे भारत में मनाया जाता है, लेकिन महाराष्ट्र में गणेश उत्सव की धूम अलग ही देखने को मिलती है। अगर आप भी अपने घर बप्पा का स्वागत करने की तैयारी में हैं तो इससे पहले गणेश चतुर्थी के बारे में 5 खास बातें जान लें।
गणेश चतुर्थी की 5 खास बातें (Ganesh Chaturthi Ke Bare Mein)
1- हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बुधवार के दिन विघ्नहर्ता गणेश भगवान का जन्म (Bhagwan Ganesh Ka Janam) हुआ था। ऐसे में इस दिन को गणेश जयंती (Ganesh Jayanti) के रूप में पूरे देशभर में मनाया जाता है। यह उत्सव पूरे 10 दिन तक चलता है। इस दौरान भक्त बप्पा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना और सेवा करते हैं। इसके बाद गणेश विसर्जन के मौके पर बप्पा की मूर्तियों को विसर्जित किया जाता है।
2- क्या आपने सोचा है कि गणेश उत्सव का त्योहार 10 दिनों तक क्यों (Ganesh Chaturthi 10 Din Tak Kyu Manate Hain) चलता है। दरअसल, पौराणिक कथा के अनुसार, वेदव्यास जी ने गणपति बप्पा से महाभारत ग्रंथ लिखने की प्रार्थना की थी। इसके बाद गणेश जी ने बिना रूके 10 दिन तक महाभारत लिखी और अनंत चतुर्दशी तिथि पर इसे लिखकर पूरा किया। इस दौरान एक ही स्थान पर लगातार बैठने की वजह से उनके शरीर पर धूल-मिट्टी जम गई थी और उनके कपड़े गंदे हो गए थे। ऐसे में उन्होंने शरीर पर जमी धूल-मिट्टी को साफ करने के लिए सरस्वती नदी में स्नान किया था। इसलिए अनंत चतुर्दशी के मौके पर बप्पा की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।
3- एक मान्यता ये भी है कि गणेश उत्सव से लेकर अनंत चतुर्दशी तक इन 10 दिनों के दौरान भगवान गणेश हर साल पृथ्वी भ्रमण के लिए आते हैं। इसीलिए इस समय गणेश जी की मूर्ति का घर में स्वागत किया जाता है और उनकी सेवा की जाती है। सच्चे मन से पूजा करने पर गणपति बप्पा भक्त की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
4- बता दें गणेश जन्मोत्सव की धूम भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी देखने को मिलती है। भारत के अलावा यह पर्व चीन, नेपाल, तिब्बत, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड, जापान, अमेरिका जैसे देशों में भी मनाया (Ganesh Chaturthi Kin Deshon Mein Manate Hain) जाता है। यहां गणेश भगवान को अलग अलग रूपों में पूजा जाता है।
5- अब जब आप गणेश जन्मोत्सव के बारे में जान ही गए हैं तो ये भी जान लीजिए कि गणपति का जन्म कैसे हुआ (Bhagwan Ganesh Ka Janam Kaise Hua) था। शिवपुराण के अनुसार, एक बार माता पार्वती ने स्नान करने से पहले हल्दी का उबटन लगाया था। ऐसे में जब उन्होंने अपने शरीर से उबटन उतारा तो इससे एक पुतला बना दिया और उसमें प्राण डाल दिए। उन्होंने इस बालक को गणेश नाम दिया।