×

Gudi Padwa 2024: आज है गुड़ी पड़वा, जानिए क्या है इसका इतिहास और महत्त्व

Gudi Padwa 2024: गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र के प्रमुख त्योहारों में से एक है इसे ए साल या फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। आइये जानते हैं इसका इतिहास और महत्त्व।

Shweta Srivastava
Published on: 9 April 2024 9:46 AM IST
Gudi Padwa 2024
X

Gudi Padwa 2024 (Image Credit-Social Media)

Gudi Padwa 2024: जहाँ उत्तर भारत से लेकर देश के हर कोने में आज से नवरात्रि की शुरुआत हुई है वहीँ महाराष्ट्र में आज गुड़ी पड़वा है जिसका यहाँ विशेष महत्त्व है, इसे संवत्सर पड़वो के नाम से भी जाना जाता है, दरअसल ये महाराष्ट्र में नए साल या फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। देश भर में मराठी और कोंकणी चैत्र माह के पहले दिन गुड़ी पड़वा को बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं। आइये जानते हैं इसका इतिहास और महत्त्व क्या है।

गुड़ी पड़वा का इतिहास और महत्त्व

सरल शब्दों में कहें तो मराठी नववर्ष का नाम दो शब्दों - 'गुड़ी' और 'पड़वा' से मिलकर बना है। गुड़ी का अर्थ है हिंदू भगवान ब्रह्मा का ध्वज या प्रतीक और पड़वा का अर्थ है चंद्रमा के चरण का पहला दिन।

Gudi Padwa 2024 (Image Credit-Social Media)

आपको बता दें कि हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने गुड़ी पड़वा के ही दिन ब्रह्मांड का निर्माण किया और दिनों, हफ्तों, महीनों और वर्षों की शुरुआत की। मूलतः गुड़ी को बुराई पर विजय का प्रतीक कहा जाता है। इस साल गुड़ी पड़वा आज यानि 9 अप्रैल 2024 (मंगलवार) को मनाया जाएगा। प्रतिपदा तिथि 9 अप्रैल को रात 8.30 बजे समाप्त होगी।

इतना ही नहीं गुड़ी पड़वा के दिन की शुरुआत आपको तेल स्नान से करनी चाहिए और कुछ अनोखी प्रार्थनाओं के साथ ये दिन समाप्त होता है। नीम की पत्तियों का सेवन श्रद्धालु गुड़ या अन्य बीजों के साथ भी करते हैं। भक्त तेल से स्नान करने के बाद अपने घरों को रंगोली और अन्य वसंत-थीम वाली सजावट से सजाते हैं।

Gudi Padwa 2024 (Image Credit-Social Media)

इसके बाद, कुछ पारंपरिक प्रथाएँ की जाती हैं, जैसे भगवान ब्रह्मा की पूजा के लिए एक शुभ पूजा और भगवान विष्णु और उनके विभिन्न अवतारों की प्रार्थना के लिए हवन किया जाता है। इतना ही नहीं इस दिन महाराष्ट्र की महिलाएं अपने घरों में सुंदर "गुड़ी" बनाकर और उनकी पूजा करके इस दिन को मनाती हैं। गुड़ी मूलतः एक ध्वज है, जो चांदी या तांबे के उल्टे बर्तन से बना होता है, जिसे पीले कपड़े से सजाया जाता है और बांस के डंडे के ऊपर स्थापित किया जाता है। भक्तों का मानना ​​है कि गुड़ी सौभाग्य प्रदान करती है और परिवारों को सभी नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाती है।

आप सभी को न्यूज़ट्रैक की पूरी टीम की तरफ से गुड़ी पड़वा की शुभकामनाएं।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

Next Story