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आधा होटल खाली, रूम सर्विस भी नहीं

अब ‘बच्चा मुक्त’ होटल भी फायदे में रहेंगे। एक टेक ट्रेवल ग्रुप के अनुसार होटलों में दिसंबर-जनवरी के लिए 65 फीसदी नई बुकिंग कपल्स के लिए हो रही है जबकि पिछले साल ये 51 फीसदी थी। माना जा रहा है कि अब पेरेंट्स अपने बच्चों से भी थोड़ी फिजिकल डिस्टेन्सिंग चाह रहे हैं।

राम केवी
Published on: 23 May 2020 8:01 AM GMT
आधा होटल खाली, रूम सर्विस भी नहीं
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नई दिल्ली। दुनिया के नम्बर वन टूरिस्ट डेस्टिनेशन बैंकाक में टूरिस्टों के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। कोरोना वायरस के इस दौर में मेहमानों को नए अंदाज वाले थाईलैंड का अनुभव होगा। जहां कोरोना से बचाव के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। मेहमानों और मेजबानों की हिफाजत का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

बैंकाक के होटलों में फेशियल रिकग्निशन टूल स्थापित किए जा रहे हैं। होटलों की लिफ्ट में टच फ्री बटन लगाए जा रहे हैं। अब बुफे नजर नहीं आएंगे। अगर आप होटल से बाहर कहीं रेस्तरां में लोकल फ़ूड का मजा लेने जाएंगे तो वहां अपनी टेबल पर लगे प्लास्टिक डिवाइडर के लिए तैयार रहिएगा।

होटल की रूम सर्विस अब पहले जैसी नहीं मिलेगी। आपके रूम के बाहर ही फ़ूड कार्ट छोड़ दी जाएगी। खुद अपने रूम में खाना लाइये और खाइये। कोरोना काल में संकटग्रस्त देशों में बैंकाक उन शहरों में है जिसने हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को पुनः शुरू किया। बैंकाक ने जो तैयारियां कीं हैं वही तैयारियां बाकी दुनिया में भी होटल्स खोलने के बारे में की जा रही हैं। बैंकॉक के होटल साल भर भरे रहते हैं जहां दुनिया भर से लोग आते हैं।

क्या उम्मीद करें

- अब कभी आप होटल जाएं तो पहुंचते ही टेम्परेचर चेकिंग की जाएगी।

- आपको ब्रांडेड पीपीई किट दिखाई देंगे। गेस्ट्स को ऑन डिमांड ये किट दिये भी जाएंगे।

- होटल के गलियारों में वन वे लागू होगा और फर्श पर संकेत लगे होंगे।

- होटलों की लॉबी में सन्नाटा नजर आएगा। क्योंकि होटल आधे से ज्यादा कमरे खाली रखेंगे।

कई देशों के होटेलों ने तय किया है कि वे हेल्थ की सुरक्षा के लिहाज से 30 से 50 फीसदी कमरे खाली रखेंगे।

नियमों में हुए ये बदलाव

- आपके चेक आउट कर जाने के एक दिन बाद वो कमरा किसी अन्य गेस्ट को दिया जाएगा क्योंकि आपके इस्तेमाल किए हुए कमरे को पूरी तरह सैनिटाइज़ करना होगा।

‘बेस्ट वेस्टर्न’ होटल ग्रुप का कहना है कि चेक आउट के 24 घंटे बाद ही हाउसकीपिंग और क्लीनिंग स्टाफ उस कमरे में प्रवेश करेगा और तभी साफ सफाई होगी।

- चेक इन भी अब डिजिटल होगी और होटल के गेट पर ही सब औपचारिकतायेँ पूरी कर ली जाएंगी।

- कमरे में आने-जाने के लिए ‘की कार्ड्स’ की बजाय अब होटल में मोबाइल लॉक लगाया जाएगा। इसमें गेस्ट अपने मोबाइल से ताला खोल बंद कर सकेंगे।

- अब होटलों में वेलेट, मिनी बार, तकिये पर रखे जाने वाले सजावटी कवर, डेस्क नोट पैड, टीवी रिमोट, आदि भूल जाइए। इनके बगैर काम चलाया जाएगा। बहुत से होटल इंटरकॉम भी हटाने पर विचार कर रहे हैं। इसकी जगह मोबाइल से ही कॉल करनी होगी। कमरों में गेस्ट्स द्वारा इस्तेमाल की जानी ज़्यादातर चीजें डिस्पोजबल रखने की तैयारी है।

नई होटल इकॉनमी

कोरोना काल के बदलाव से होटलों की अर्थव्यवस्था भी बादल जाएगी। बहुत से खर्चे कम हो जाएंगे, सुविधाएं घाट जाएंगे, स्टाफ कम हो जाएगा। लेकिन एक सेगमेंट तेजी से छलांग लगाएगा।

फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार अब लक्जरी ट्रेवल और लक्जरी होटल के डिमांड तेजी से बढ़ेगी। इसकी वजह लोगों को मिलने वाली सुविधाएं और प्राइवेसी है।

कुछ लक्जरी होटल अभी से अपनी ‘एक्सक्लूसिवनेस’ का प्रचार करने लग गए हैं जहां इन्सानों के बीच संपर्क न्यूनतम होगा। फ्रेंच रिजार्ट इस दिशा में सबसे आगे हैं।

अब ‘बच्चा मुक्त’ होटल भी फायदे में रहेंगे। एक टेक ट्रेवल ग्रुप के अनुसार होटलों में दिसंबर-जनवरी के लिए 65 फीसदी नई बुकिंग कपल्स के लिए हो रही है जबकि पिछले साल ये 51 फीसदी थी। माना जा रहा है कि अब पेरेंट्स अपने बच्चों से भी थोड़ी फिजिकल डिस्टेन्सिंग चाह रहे हैं।

नीलमणिलाल की रिपोर्ट

राम केवी

राम केवी

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