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Real and Fake Mawa: गुझिया बनाने के लिए ख़रीदने जा रहे हैं मावा, जानिए कैसे करेंगे मिलावटी और शुद्धता की पहचान

Real and Fake Mawa Difference: होली के मौके सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी होता है , इसलिए हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं असली और नकली मावा या खोया की पहचान करने के तरीके।

Shweta Srivastava
Published on: 7 March 2023 3:55 PM IST
Real and Fake Mawa Difference
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Real and Fake Mawa Difference (Image Credit-Social Media)

Real and Fake Mawa Difference: होली का खास पकवान गुझिया घरों में बेहद पसंद किया जाता है। साथ ही साथ इसमें काफी मेहनत भी लगती है। लेकिन क्या अगर आपकी मेहनत से बनी गुझिया के अन्दर भरा गया मावा नकली हो। जी हाँ होली के साथ साथ नकली मावा भी बाज़ारों में बिकना शुरू हो जाता है। लेकिन अगर आपको इसकी सही परख नहीं है तो आप भी इस तरह के मावा घर लाकर इस ठगी का शिकार हो सकते हैं साथ ही साथ ये मिलावटी मावा या खोया सेहत के लिए भी काफी नुकसानदायक होता है। इसीलिए आज हम आपको सही मावा की पहचान करवाने वाले हैं।

मावा में मिलावट की जांच कैसे करें

असली मावा की सबसे बड़ी पहचान ये है कि ये चिपचिपा नहीं होता है। मावा को आप अपने हांथों से रगड़ सकते हैं। अगर मावा असली है तो इसकी महक देसी घी की तरह आयेगी, मावा में थोड़ी सी चीनी डाल कर गरम कीजिये। अगर वो पानी छोड़ देता है तो ये मावा नकली होता है। इसमें मिलावट की गई है। अगर मावा का स्वाद कच्चे दूध की तरह है और खाते समय चिपकता नहीं है तो मावा असली है।

होली से पहले आमतौर पर सभी घरों में गुझिया बनाई जाती है। वहीं गुझिया बनाने के लिए लोग बाजार से खूब खोया खरीदते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मावा में मिलावट होली के दौरान बड़े पैमाने पर की जाती है। इसे खाने से आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आप चाहें तो कुछ आसान तरीकों से असली और नकली मावा की पहचान कर सकते हैं।

होली के मौके पर लजीज पकवान खाने के साथ-साथ सेहत का भी खास ख्याल रखना जरूरी होता है ,वहीं नकली मावा गुझिया खाने से आपकी होली का रंग फीका पड़ सकता है, इसलिए हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं असली और नकली खोये की पहचान करने के तरीके, जिन्हें आज़माकर आप बाजार से शुद्ध मावा खरीद सकते हैं।

नकली मावा कैसे बनाते है

मावा में मिलावट करने के लिए कुछ लोग मावा में घटिया दूध पाउडर, आटा, आलू या सिंघाड़े का आटा, डिटर्जेंट, यूरिया और सिंथेटिक दूध तक मिला देते हैं। जिसे खाने से आप पेट से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं। आइए जानते हैं असली और नकली मावा की पहचान करने के तरीके।

आयोडीन की मदद लें

मावा में मिलावट का पता लगाने के लिए आप आयोडीन लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक बाउल में गर्म पानी लें। - अब इस पानी में खोया का एक छोटा टुकड़ा डालकर मिलाएं। इसके बाद पानी में आयोडीन लोशन की कुछ बूंदें मिलाएं। ऐसे में जब मावा का रंग नीला हो जाए तो समझ लें कि इसमें स्टार्च मिला हुआ है।

रबिंग टेस्ट करें

असली और नकली खोया की पहचान करने के लिए आप इसे मसल कर देख सकते हैं। ऐसे में मावा खरीदते समय इसे अपनी उंगलियों में लेकर हल्के हाथ से मसल लें। ऐसे में असली मावा चिकना और दानेदार रहेगा। जबकि नकली खोया रगड़ने पर रबड़ जैसा लगता है। साथ ही इसमें से केमिकल की गंध भी आती है।

मावा के गोले बना लीजिये

आप मावा की गोली बनाकर भी असली और नकली खोया की पहचान कर सकते हैं। ऐसे में मावा हाथ में लेकर छोटी-छोटी लोई बना लें। अब जब मावा फूटकर बिखर जाए या जब गोली में दरार आ जाए तो समझ लें कि उसमें खराब दूध की मिलावट हो गई है।

मावे का परीक्षण करें

आप मावा को चखकर भी इसकी शुद्धता की जांच कर सकते हैं। बता दें कि असली मावा खाते ही मुंह में घुल जाता है। वहीं मावा में मिलावट होने पर ये मुंह में चिपकने लगता है। जिससे आप तुरंत असली और नकली मावा की पहचान कर सकते हैं।

नोट: इस लेख में दी गई जानकारी और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज़ट्रैक इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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