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International Women's Day 2025: जानिए देश की पहली महिला IPS ऑफिसर की कहानी, जो पढ़ाई से लेकर अपराधियों के पसीने छुड़ाने तक, रहीं सबसे आगे

International Women's Day 2025 Special: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस देश की होनहार महिलाओं को याद और उनकी सराहना करने का समय होता है।

Shreya
Published on: 5 March 2025 7:10 AM IST (Updated on: 5 March 2025 7:45 AM IST)
International Womens Day 2025: जानिए देश की पहली महिला IPS ऑफिसर की कहानी, जो पढ़ाई से लेकर अपराधियों के पसीने छुड़ाने तक, रहीं सबसे आगे
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Kiran Bedi (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

International Women's Day 2025: हर साल 8 मार्च को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं को समर्पित है। इंटरनेशनल विमेन डे को औपचारिक मान्यता उस वक्त मिली, जब 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने (United Nation) 'इंटरनेशनल विमेंस ईयर' मनाते हुए पहली बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया था। इसके दो साल बाद 1977 में संयुक्त राष्ट्र ने 8 मार्च को 'महिला अधिकार दिवस' के रूप में मनाने का ऐलान किया।

बता दें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का उद्देश्य (International Women's Day Purpose) महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना और उन्हें सशक्त बनाना है। इसके साथ ही समाज में उनके काम, योगदान और भूमिका को स्वीकार करना है।

भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी (India's first female IPS officer)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस देश की होनहार महिलाओं को याद और उनकी सराहना करने का समय होता है। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल में भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी (Bharat Ki Pehli Mahila IPS Officer) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं किस महिला के पास देश की पहली महिला इंडियन पुलिस सर्विस-IPS अधिकारी होने का रिकॉर्ड है।

कौन हैं किरण बेदी (Kiran Bedi Kon Hai)?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आपने किरण बेदी (Kiran Bedi) का नाम तो सुना ही होगा, वहीं, जो पुलिस की वर्दी में अपराधियों के छक्के छुड़ा देती थीं। भले ही वो रिटायर हो गई हों, लेकिन आज भी आईपीएस के तौर पर उनके कामों को याद किया जाता है। तो आप आपका जवाब मिल ही गया होगा। जी हां, किरण बेदी ही देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं। चलिए जानते हैं उनके जीवन के बारे में विस्तार से।

किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को पंजाब के अमृतसर में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता प्रकाश लाल पेशावरिया एक टेनिस खिलाड़ी थे और उनकी माता का नाम प्रेम लता था। बेदी का पालन-पोषण ऐसे घर में हुआ, जहां हिंदू और सिख दोनों परम्पराओं का माना जाता था। उनका परिवार पेशावर का रहने वाला था, लेकिन 1860 में बेदी के परदादा लाला हरगोबिंद पेशावरिया पेशावर से अमृतसर आ गए थे।

कितनी पढ़ी-लिखी हैं किरण बेदी (Kiran Bedi Education Qualification In Hindi)?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बात करें किरण बेदी की पढ़ाई की तो उन्होंने अमृतसर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) में भी हिस्सा लिया। इसके बाद बेदी ने 1968 में अमृतसर के सरकारी महिला कॉलेज से अंग्रेजी में बैचलर्स की डिग्री हासिल की। उसी साल उन्होंने एनसीसी कैडेट ऑफिसर पुरस्कार भी अपने नाम किया। बैचलर्स के बाद किरण ने चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की।

मास्टर्स की पढ़ाई करने के बाद 1970 से 1972 तक बेदी ने अमृतसर में खालसा कॉलेज फॉर वुमेन में लेक्चरर के रूप में पढ़ाया। लेकिन उनकी क्वालिफिकेशन केवल एमए तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि इंडियन पुलिस सर्विस में अपने करियर के दौरान उन्होंने 1988 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के Faculty of Law से लॉ में बैचलर्स की डिग्री ली और फिर 1993 में आईआईटी दिल्ली से समाज विज्ञान विभाग से पीएचडी की उपाधि हासिल की थी।

टेनिस करियर (Kiran Bedi Tennis Career)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

शायद ही आप जानते हों कि किरण बेदी पढ़ाई के साथ-साथ टेनिस के कोर्ट में भी शानदार थीं। टीनएजर के रूप में, बेदी ने 1966 में नेशनल जूनियर टेनिस चैम्पियन का ताज पहना था। इसके अलावा 1965 और 1978 के बीच, उन्होंने कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में दमदार परफॉर्मेंस की बदौलत कई खिताब भी अपने नाम किए।

कब हुईं इंडियन पुलिस सर्विस में शामिल (Kiran Bedi IPS Career)?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

किरण बेदी साल 1972 में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुई थीं। तब वह केवल 23 साल की थीं। इसी के साथ वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी रैंक में शामिल होने वाली भारत की पहली महिला बनीं। जब उन्होंने 16 जुलाई 1972 को मसूरी में स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी ट्रेनिंग शुरू की थी, तो वहां 80 पुरुष पुलिस अधिकारियों के बीच वह इकलौती महिला आईपीएस अधिकारी थीं।

उन्हें सबसे पहली पोस्टिंग 1975 में दिल्ली के चाणक्यपुरी सबडिवीजन (Kiran Bedi First Posting) में मिली। अपने करियर के दौरान उन्होंने दिल्ली, गोवा, चंडीगढ़ और मिजोरम जैसे राज्यों में सेवाएं दीं। करीब 35 सालों तक आईपीएस के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद और सामाजिक सक्रियता और लेखन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्होंने साल 2007 में पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो की महानिदेशक के पद से स्वैच्छिक इस्तीफा दे दिया।

किरण बेदी के बारे में खास बातें (Interesting Facts About Kiran Bedi)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

1- बेदी ने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में की।

2- किरण बेदी ने 28 मई 2016 से 16 फरवरी 2021 तक पुडुचेरी की 24वीं उपराज्यपाल के तौर पर सेवाएं दीं।

3- इसके अलावा वह राष्ट्रीय और राज्य स्तर की टेनिस की खिलाड़ी रहीं और कई खिताब भी अपने नाम किए।

4- पश्चिमी दिल्ली में तैनात रहते हुए उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी लाने का काम किया।

5- उत्तरी दिल्ली के पुलिस डिप्टी कमिशनर के रूप में, उन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ एक अभियान चलाया, जो नवज्योति दिल्ली पुलिस फाउंडेशन में बदल गया। 2007 में इसका नाम बदलकर नवज्योति इंडिया फाउंडेशन कर दिया गया।

6- तिहाड़ जेल में कई सुधार करने के लिए उन्हें 1994 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मिला।

7- 2003 में, बेदी संयुक्त राष्ट्र पुलिस की प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र शांति संचालन विभाग में पुलिस सलाहकार नियुक्त होने वाली पहली भारतीय और पहली महिला बनीं।

8- पुलिस सेवा के बाद उन्होंने पॉलिटिक्स में हाथ आजमाने की सोची और इसके लिए जनवरी 2015 में भाजपा में शामिल हो गईं। लेकिन 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

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