Janamashtami 2024: श्री कृष्ण का जन्मोत्सव इस दिन मनाएगा देश, भूलकर भी न करें ये गलती

Janamashtami 2024: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार इस साल किस दिन मनाया जायेगा और क्या गलती आपको भारी पड़ सकती है आइये विस्तार से जान लेते हैं।

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Published on: 26 July 2024 6:25 PM GMT
Janamashtami 2024
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Janamashtami 2024 (Image Credit-Social Media)

Janamashtami 2024: कृष्ण जन्माष्टमी इस साल 26 अगस्त को है। ये दिन होता है श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का। वहीँ ज़्यादातर लोग इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान् श्री कृष्ण का जन्मदिन अपने-अपने तरीकों से मनाते हैं। कोई इस दिन लड्डू गोपाल का पालना और मंदिर सजाता है तो कोई इस दिन श्री कृष्ण के जन्म से लेकर उनकरे जीवन की सभी अहम् पलों को झांकी के रूप में सजाता है। वहीँ क्या आप जानते हैं श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के दौरान कुछ ऐसी चीज़ें हैं आपको भूलकर भी इस दिन नहीं करनी चाहिए। आइये जानते हैं क्या है वो चीज़ें।

जन्माष्टमी के दिन हर तरफ दही हांड़ी और लोगों के बीच उत्साह देखते ही बनता है। इस दिन भक्त कृष्ण भगवान् के बालरूप की पूजा करते हैं उन्हें स्नान कराते हैं, उन्हें नए वस्त्र पहनाते हैं और विभिन्न मीठे और नमकीन व्यंजनों सहित एक विशेष भोग चढ़ाते हैं। इसके साथ ही साथ लोग अपने घरों को फूलों और रंगोली से सजाते हैं और व्रत रखते हैं। इस दिन कुछ लोग फलहारी करते हैं वहीँ कुछ लोग निर्जला व्रत भी रखते और श्री कृष्ण के जन्म के समय तक इसे रखा जाता है। वहीँ आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस व्रत के दौरान इस दिन आपको क्या नहीं करना चाहिए।

अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा। आइये जानते हैं आपको किन चीज़ों का विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत है।

1. एक दिन पहले पौष्टिक भोजन करें: त्योहार से एक दिन पहले अपने आहार में उचित पोषक तत्व शामिल करना महत्वपूर्ण है। यह आपको हाइड्रेटेड और पोषक तत्वों से भरपूर रखता है, आपके शरीर को आने वाले त्योहार के लिए तैयार करता है।

2. हाइड्रेटेड रहें: पूरे दिन हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। यह आपको ऊर्जावान रखता है और एसिडिटी, सूजन, कब्ज आदि सहित असुविधाओं से बचाता है। अगर आपने निर्जला व्रत रखा है तो व्रत शुरू करने से पहले भरपूर मात्रा में पानी पीने का प्रयास करें।

3. कार्ब युक्त भोजन खाएं: आपने व्रत के दौरान लोगों को साबूदाना, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा आदि खाते हुए देखा होगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है क्यों? ऐसा इसलिए है क्योंकि ये खाद्य पदार्थ कार्ब और स्टार्च से भरपूर होते हैं जो ऊर्जा में परिवर्तित होते हैं और आपको पूरे दिन एक्टिव रहने में मदद करते हैं।

4. प्याज-लहसुन से बचें: यूँ भी किसी व्रत में लहसुन या प्याज़ का सेवन वर्जित होता है। क्योंकि व्रत का उद्देश्य आपके शरीर और दिमाग को ठंडा और शांत रखना है। कई सिद्धांतों के अनुसार, प्याज और लहसुन प्रकृति में 'तामसिक' होते हैं और शरीर में शारीरिक ऊर्जा को शामिल करते हैं, जिससे गर्मी पैदा होती है।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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