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प्रेग्नेंसी में दिख रहा है ये लक्षण, तो तुरंत डॉक्टर से करें संपर्क
गर्भावस्था में महिलाओं का काफी ध्यान रखा जाता है ताकि वो और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहे।
लखनऊ: घर में प्रेग्नेंसी (Pregnancy) की न्यूज़ सुनते ही सभी के चहरे खुशी से भर जाते जाते है। गर्भावस्था में महिलाओं का काफी ध्यान रखा जाता है ताकि वो और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहे। लेकिन ऐसे में अगर महिला को पहली तिमाही में स्पॉटिंग या हल्कीं ब्लीडिंग होती है तो वो नॉर्मल बात है और इसे लेकर आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। लगभग 20 से 25 फीसदी महिलाओं को पहले तीन महीनों में स्पॉिटिंग होती है और कई बार तो दूसरी तिमाही में भी स्पॉसटिंग हो जाती है। लेकीन कुछ मामलों में स्पॉिटिंग होना, गंभीर विषय होता है। आपको बताते हैं कि इस वजह से स्पॉिटिंग हो रही है, तो आपको इसका खास ध्यान देंगे।
खून का रंग गहरा हो
आप खून के रंग से पता लगा सकते है इसके बारे में। अगर भूरे की जगह खून का रंग चमकीला लाल है, तो यह आपके लिए चिंता की बात हो सकती है। कई बार ब्लीडिंग में खून के थक्के या ऊतक भी आ जाते हैं जिसे आप नॉर्मल नहीं ले सकते है।
ब्लीडिंग हैवी हो रही है
स्पॉिटिंग का मतलब कम ब्लीतडिंग से है। ये पीरियड्स की तरह नहीं होती है जिसमें आपको हैवी ब्लीडिंग हो और थोड़ी-थोड़ी देर में टैंपोन या पैड बदलने की जरूरत पड़े। अगर आपको प्रेगनेंसी में स्पॉभटिंग की वजह से पीरियड्स की ही तरह पैड बदलना पड़ रहा है, तो ये नॉर्मल नहीं है। मध्य म से हैवी ब्लीजडिंग होने पर आपको तुरंत गायनेकोलॉजिस्ट से बात करनी चाहिए।
चक्कर आ रहे हैं
हैवी स्पॉिटिंग के साथ चक्कर आना और प्रेगनेंसी लक्षणों का कम होना भी किसी प्रॉब्लम की तरफ इशारा है। चक्कर आना और गर्भावस्था के लक्षणों में कमी आना मिसकैरेज का इशारा हो सकता है इसलिए अपना टाइम बर्बाद किए बिना ही डॉक्टर से बात करें।
कमर दर्द
प्रेगनेंसी में स्पॉाटिंग के साथ तेज कमर दर्द भी हो रहा है, तो यह अच्छा संकेत नहीं है। आपको इस बात को टालना नहीं चाहिए। अगर स्पॉीटिंग के साथ बुखार और ठंड भी लग रही है, तो तुरंत डॉक्टर के संपर्क में आये।
ये कहती हैं डॉक्टर
आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ. सुची कालिया कहती हैं कि, 'प्रेगनेंसी के किसी भी महीने में स्पॉिटिंग या ब्लीडिंग होना ठीक नहीं है और खासतौर पर पहले तीन महीनों में ऐसा होना किसी परेशानी की ओर संकेत करता है।' उनका कहना है कि, 'पूरे नौ महीनों में कई कारणों से गर्भवती महिला को ब्लीडिंग हो सकती है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए।'
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