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क्यों नहीं याद रहती पिछले जन्म की बातें, डॉक्टर्स ने बताए ये 3 REASON
लखनऊ: अक्सर आपने देखा होगा कि फिल्मों में हीरो-हीरोइन दोबारा जन्म लेते हैं और उसी जगह पहुंच जाते हैं, जहां पर वह पिछले जन्म में पैदा हुए थे। ये सब देखकर हम यही कहते हैं कि ये फिल्म वाले भी न जाते क्या-क्या दिखाते रहते हैं। ऐसा कहीं होता है भला। किसी को अपनी पिछले जन्म की बातें याद नहीं रह पाती हैं।
हमने कल क्या-क्या किया था, ये तो हम याद नहीं रख पाते, तो भला पिछले जन्म की बातें कैसे याद रख पाएंगे। आज के समय में अपना फोन नंबर ही याद रखना मुश्किल हो गया है। पर कुछ लोगों का मानना है कि भगवान दूसरा जन्म देने से पहले इंसान की याद्दाश्त का वो हिस्सा गायब कर देते हैं, जो उसे दूसरे जन्म की बातें यादें दिलाते हैं।
क्या वाकई तेज है आपकी याद्दाश्त?
आज का जो समय है, वो हमसे भी दुगनी तेजी से आगे भाग रहा है। हम खुद भूल जाते हैं कि दो दिन पहले हमने क्या क्या किया? कभी-कभी तो हम खुद का जन्मदिन भी भूल जाते हैं। याद नही रख पाते हैं। आप मानें या ना मानें, लेकिन अब तो साइंस ने भी इंसान के पिछले जन्म की बात को सच माना है।
सबसे अच्छा होता है मनुष्य का जन्म
शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को इंसान का जन्म कई सारी योनियां पार करने के बाद ही इंसान का जन्म मिलता है। कहते हैं कि जब एक बार कोई मनुष्य इंसान के रूप में जन्म ले लेता है, तो वह दोबारा जन्म मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है। लेकिन जो मनुष्य मोह माया में फंसे होते हैं, वे दोबारा इंसान का जन्म पा तो लेते हैं। लेकिन इंसान योनि में आने के मकसद को भूल जाते हैं।
क्या वाकई सच होता है पिछला जन्म
एक तरफ जहां कुछ लोग पिछले जन्म को सच मानते हैं, तो वहीं कुछ लोग इस बात को सीधे नकार देते हैं। पर सवाल तो यह है कि अगर पिछला जन्म होता है। तो क्या आपको अपने पिछले जन्म की कोई भी बात याद है? क्या आपको याद है कि पिछले जन्म में आपका नाम क्या था? पिछले जन्म में आप क्या करते थे?
नहीं याद रहता है पिछला जन्म
जब भी आप किसी से पूछते हैं कि क्या उसे उसके पिछले जन्म के बारे में याद है, तो उसका जवाब होता है नहीं याद है। 99 प्रतिशत लोगों को उनका पिछला जन्म नहीं याद होता है। विज्ञान का भी यही मानना है कि पिछले जन्म की बातों को याद रख पाना नामुमकिन है। वैज्ञानिकों की मानें, तो कैमिकल ऑसीटॉसिन नामक एक चीज जो गर्भधारण या फिर एक गर्भवती महिला से जुड़ी होती है। यह वस्तु गर्भधारण के समय ही मां के गर्भ में निकल जाती है।
क्या है पिछला जन्म भूल जाने का कारण?
ऑसीटॉसिन नाम का यह तत्व शिशु के साथ ही मां के गर्भ से बाहर आए, तो वह अपने पिछले जन्म की सभी बातों को साफ-साफ याद रख सकता है। पर सच तो यह है कि यह तत्व गर्भाधारण के समय ही बाहर निकल जाती है।
दिमाग भूल जाता है बुरी बातों को
इसके बाद पिछले जन्म की यादों को भूल जाने की तीसरा कारण प्रकृति से जुड़ा है। जिसके अनुसार यह के मानसिक बात है कि हम पिछले जन्म की बातों को भूल जाते हैं क्योंकि मनुष्य का दिमाग बुरी बातों को भूलने के लिए बना है। दर्द और बुराई जितनी जल्दी दिमाग से निकल जाए अच्छा रहता है। उदाहरण के लिए यदि पिछले जन्म में किसी की मृत्यु सड़क दुर्घटना से हुई हो और यह बात उसे अगले जन्म में भी याद रहे। तो वह सारी ज़िंदगी ऐसी दुर्घटना ना हो इस डर में जीता रहेगा।
कुदरत का है ये अनोखा नियम
इसलिए बेहतर है कि प्रकृति उससे उसके पिछले जन्म की यादों को छीन लेती है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें अपने पिछले जन्म की बातें याद रहती हैं। वे कहां रहते थे, उनका क्या नाम था, उनके माता-पिता कौन थे, उन्हें यह याद आ जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार यह सारा खेल ‘कर्मों’ का है। उस विशेष आत्मा के कर्म उसे उसके पिछले जन्म की ओर खींचकर ले जाते हैं। उनके उन जन्म में कुछ तो ऐसा हुआ होता है, जो उन्हें अगले जन्म तक भी उन बातों को भूलने नहीं देता। और यह वाक्या लाखों-करोड़ों में से एक-दो लोगों के साथ ही होता है।