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Women's Day 2025: जानें छोटे गांव से आने वाली अनिता देवी की कहानी, जिन्होंने खुद को बनाया आत्मनिर्भर, पीएम मोदी भी हुए सक्सेस से इंप्रेस
Anita Devi Kon Hai: PM मोदी ने महिला दिवस के मौके पर कुछ प्रेरणादायक भारतीय महिलाओं की कहानी शेयर की है, जिसमें अनीता देवी का नाम भी शामिल है। आइए जानते हैं कौन हैं अनीता देवी।
Anita Devi (Photo- Social Media)
Kon Hai Anita Devi: आज 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day 2025) के मौके पर, जब महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरुक किया जा रहा है और समाज में उनकी भूमिकाओं और योगदान को सराहा जा रहा है, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर कुछ ऐसी भारतीय महिलाओं की कहानी शेयर की है, जिनका जीवन महिलाओंं और भारत की युवा लड़कियों के लिए प्रेरणादायक है।
इन महिलाओं में एक नाम अनीता देवी (Anita Devi) का भी शामिल है। आइए जानते हैं कौन हैं अनिता देवी, जिनकी सफलता और मेहनत के इस सफर ने खुद प्रधानमंत्री को उनकी तारीफ करने पर मजबूर कर दिया।
अनिता देवी कौन हैं?
महिलाओं के लिए आज प्रेरणा का स्त्रोत बन चुकीं अनिता देवी ने अपने सफर की शुरुआत बिहार के नालंदा जिले के अनंतपुर गांव से की। 2016, जब देश में स्टार्टअप्स की लहर तेज हो रही थी, तब उन्होंने भी आत्मनिर्भर बनने की ठानी और माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की। अनिता देवी ने न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराया, जिससे उन्हें भी आजीविका के साथ स्वाभिमान का जीवन मिल रहा है।
क्या काम करती हैं अनिता देवी
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
अनीता देवी ने "माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड" की स्थापना की है। वह मशरूम उत्पादन के जरिये अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए काम करती हैं। साथ ही उनकी कंपनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजों को भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है।
अनीता देवी की सफलता की कहानी
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वालीं अनीता देवी ने जीवन में कई बड़े संघर्षों का सामना किया, लेकिन उनका मन हमेशा से अपने दम पर कुछ कर दिखाने का था। इसके बाद 2016 में उन्होंने खुद स्वरोजगार करने का फैसला लिया। उस समय पर स्टार्ट-अप्स का क्रेज काफी तेजी से बढ़ रहा था। ऐसे में मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा लिए अनीता देवी ने 9 साल पहले अपनी खुद की कंपनी माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की। इससे न केवल उन्होंने अपनी राह आसान की है, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का भी काम किया।
अनीता बताती हैं कि आज मशरूम उत्पादन के जरिये मैं अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही हूं। अब मेरी कंपनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजों को भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है। आज इस कंपनी में काम करने वाली सैकड़ों महिलाओं को, आजीविका के साथ स्वाभिमान का जीवन भी मिल रहा है।
कैसे शुरू हुआ मशरूम उत्पादन का सफर
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
अनीता ने बिहार सरकार की जीविका परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की मदद से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लेने के बाद सैकड़ों महिलाओं को भी मशरूम की खेती से जोड़ा। अनीता का कहना है कि अब मेरा सपना है कि गांव की हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो। मेरे साथ काम करने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनते देखना मेरी सबसे बड़ी खुशी है। मैं मानती हूं कि आर्थिक स्वतंत्रता ही महिलाओं के सम्मान और सामाजिक स्थिति को मजबूत करती है। आज जब मेरे साथ की महिलाएं अपने परिवार के लिए कुछ अच्छा करती हैं, तो मुझे इससे सबसे ज्यादा संतोष होता है।
आगे का क्या है प्लान
अनीता ने अपने भविष्य के प्लान के बारे में बताते हुए कहा कि अभी जो मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान हुआ है, उसके बाद मैं मखाने से जुड़े काम के बारे में भी सोच रही हूं। बताते चलें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को अपने बजट भाषण में बिहार में मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा की थी।