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यह हैं ब्रेस्ट कैंसर के मुख्य कारण, बचाव और इलाज की तकनीकें

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाना वाला कैंसर है। आमतौर पर मेनोपॉज़ के बाद होने वाली यह बीमारी अब 18 से 21 साल की युवतियों में भी तेज़ी से फैल रही है। डॉक्टरों के मुताबिक आधुनिक जीवनशैली और अत्यधिक तनाव कम उम्र में ही महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को जन्म दे रहा है।

Anoop Ojha
Published on: 22 Nov 2018 8:06 PM IST
यह हैं ब्रेस्ट कैंसर के मुख्य कारण, बचाव और इलाज की तकनीकें
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मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के ग्राम कान्हावाड़ी में रहने वाले भगत बाबूलाल भगत लोगों के कैंसर का उपचार फ्री में कर रहे हैं।

स्वाति प्रकाश

लखनऊ: ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाना वाला कैंसर है। आमतौर पर मेनोपॉज़ के बाद होने वाली यह बीमारी अब 18 से 21 साल की युवतियों में भी तेज़ी से फैल रही है। डॉक्टरों के मुताबिक आधुनिक जीवनशैली और अत्यधिक तनाव कम उम्र में ही महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को जन्म दे रहा है।इससे बचने के कुछ खास उपाय और लक्षण जिनपर ध्यान दिया जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर के साइड इफेक्ट्स

ब्रेस्ट कैंसर के मरीज़ को चिंता ,अवसाद, अनिद्रा और घबराहट महसूस होती है। इस बीमारी में मरीज़ को जोड़ों में दर्द, स्किन डिज़ीज़,वज़न कम होना, कब्ज़, बाल गिरना, मेनोपॉज़, आंखों में सूजन और किडनी सम्बन्धित परेशानियां भी हो सकती हैं।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

स्तनों में गांठ या सूजन

स्तनों का लाल होना

स्तन के आकार में परिवर्तन या बांह में सूजन

निप्पल्स से तरल स्त्राव

स्तनों में भारीपन और दर्द

यह हैं कारण

80 प्रतिशत केसों में 50 की उम्र के बाद मेनोपॉज होने पर महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। कम उम्र में इस बीमारी के होने के मुख्य कारण हैं:

30 साल की उम्र तक गर्भधारण न होना

मोटापा और शारीरिक रूप से सक्रिय न होना

गर्भनिरोधक दवाओं का अधिक सेवन

तनाव और डिप्रेशन

अनियमित दिनचर्या और जंक फूड का सेवन

धूम्रपान और शराब का सेवन

ज़्यादा उम्र में मेनोपॉज़ होना

पहचान की तकनीक

ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के कुछ खास तकनीक हैं

सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन

मैमोग्राफी, सोनोग्राफी, अल्ट्रासाउंड और स्तन एमआरआई और

बॉयोप्सी

छाती और पेट का सीटी स्कैन

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज

ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने के बाद सर्जरी, मैसेक्टोमी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी से कैंसर कोशिकाओं को मारा जाता है।

कैसे करें बचाव

स्तनपान करवाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है, इसलिए हर मां को अपने बच्चे को स्तनपान करवाना चाहिए।

वजन को नियंत्रित रखने के साथ ही

शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। महिलाएं सन्तुलित आहार लें और धूम्रपान से दूरी बनाएं। ये सारे तरीके ब्रेस्ट कैंसर से आपका बचाव करेंगे।



Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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