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Christmas 2024: एक ऐसा शहर जहां साल के 365 दिन मनाया जाता है क्रिसमस, सेंटा के आने पर खुदबखुद खुल जाते हैं दरवाजे

Merry Christmas 2024: 25 दिसंबर को हर साल क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है। इसका सभी को बेसब्री से इंतजार होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं एक शहर ऐसा भी है, जहां पूरे साल क्रिसमस सेलिब्रेट किया जाता है। आइए जानें इसके बारे में।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 7 Dec 2024 9:18 PM IST
Christmas 2024: एक ऐसा शहर जहां साल के 365 दिन मनाया जाता है क्रिसमस, सेंटा के आने पर खुदबखुद खुल जाते हैं दरवाजे
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Christmas 2024 (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Merry Christmas 2024: अब तक आपने तमाम ऐसे ही इबादत ग़ाहों के बारे में सुना होगा, जहां लोगों की मुंह मांगी मुराद पूरी हो जाती है। इसके अलावा कई ऐसी पवित्र जगहें भी हैं, जहां लोग किसी वजह से पहुंच नहीं पाते। लेकिन अपनी दिल की इच्छाओं के पूरा करने की चाहत से चिट्ठियां लिखकर भेजते हैं। ठीक, ऐसी ही एक जगह है, जहां के लिए लोगों की मुरादे चिट्ठियां लिखने से भी पूरी हो जाती हैं। इसके अलावा इस जगह सेंटा के आने पर खुदबखुद दरवाजे खुल जाते हैं। इस जगह की सबसे बड़ी खूबी है कि यहां 12 महीने क्रिसमस का उत्सव (Christmas Celebrations) मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस खास जगह से जुड़ी खूबियों के बारे में।

इंडियाना की खूबियां

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

दुनियाभर में एक ऐसी भी जगह है जहां की खूबसूरत प्राकृतिक छटाओं के अलावा कई पुरातात्विक इमारतों को देखने के लिए पर्यटकों का डेरा सालभर बना रहता है। लेकिन इन सबके अलावा भी सबसे खास बात यह है कि जहां लोग क्रिसमस सेलिब्रेट (Christmas) करने के लिए पूरे साल इंतजार करते हैं, वहीं इस शहर में हर रात क्रिसमस सेलिब्रेशन (Christmas Celebrations) जश्न का माहौल नजर आता है।

अमेरिका के एक राज्य इंडियाना (Indiana) में स्थित सेंटा शहर में ऐसा रोचक नजारा आपको देखने को मिलेगा। यह समेकित शहर-काउंटी सरकार के अधीन है। यह उत्तर में मिशिगन झील और मिशिगन राज्य, पूर्व में ओहियो, दक्षिण में केंटकी और पश्चिम में इलिनोइस से घिरा है। इंडियाना को 11 दिसंबर, 1816 को संघ के 19वें राज्य के रूप में स्वीकार किया गया था।

इंडियाना की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से सेवाओं, विनिर्माण और कृषि पर आधारित है। सेंटा क्‍लॉज शहर (Santa Claus City) अपने आप में दिलचस्‍प है। इस शहर के पश्चिम में लिंकन बॉयहुड नेशनल मेमोरियल, उनके बचपन के फार्म हाउस की याद में बनाया गया है। यहां अब्राहम लिंकन और उनकी मां नैन्सी हैंक्स लिंकन का दफन स्थल है। साथ ही लिंकन स्टेट पार्क और लिंकन सिटी पास में ही हैं।

सेंटा शहर में मिलती है वंडर लैंड जैसी दुनिया

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इस शहर में आकर लगता है जैसे कोई जादुई नगरी में आ चुके हों। जहां सबकुछ काल्पनिक और खूबसूरत रंगों से सजा हुआ नजर आता है। यहां दुनिया का एकमात्र डाकघर (Post Office) है, जिसका नाम क्रिसमस के नाम पर रखा गया है। इस डाकघर को हर साल दुनिया भर से सांता को लाखों पत्र मिलते हैं। स्वयंसेवकों का एक समूह, जिसे सांता के कल्पित बौने के नाम से जाना जाता है, यह सुनिश्चित करता है कि हर बच्चे को सांता क्लॉज़ से जवाब मिले। शहर में चारों तरफ़ सेंटा क्लॉज़ से जुड़ी तस्वीरें, बोर्ड, और रेस्टोरेंट नजर आते हैं।

यहां के रेस्टोरेंट में सेंटा के नाम की डिशेज भी मिलती हैं। शहर के बीचों-बीच क्रिंगल प्लेस और मुख्य शॉपिंग सेंटर है। यहां पर हॉलिडे वर्ल्ड (Holiday World) नाम से एक बहुत बड़ा थीम पार्क और सफ़ारी है। क्रिंगल प्लेस की ज़्यादातर दुकानों की थीम क्रिसमस (Christmas) की रहती है।

यहां की सीमा में एंट्री करने से पहले 10 फुट लम्‍बी सेंटा क्‍लॉज की मूर्ति स्‍वागत करते हुए नजर आएगी। इंडियाना के सेंटा क्लॉज़ शहर में 365 दिन क्रिसमस मनाया जाता है। यहां 19वीं शताब्‍दी से इस शहर को सेंटा बुलाया जा रहा है। 1856 से शहर के संग्राहलय में मौजूद पोस्ट ऑफिस के लीगल पेपर्स इस बात का प्रमाण पेश करते हैं कि इस शहर का नाम सेंटा क्‍लॉज के नाम पर क्यों रखा गया था।

सेंटा के स्वागत में खुल जाते हैं दरवाजे

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इस शहर को लेकर ऐसा ही एक किस्सा प्रचलित है, जिसमें क्रिसमस की रात में आग के चारों तरफ जब लोग बैठ कर जश्‍न मनाने में व्‍यस्‍त थे, तभी वहां के दरवाजे अपने आप खुलने लगे। दरवाजों के साथ घंटियां भी अपने आप बजने लगीं। तब से इस शहर का नाम सेंटा क्‍लॉज शहर रख दिया गया। इस शहर का एक नाम विट्टनबक भी रखा हुआ था। 1914 से आसपास के शहर से यहां सेंटा क्‍लॉज के लिए चिट्ठियां पहुंचने लगीं। ये चिट्ठियां इस जगह का महत्व समझने वाले और दुनिया भर से घूमने आने वाले पर्यटकों द्वारा भेजी जाती हैं। सेंटा का यहां एक ऑफिस और स्टॉफ है और इसकी आधिकारिक साइट भी है। सेंटा पूरे साल बच्चों की चिट्ठियों का जवाब देते हैं और उन्हें तोहफे भी भेजते हैं। यहां सेंटा सिर्फ डाक से पहुंची चिट्ठियों का ही जवाब देते हैं।

पूरे साल के दौरान सेंटा को अपने मेन पोस्ट ऑफिस में दुनिया के 200 देशों से 5 लाख से ज्यादा चिट्ठियां मिलती है और ज्यादातर का वह जवाब भी देते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, अब तक सेंटा को बीते सालों में करीब 2 करोड़ चिट्ठियां मिल चुकी हैं। मान्यता है कि इन चिट्ठियों में जो विश लिखकर लोग भेजते हैं वो अक्सर पूरी हो जाया करती हैं। यूं तो ये शहर सालभर पर्यटकों से भरा हुआ नजर आता है। लेकिन खासतौर से क्रिसमस के मौके पर यहां बड़ी संख्या में लोग नजर आते हैं।



Shreya

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