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दूध के साथ इन चीजों का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद

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Published on: 19 Jan 2018 7:58 AM GMT
दूध के साथ इन चीजों का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद
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डॉ. मनोज मिश्र

लखनऊ। आयुर्वेद में खानपान के बारे में विस्तार से बताया गया है। आयुर्वेद में यह भी बताया गया है कि दूध को किन चीजों के साथ लेना चाहिए और किसके साथ इसे लेने से नुकसान होता है। यहां जानते हैं कि कौन चीज किसके साथ लेना सेहत के लिए कैसे फायदेमंद होता है और इसकी विधि क्या होती है।

नियमित करें हल्दी वाले दूध का सेवन: पुराने समय में ठंड के दिनों में अधिकतर लोग रात में हल्दी मिले दूध का सेवन किया करते थे मगर अब इसका चलन काफी कम हो गया है। यही वजह है कि बीमारियां भी बढ़ रही हैं। हल्दी में विटामिन-ए, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। हल्दी और दूध एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इन दोनों का कॉम्बिनेशन प्राकृतिक दर्दनाशक का काम करता है। इसलिए इसे ठंड के दिनों में नियमित लेना चाहिए। इसे लेने का तरीका सामान्य है। 250 मिलीलीटर दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी और गुड़-चीनी डालकर उबाल लें। इसे रोजाना दिन में एक बार पी सकते हैं। सर्दी के मौसम में कच्ची हल्दी भी मिलती है। इसे लेना और अधिक फायदेमंद होता है।

हल्दी वाले दूध के फायदे : इसका नियमित सेवन करने से पुराने से पुराना जुकाम, कफ के साथ खांसी, गले में एलर्जी व दर्द, शरीर पर किसी भी प्रकार की चोट में दर्द या सूजन, खुजली, हृदय, फेफड़े, त्वचा, यूरिन और लीवर संबंधी तकलीफें दूर हो जाती हैं। यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है व इसके सेवन से खून भी साफ होता है।

इसका रखें ध्यान: अगर कोई डायबिटीज का रोगी है तो उसे हल्दी दूध बिना चीनी या गुड़ के ही लेना है। बिना चीनी डाले दूध में हल्दी मिलाकर लें तो शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। इस रूप में भी यह काफी फायदेमंद होता है।

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मुनक्का-दूध चुस्ती फुर्ती का टॉनिक: इन दोनों के मेल से शरीर को चुस्ती-फुर्ती मिलती है। इसे ठंड के मौसम में नियमित और गर्मी में कुछ दिन छोड़कर लेना काफी फायेदमंद होता है। इससे खून बढ़ता है और कई बीमारियों से भी बचाव होता है। इसको लेने का सबसे अच्छा तरीका है कि 250 मिलीलीटर दूध में दस मुनक्का लेकर उबाल लें। इसे उबालने के पहले बीज अवश्य निकाल लें। महीने में 10-15 दिन केवल रात के समय इसे ले सकते हैं।

मुनक्का के फायदे: यह पौष्टिक व रक्तवर्धक होता है जो खूनी बवासीर, गले व यूरिन में जलन, आखोंं में जलन व लालिमा आना, दिमाग की कमजोरी, बुखार व कब्ज में लाभदायक है। शरीर में दर्द, स्नायुतंत्र में गड़बड़ी, पैरों में ऐंठन और नक्सीर जैसी समस्याओं में लाभकारी है। इसका सेवन महिलाओं से संबंधित बीमारियों में भी लाभकारी होता है।

इसका ध्यान रखें: डायबिटीज व दमा का मरीज और कफ के साथ खांसी होने पर इसे न पीएं। कई बार ऐसे लोगों के लिए यह तकलीफ बढ़ा सकता है। ऐसे लोगों को इसे लेने से बचना चाहिए।

दूध-केला यानी एनर्जी ड्रिंक्स: दूध और केले का कॉम्बिनेशन न केवल कैल्शियम की पूॢत करता है बल्कि यह एलर्जी ड्रिंक्स की तरह भी काम करता है। अगर किसी का वजन मानक से कम है तो उसके लिए तो यह बहुत ही लाभकारी होता है। इसे लेने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि 250 मिलीलीटर दूध में एक केला काटकर पहले उबाल लें। इसे शेक के रूप में भी पी सकते हैं। अगर इसे उबाल नहीं सकते या फिर गर्मी का मौमस है तो केले को दू्ध के साथ मिक्स करके उसमें थोड़ा गुलाब जल मिलाकर भी ले सकते हैं।

केला-दूध के फायदे: यह मांसपेशियों को बढ़ाता है और बीमारियों के बाद की कमजोरी व थकान को दूर कर शरीर को ऊर्जा से भर देता है। हड्डियों व मांसपेशियों की मजबूती में मददगार है। पेट की जलन, एसिडिटी और गर्भवती महिलाओं के लिए यह काफी लाभकारी है। इसे डायटीशियन या डॉक्टर की सलाह पर नियमित भी लिया जा सकता है।

इसका रखें ध्यान: अगर कोई कब्ज, अधिक कॉलेस्ट्रोल और कफ की समस्या से पीडि़त है तो उसे इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इससे समस्या बढ़ सकती है।

दूध-बादाम बनाता है शक्तिशाली: दूध और बादाम दोनों ही कैल्शियम और विटामिन्स के अच्छे स्रोत हैं। इसके साथ ही इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन, फाइबर व मिनरल्स की पूॢत होती है। अक्सर कमजोरी होने पर डॉक्टर इसके सेवन की सलाह देते हैं। वहीं हैवी वर्कआउट करने वाले भी इसको पसंद करते हैं। इसको सबसे हेल्दी ड्रिंक्स मना जाता है। इसे लेने के लिए 250 मिलीलीटर दूध में 6 बादाम (बारीक पिसे हुए) व चीनी के साथ इलायची मिलाकर अच्छे से उबालकर रोजाना पी सकते हैं।

दूध-बादाम के फायदे: बुखार व पीलिया के बाद की कमजोरी दूर कर मांसपेशियों को मजबूती देता है। इसे नियमित लेने से याददाश्त में सुधार होता है। साथ ही यह आंतों, आंखों, पेट व गले में जलन और सूखी खांसी में भी लाभकारी है।

इसका ध्यान रखें: दस्त, भूख न लगने पर इसे न लें क्योंकि यह भारी प्रकृति का होता है। दूध से एलर्जी हो तो 50 ग्राम बादाम को पीसकर इससे तैयार दूध पी सकते हैं। अगर किसी का वजन ज्यादा है तो उनको डाइटीशियन की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।

दूध-पपीता पाचन के साथ एनर्जी बूस्टर: दूध-पपीता एक साथ लेने से विटामिन-सी व ई भरपूर मात्रा में मिलती है। यह न केवल पाचन को ठीक रखता है बल्कि इम्युनिटी बढ़ाने के साथ सुंदरता को भी बढ़ाता है। इसे लेने का तरीका अलग होता है। इसे ठंडे दूध के साथ लेना फायदेमंद होता है। 250 मिलीलीटर दूध में 50-100 ग्राम पपीता मिलाकर शेक बना लें। इसे नियमित लेना ठीक रहता है।

पपीता-दूध के फायदे: अगर किसी खून को कमी है तो वे इसे नियमित ले सकते हैं। डॉक्टर भी एनीमिया के रोगी को इसे पीने की सलाह देते हैं। यह पेट-लिवर के रोग दूर करने के साथ पाचनक्रिया सही करता है। इसमें विटामिन सी और ई होता है। इससे त्वचा का ग्लो भी बढ़ता है।

इसका ध्यान रखें: पपीता बहुत जल्दी पचता है। इसलिए पेचिश में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। कभी भी इसके लिए कच्चे पपीते का यूज नहीं करना चाहिए। इसके एसिड भारीपन लाते हैं। इसलिए इससे बचना चाहिए।

आयुर्वेद विशेषज्ञ, लखनऊ

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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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