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Momos Khane Ke Nuksan: क्या आप भी मोमोज खाना करते हैं पसंद, जानिए क्यों है ये सबसे खराब स्ट्रीट फ़ूड की श्रेणी में अव्वल

Momos Khane Ke Nuksan: क्या आप जानते हैं कि मोमोज़ आपकी सेहत के लिए कितना नुकसानदायक है आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे है कि ये आपकी सेहत के साथ कैसे खिलवाड़ करता है।

Shweta Srivastava
Published on: 29 Feb 2024 7:09 PM IST
Momos Good or Bad
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Momos Good or Bad (Image Credit-Social Media)

Momos Khane Ke Nuksan: अगर हम आपसे पूछें कि आपका पसंदीदा स्ट्रीट फ़ूड क्या है तो ज़्यादातर लोगों का जवाब मोमोज़ होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि ये आपकी सेहत को कितना नुकसान पहुँचता है। आज हम आपको मोमोज़ से होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं।

कितना खतरनाक है मोमोज़

मोमोज़ को पकाने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्रियों से लेकर जिन मसालों के साथ इसे परोसा जाता है, उनमें से कुछ भी ऐसा नहीं होता जो आपको किसी भी हाल में फायदा करे बल्कि ये आपके स्वस्थ को काफी हद तक नुकसान पहुँचता है।

भारत में पिछले एक दशक में मोमोज स्ट्रीट फूड का राजा बन गया है। इसकी वजह है मोमोज़ का आसानी से उपलब्ध होना, पोर्टेबल और स्टीमर के अलावा किसी अन्य सामग्री की आवश्यकता नहीं होने के कारण, ये बेहद आसान हैं। और सस्ते भी हैं: 20 रुपये में 4 पीस। ऐसे में हर कोई इन्हे बड़े चाव के साथ खाता है। लेकिन इसमें मौजूद इन सभी फायदों के कोई मायने नहीं हैं क्योंकि इसमें निहित नुकसान इन सबसे बढ़कर हैं।

इसे पकाने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्रियों से लेकर इसे परोसने के तरीके और जिन मसालों के साथ इसे परोसा जाता है, इस भाप से पकाए गए व्यंजन में वास्तव में कुछ भी स्वस्थ नहीं है। ये आपके लिए कई तरह से नुकसानदायक होता है।

दरअसल मोमोज मैदे (परिष्कृत आटे) से बनाए जाते हैं जो रेशेदार चोकर को हटाने के बाद अनाज का स्टार्चयुक्त हिस्सा होता है। फिर, इसे एज़ोडिकार्बोनामाइड, क्लोरीनेगास, बेंज़ॉयल पेरोक्साइड या अन्य ब्लीच जैसे रसायनों से ब्लीच किया जाता है। कई दावों में ये भी कहा गया है कि मैदा में एलोक्सन के अंश भी होते हैं, जो एक प्रकार का रसायन है जो इसे नरम, परिष्कृत बनावट देता है।

मैदे में मिलाए जाने वाले ब्लीचिंग रसायन अग्न्याशय को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे इसकी इंसुलिन-उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है। वास्तव में, इन ब्लीचिंग एजेंटों का उपयोग प्रयोगशाला परीक्षण के लिए कृंतकों में मधुमेह पैदा करने के लिए किया जाता है। एलोक्सन अग्न्याशय के लिए भी हानिकारक हैं और इंसुलिन पर निर्भर मधुमेह पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं।

मोमोज़ में इस्तेमाल की गयी सामग्रियां अधिकतर बासी या खराब गुणवत्ता वाली होती हैं। जिससे भी ये काफी खतरनाक बन जाता है। दरअसल मोमोज के अंदर इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियां और चिकन बासी या बहुत ही घटिया स्तर के होते हैं। वास्तव में, अधिकांश चिकन उत्पाद जो आपको अस्वच्छ, सस्ते दुकानों पर मिलते हैं, उनमें ई. कोली बैक्टीरिया के अंश पाए जाते है, जो एक शक्तिशाली विष है जो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

मोमो-चटनी भी है खतरनाक

अपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि मोमोज़ खाने का असली मज़ा इसकी स्पाइसी चटनी के साथ ही आता है। लेकिन ये चटनी इसे आपके लिए और भी ज़्यादा खतरनाक बना देती है। वैसे इसे बनाने का सभी का तरीका भले ही अलग होता है लेकिन इसके ज़्यादा इस्तेमाल से मसालेदार भोजन के अधिक सेवन से रक्तस्रावी बवासीर या बवासीर होने की आशंका होती है।

इसमें मल पदार्थ हो सकता है

इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन, पूसा के एक अध्ययन से पता चला है कि दिल्ली के स्ट्रीट फूड - विशेष रूप से समोसा, गोलगप्पे, बर्गर और मोमोज - में अनुमेय कोलीफॉर्म स्तर (50MPN के मुकाबले 2400MPN) से कहीं अधिक मल पदार्थ होता है। इन रोगजनकों में बैसिलस सेरेस, क्लोस्ट्रीडियम परफिरिंगेंस, स्टैफिलोकोकस ऑरियस और साल्मोनेला प्रजातियां शामिल थीं। ये दस्त, पेट में ऐंठन, टाइफाइड और यहां तक ​​कि खाद्य विषाक्तता के लिए जिम्मेदार हैं।

यदि आप अपने आहार में इतना फाइबर ले रहे हैं कि आप आसानी से कभी-कभार जंक फूड खा सकते हैं, तो आप इन्हे खा सकते हैं और अपनी मोमोज की प्लेट ले सकते हैं, लेकिन अगर आप इसे सप्ताह में कम से कम तीन बार खाना पसंद करते है, तो अब समय आ गया है कि आप इस आदत को अलविदा कहें. हालाँकि, सभी स्ट्रीट फूड आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, लेकिन कई कारणों के चलते मोमोज़ इस सूची में सबसे ऊपर है। अगर आप अभी भी इसे पसंद करते हैं और इनके बिना आपका काम नहीं चल सकता है, तो इन्हें घर पर बनाएं और इसके स्थान पर रेशेदार अनाज और ताजी सब्जियों का उपयोग करने का प्रयास करें।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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