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National Startup Day 2025 History: राष्ट्रीय स्टार्टअप डे क्यों मनाया जाता है

National Startup Day 2025 History: राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस 2025 भारत के आर्थिक विकास, नवाचार और रोजगार सृजन में स्टार्टअप के महत्वपूर्ण योगदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।

AKshita Pidiha
Written By AKshita Pidiha
Published on: 16 Jan 2025 2:33 PM IST
National Startup Day 2025 Date History and Significance
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National Startup Day 2025 Date History and Significance 

National Startup Day 2025 History: ग्लोबलाइजेशन के युग में भारतीय स्टार्टअप संस्कृति को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। गांवों और छोटे शहरों के रोजगार और विकास के सपनों को साकार करने के लिए स्टार्टअप्स की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। केंद्र सरकार ने नवाचार, उद्यमशीलता और आर्थिक विकास को गति देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्टार्टअप डे की शुरूआत की।

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस का इतिहास

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस पहली बार 16 जनवरी, 2022 को मनाया गया, जो 2016 में शुरू की गई स्टार्टअप इंडिया पहल के स्थापना दिवस को चिह्नित करता है। यह दिन राष्ट्र की प्रगति में स्टार्टअप समुदाय के महत्वपूर्ण योगदान को समर्थन देने और मान्यता देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।


राष्ट्रीय स्टार्टअप डे: उद्देश्य और महत्व

राष्ट्रीय स्टार्टअप डे का मुख्य उद्देश्य भारत में स्टार्टअप्स की अवधारणा को प्रोत्साहित करना और देशभर में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है।


यह दिन युवा पीढ़ी को उनके विचारों को व्यावसायिक रूप देने और उन्हें विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित करता है। स्टार्टअप डे न केवल नए और अनोखे विचारों को मान्यता देता है, बल्कि उन विचारों को आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन के लिए उपयोग में लाने का अवसर भी प्रदान करता है।

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय स्टार्टअप डे

  1. राष्ट्रीय स्टार्टअप डे को मनाने के कई कारण हैं।
  2. नवाचार को बढ़ावा देना: इस दिन का मुख्य उद्देश्य नए विचारों और तकनीकों को बढ़ावा देना है जो समाज के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
  3. युवाओं को प्रेरित करना: यह दिन युवाओं को उनके विचारों पर काम करने और उन्हें व्यावसायिक रूप में बदलने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  4. आर्थिक विकास: स्टार्टअप्स नए रोजगार के अवसर पैदा करते हैं और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं।
  5. ग्लोबल नेटवर्किंग: यह दिन स्टार्टअप्स को वैश्विक मंच पर अपने उत्पाद और सेवाओं को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करता है।

स्टार्टअप क्लब की प्रेरक कहानी

कुछ साल पहले, जब भारत के प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया, तो इसका एक मुख्य पहलू उद्यमशीलता को बढ़ावा देना था।


‘स्टार्टअप इंडिया’ अभियान के तहत कई स्टार्टअप्स ने अपनी यात्रा शुरू की और आज वे अपने क्षेत्रों में सफलता के नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। इनमें से कई स्टार्टअप्स ने न केवल भारतीय बाजार में अपनी पहचान बनाई, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।

कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय स्टार्टअप डे?

  1. राष्ट्रीय स्टार्टअप डे पूरे देश में बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
  2. सम्मेलन और कार्यशालाएं: उद्यमियों, निवेशकों और विशेषज्ञों के लिए विशेष सम्मेलन और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं, जहां वे अपने अनुभव साझा करते हैं।
  3. स्टार्टअप प्रदर्शनी: देशभर के स्टार्टअप्स को अपने उत्पाद और सेवाओं को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है।
  4. पुरस्कार वितरण समारोह: उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्टार्टअप्स को पुरस्कार और मान्यता दी जाती है।
  5. नेटवर्किंग इवेंट्स: उद्यमियों और निवेशकों को एक मंच पर लाने के लिए नेटवर्किंग इवेंट्स का आयोजन किया जाता है।

स्टार्टअप्स की सफलता की कहानियां

  1. भारत में कई स्टार्टअप्स ने अद्वितीय सफलता प्राप्त की है। इनमें से कुछ प्रमुख हैं:
  2. फ्लिपकार्ट: एक छोटे से ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में शुरू हुआ यह स्टार्टअप आज भारत का सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन चुका है।
  3. जोमैटो: यह फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म न केवल भारत में बल्कि कई अन्य देशों में भी लोकप्रिय है।
  4. पेटीएम: डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला यह स्टार्टअप आज हर भारतीय की जरूरत बन चुका है।
  5. ओयो रूम्स: बजट फ्रेंडली होटल बुकिंग के लिए यह स्टार्टअप आज विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है।

राष्ट्रीय स्टार्टअप डे 2025: विशेष आयोजन

  1. 2025 में राष्ट्रीय स्टार्टअप डे को और भी भव्य रूप से मनाने की तैयारी की जा रही है। इस साल के आयोजनों में मुख्य आकर्षण होंगे:
  2. स्टार्टअप ओलंपियाड: जहां विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप्स अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
  3. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट: जिसमें अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश के अवसर तलाशेंगे।
  4. नवाचार प्रतियोगिता: जहां युवा प्रतिभाएं अपने अनोखे विचार प्रस्तुत करेंगी।

महत्व और भविष्य की संभावनाएं

राष्ट्रीय स्टार्टअप डे का महत्व केवल एक दिन के उत्सव तक सीमित नहीं है। यह दिवस भारत के भविष्य को दिशा देने का एक साधन है। स्टार्टअप्स न केवल नए रोजगार के अवसर पैदा करते हैं, बल्कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का भी कार्य करते हैं।

राष्ट्रीय स्टार्टअप डे 2025 न केवल उद्यमशीलता का उत्सव है, बल्कि यह भारत के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दिवस देश के युवाओं को अपने सपनों को साकार करने और उन्हें एक नई दिशा देने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से भारत न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनेगा, बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान स्थापित करेगा।


स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत, स्टार्टअप्स को वाणिज्य मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के साथ पंजीकरण करना आवश्यक है। इस पंजीकरण के बाद, स्टार्टअप्स को कई लाभ प्राप्त होते हैं, जिनमें शामिल हैं: श्रम और पर्यावरण कानूनों के लिए स्व-प्रमाणन की सुविधा, पेटेंट आवेदन के लिए रियायती शुल्क का प्रावधान, पेटेंट दाखिल करने में छूट, आयकर अधिनियम की धारा 80IAC के तहत कर में छूट, एंजल टैक्स से छूट, कंपनी बंद करने की प्रक्रिया को सरल बनाना, और सार्वजनिक खरीद के लिए सरल मानदंड।

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस 2025 क्यों मनाया जाता है

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस 2025 भारत के आर्थिक विकास, नवाचार और रोजगार सृजन में स्टार्टअप के महत्वपूर्ण योगदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।


स्टार्टअप तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने और रचनात्मक समाधानों के माध्यम से सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस दिन का उद्देश्य उद्यमियों को प्रेरित करना और भारत को नवाचार और आत्मनिर्भरता के केंद्र में बदलने में उनके प्रयासों को मान्यता देना है।

इस समारोह में इस बात पर भी जोर दिया गया:

  1. योगदान की सराहना : भारत के विकास की ‘रीढ़’ के रूप में स्टार्टअप की भूमिका पर प्रकाश डालना।
  2. नवप्रवर्तन को प्रोत्साहित करना : नवीन दृष्टिकोणों के साथ महत्वपूर्ण चुनौतियों को सुलझाने में योगदान देने के लिए नए उद्यमियों को प्रेरित करना।
  3. नीति और पारिस्थितिकी तंत्र समर्थन : स्टार्टअप इंडिया योजना जैसी सरकारी पहलों को सुदृढ़ करना , जो वित्तीय, नियामक और मार्गदर्शन सहायता प्रदान करती है।

भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम

  1. भारत वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है , जिसमें 2023 तक 115,000 से ज़्यादा स्टार्टअप को मान्यता मिल चुकी है।
  2. यह इकोसिस्टम तकनीक, स्वास्थ्य सेवा, कृषि और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में फैला हुआ है। इस वृद्धि को समर्थन देने वाली प्रमुख पहलों में शामिल हैं:
  3. MAARG प्लेटफॉर्म: स्टार्टअप्स के लिए मार्गदर्शन और सहायता।
  4. क्रेडिट गारंटी योजना: स्टार्टअप्स को कार्यशील पूंजी तक पहुंच के लिए वित्तीय सहायता।

प्रभाव

  1. 13 जनवरी, 2025 तक, स्टार्टअप इंडिया के फंड ऑफ फंड्स प्रोग्राम के तहत 4,000 से अधिक स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान की गई। इसके अलावा, यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की संख्या बढ़कर 110 से अधिक हो गई है।
  2. इसके अतिरिक्त, स्टार्टअप इंडिया के तहत अटल नवाचार मिशन (AIM) और राष्ट्रीय नवाचार विकास और संवर्धन पहल (NIDHI) जैसे कार्यक्रम स्टार्टअप्स को आधारभूत संरचना और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
  3. 2021 में शुरू की गई MeitY (आईटी मंत्रालय) की स्टार्टअप एक्सेलरेटर फॉर प्रोडक्ट इनोवेशन, डेवलपमेंट और ग्रोथ (SAMRIDH) योजना, चार वर्षों में 300 सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट स्टार्टअप्स को सहायता प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इसके लिए 99 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें प्रत्येक स्टार्टअप को अपने व्यवसाय को विस्तार देने के लिए एक्सेलरेटर के माध्यम से 40 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।


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