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New Year 2023 Success Tips: अपने बच्चे को हर संकट से दूर रखने और उनके उज्जवल भविष्य के लिए करें नए साल पर ये उपाय
New Year 2023 Success Tips: नया साल 2023 आने में बस कुछ ही दिन बाकी हैं। अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए, उनकी तरक्की के लिए आपको कुछ बहुत ही खास उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपके बच्चों के लिए आने वाला साल बहुत खुशहाल और उन्नति भरा हो।
New Year 2023 Tips for Success: संतान का सुख हर माता-पिता के लिए भगवान की सबसे अनोखी देन है। हर माता-पिता अपने बच्चों को दुनिया की सारी खुशियां देने की कोशिश करते हैं।अपने बच्चों के हमेशा सुख रहने की कामना करते हैं और ईश्वर से यही दुआ करते हैं उनके बच्चों पर कभी कोई संकट न आएं। अपने बच्चों की जिदंगी को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयत्न करते हैं। जिससे आगे जीवन में कभी भी बच्चों पर कोई नीचा न गिरा सकें, अपनी मेहनत और लगन के दम पर वे ऊंचाईयों को छुएं, वो हर मुश्किल को आसानी से पार कर लें और उनको कभी धन की कमी न हो।
ऐसे में अब नया साल 2023 आने में बस कुछ ही दिन बाकी हैं। अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए, उनकी तरक्की के लिए आपको कुछ बहुत ही खास उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपके बच्चों के लिए आने वाला साल बहुत खुशहाल और उन्नति भरा हो।
करें ये उपाय
माता-पिता संतान प्राप्ति के लिए
शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान श्रीकृष्ण भगवान विष्णु जी के आठवें अवतार हैं। भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण लड्डू गोपाल की पूजा से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
आपको बता दें, कि नए साल में पहला व्रत पुत्रदा एकादशी का रखा जाएगा।
ये पौष पुत्रदा एकादशी नए साल पर 2 जनवरी 2023 को है।
2 जनवरी पुत्रदा एकादशी को जिन दंपत्तियों के संतान नहीं है वे भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक करें और गोपी चंदन, वैजयंती के फूल अर्पित करें। भक्ति-भाव से बालगोपाल लड्डू गोपाल को माखन का भोग लगाएं।
इसके बाद इस मंत्र का जप करें।
ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते । देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
ऐसी मान्यता है कि बहुत जल्द दंपत्ति को संतान सुख की प्राप्ति होगी।
बच्चों की उन्नति और रक्षा के लिए
धार्मिक ग्रंथों में संतान की सुख-समृद्धि और उसे हर संकट से बचाने के लिए इस मंत्र का जप करें।
श्री कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत: क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नम:।
साथ ही नए साल पर सच्चे भक्तिभाव से उपरोक्त दिए गए मंत्र का जप करते हुए भगवान कृष्ण के चरणों में मोरपंख अर्पित करें।
इसके बाद इस मोरपंख उसी जगह रख दें, जहां बच्चे की निगाहें हर रोज अधिकतर समय पड़ती हो।
साथ ही बच्चे को इस मोरपंख को हमेशा अपने साथ रखने को दें।
ऐसी मान्यता है कि ये मोरपंख संकटों से रक्षा करता है।