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Nostradamus Ki Bhavishyawani: नास्त्रेदमस कौन थे, क्या था इनकी भविष्यवाणीयों का राज?
Nostradamus Ki Bhavishyawani Ka Rahasya: पोप फ्रांसिस (Pope Francis) की बिगड़ती सेहत को नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी से जोड़ा जा रहा है...
Nostradamus Ki Bhavishyawani Ka Rahasya
Nostradamus Ki Bhavishyawani Ka Rahasya: नास्त्रेदमस, जिनका पूरा नाम मिशेल दा नास्त्रेदम (Michel de Nostredame) था, एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी भविष्यवक्ता, चिकित्सक और ज्योतिषी थे। 16वीं शताब्दी में जन्मे नास्त्रेदमस अपनी रहस्यमयी भविष्यवाणियों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने अपनी भविष्यवाणियाँ ‘लेस प्रॉफेतीस’(Les Prophéties) नामक पुस्तक में लिखीं, जिसमें उन्होंने सांकेतिक भाषा और गूढ़ शैलियों का प्रयोग किया। उनकी कई भविष्यवाणियों को बाद में सच होते देखा गया, जिससे लोग उन्हें एक असाधारण ज्योतिषी मानने लगे। उनके अनुयायी मानते हैं कि उन्होंने अनेक ऐतिहासिक घटनाओं, जैसे फ्रांसीसी क्रांति, हिटलर के उदय, और 9/11 हमलों की सटीक भविष्यवाणी की थी।
उनकी भविष्यवाणियों में विश्व युद्धों, प्राकृतिक आपदाओं, राजनीतिक उथल-पुथल और कई ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख मिलता है। कुछ लोग उन्हें दिव्यदृष्टा मानते हैं, तो कुछ उनकी भविष्यवाणियों को मात्र संयोग मानते हैं। लेकिन, चाहे जो भी हो, नास्त्रेदमस का नाम आज भी रहस्य और भविष्य के अनसुलझे सवालों से जुड़ा हुआ है। उनकी भविष्यवाणियाँ आज भी लोगों को आश्चर्यचकित और चिंतित करती हैं, जिससे वे इतिहास के सबसे चर्चित भविष्यवक्ताओं में गिने जाते हैं।
इस लेख में हम नास्त्रेदमस की जीवनी का विस्तृत विश्लेषण करेंगे।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा - Early Life and Education
नास्त्रेदमस(Nostredame) का जन्म 14 दिसंबर 1503 को फ्रांस के सेंट-रेमी-डी-प्रोवेंस (Saint-Rémy-de-Provence) में हुआ था। उनका परिवार यहूदी मूल का था, लेकिन ईसाई धर्म स्वीकार कर चुका था। उनके पिता जक़स द नोस्ट्रेदाम (Jaume de Nostredame) एक नोटरी थे।
बचपन से ही नास्त्रेदमस की रुचि गणित, खगोलशास्त्र और औषधि विज्ञान में थी। उन्होंने एविग्नन विश्वविद्यालय (University of Avignon) में अध्ययन किया, लेकिन वहाँ प्लेग महामारी फैलने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी। बाद में, उन्होंने मोंटपेलियर विश्वविद्यालय (University of Montpellier) से औषधि विज्ञान (Medicine) में डिग्री प्राप्त की और एक चिकित्सक के रूप में कार्य किया।
ज्योतिष और भविष्यवाणी की दुनिया में प्रवेश – Entry into World of Astrology and Prophecy
नास्त्रेदमस केवल एक चिकित्सक नहीं थे, बल्कि उन्हें ज्योतिष और गूढ़ विद्या में भी गहरी रुचि थी। उन्होंने विभिन्न खगोलीय गणनाओं और रहस्यमयी ग्रंथों का अध्ययन किया और भविष्यवाणियाँ करने लगे। 1547 में, उन्होंने शादी कर ली और अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सैलोन-डी-प्रोवेंस में बस गए। इसी समय उन्होंने भविष्यवाणियों पर गंभीरता से काम करना शुरू किया।
उनकी प्रमुख कृति 'लेस प्रॉफेतीस’ (Les Prophéties)- His Major Work 'Les Prophéties
नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियों को चार-पंक्तियों वाली कविताओं (quatrains) में लिखा, जिसे Les Prophéties नामक पुस्तक में संकलित किया गया। यह पुस्तक पहली बार 1555 में प्रकाशित हुई थी और इसमें 942 क्वाट्रेन शामिल थे। उनकी लिखी भविष्यवाणियाँ इतनी रहस्यमयी और गूढ़ थीं कि वे सीधे समझ में नहीं आतीं। इस कारण, उनके अनुयायी और आलोचक दोनों उनकी व्याख्या विभिन्न तरीकों से करते हैं।
नास्त्रेदमस की प्रसिद्ध भविष्यवाणियाँ - Famous Prophecies of Nostradamus
फ्रांसीसी क्रांति (1789):- नास्त्रेदमस की एक भविष्यवाणी में कहा गया था कि जनता राजाओं के विरुद्ध उठ खड़ी होगी और उन्हें सत्ता से हटाएगी। यह फ्रांसीसी क्रांति के दौरान देखा गया जब राजा लुई सोलहवें को जनता ने सत्ता से बेदखल कर दिया।
नेपोलियन बोनापार्ट का उदय:- उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि एक व्यक्ति गरीब परिवार से उठेगा और फ्रांस पर शासन करेगा। यह भविष्यवाणी नेपोलियन बोनापार्ट के जीवन से मेल खाती है।
एडोल्फ हिटलर का उदय:- नास्त्रेदमस ने एक भविष्यवाणी में एक ‘हिस्टर’ नामक व्यक्ति के बारे में लिखा, जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचाई। कई लोग मानते हैं कि यह नाम हिटलर का संकेत था।
9/11 का हमला (2001):- उनकी भविष्यवाणी में लिखा था कि 'आकाश में आग का गोला दिखाई देगा और दो बड़े टावर गिरेंगे।' इसे न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले से जोड़ा जाता है।
कोरोना महामारी (2019-2020):- उनकी एक भविष्यवाणी में ‘महामारी’ का जिक्र किया गया था जो पूरे विश्व में फैलेगी। इसे COVID-19 महामारी से जोड़ा जाता है।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियाँ और भारत से जुड़ा रहस्य - Nostradamus' Prophecies and the Mystery Related to India
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को अक्सर भारत से जोड़कर देखा जाता है। 10वीं सेंचुरी की 75वीं चौपाई में कहा गया है कि "एक महान व्यक्ति एशिया में अवतरित होगा, जिसे ईश्वर का अवतार माना जाएगा और पूर्व के सभी राजा उसकी सत्ता स्वीकार करेंगे।" इसे भारत में किसी महान संत या नेता के उदय से जोड़ा जाता है।
सेंचुरी 10 की 96वीं चौपाई में उल्लेख है कि "सागर के नाम वाले धर्म की जीत होगी और एक विशेष जाति से संघर्ष होगा।" कई व्याख्याओं में इसे हिंदू धर्म से जोड़ा जाता है, लेकिन इसकी सटीक व्याख्या रहस्यपूर्ण बनी हुई है।
पहली सेंचुरी की 50वीं चौपाई में कहा गया है कि "जहां तीन समुद्र मिलते हैं, वहां एक महान व्यक्तित्व जन्म लेगा, जिसे गुरुवर के रूप में पूजा जाएगा और उसकी प्रसिद्धि एवं शक्ति भूमि और समुद्र दोनों में फैलेगी।" इसे भारतीय उपमहाद्वीप और किसी महान संत या नेता से जोड़कर देखा जाता है।
इसके अलावा, नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को इंदिरा गांधी के भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनने और उनकी हत्या, राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने और आकस्मिक मृत्यु जैसी ऐतिहासिक घटनाओं से भी जोड़ा गया है। हालाँकि, उनकी भविष्यवाणियों की व्याख्या अलग-अलग तरीकों से की जाती है, लेकिन भारत को लेकर की गई ये भविष्यवाणियाँ आज भी शोध और चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी और पोप की सेहत का क्या है राज – Pope’s health & Nostradamus Prophecies
हाल ही में कैथोलिक चर्च के शीर्ष धर्मगुरु पोप फ्रांसिस(88) की बिगड़ती सेहत को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं, और इसी के साथ नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियाँ एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई हैं। उनकी किडनियां नाकाम हो चुकी हैं, जिससे उनकी सेहत को लेकर गंभीर चिंताएँ उठ रही हैं। लोग आशंकित हैं कि उनकी हालत और न बिगड़ जाए। नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियों में कैथोलिक चर्च और पोप के भविष्य को लेकर कई संकेत दिए थे, जिनकी व्याख्या आज के संदर्भ में की जा रही है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि नास्त्रेदमस ने एक बड़े धार्मिक नेता के पद छोड़ने या निधन की भविष्यवाणी की थी, जिसे लोग पोप फ्रांसिस की सेहत से जोड़कर देख रहे हैं। पोप फ्रांसिस लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और उनके चर्च के नेतृत्व को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। अगर नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो यह कैथोलिक चर्च और वैश्विक राजनीति पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।
हालाँकि, नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को कई बार अलग-अलग व्याख्याओं के आधार पर देखा जाता है, लेकिन इतिहास गवाह है कि उनकी कई भविष्यवाणियाँ सच साबित हुई हैं। ऐसे में पोप फ्रांसिस की बिगड़ती सेहत को लेकर बढ़ती चर्चा ने एक बार फिर नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को वैश्विक बहस का विषय बना दिया है।
2025 को लेकर क्या थी नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी- Nostradamus' Prophecies regarding 2025
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार, साल 2025 दुनिया के लिए कठिनाइयों से भरा हो सकता है। प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के कारण लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। भूकंप, जंगल की आग और बाढ़ जैसी आपदाएँ भारी तबाही मचा सकती हैं। इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर युद्ध की घटनाएँ भी भयावह स्थिति पैदा करेंगी। कई लोग इसे रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व संघर्ष से जोड़कर देख रहे हैं। साथ ही, नास्त्रेदमस ने साइबर संकट की आशंका भी जताई है, जो दुनिया के लिए एक नई चुनौती बन सकती है। यदि उनकी भविष्यवाणियाँ सच साबित होती हैं, तो 2025 एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण वर्ष साबित हो सकता है।