November 2024 Vrat Tyohar: नवंबर में पड़ेंगे ये मुख्य व्रत-त्योहार, शुरू होंगे सभी मांगलिक कार्य, देखें लिस्ट

Festivals In November 2024: नवंबर माह में दिवाली, छठ पूजा, गोवर्धन पूजा, देव उठनी एकादशी और तुलसी विवाह जैसे व्रत त्योहार पड़ने वाले हैं। आइए जानें डेट सहित इन पर्वों की जानकारी।

Shreya
Written By Shreya
Published on: 21 Oct 2024 2:33 AM GMT
November 2024 Vrat Tyohar: नवंबर में पड़ेंगे ये मुख्य व्रत-त्योहार, शुरू होंगे सभी मांगलिक कार्य, देखें लिस्ट
X

November 2024 Vrat Tyohar (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

November 2024 Festival Full List: अक्टूबर महीना खत्म होने में बस दस दिन का समय बाकी है। अक्टूबर की तरह अगले महीने यानी नवंबर में भी त्योहारों (Festivals In November 2024) की लाइन लगी हुई है। नवंबर माह में दिवाली, छठ पूजा, गोवर्धन पूजा, देव उठनी एकादशी और तुलसी विवाह जैसे व्रत त्योहार (November Mein Vrat Tyohar) पड़ने वाले हैं। ये सभी त्योहार हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में शामिल हैं। आइए जानते हैं नवंबर महीने में पड़ने वाले व्रत त्योहार की लिस्ट (November Mein Padne Wale Tyohar)।

नवंबर में पड़ने वाले व्रत-त्योहार (November 2024 Vrat Tyohar List)

अगले माह नवंबर 2024 में हिंदी कैलेंडर के कार्तिक और मार्गशीर्ष महीने पड़ेंगे। इसमें कई महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं। आइए जानते हैं इन त्योहारों की डेट के बारे में।

1 नवंबर, दिवाली

इस बार दिवाली पूजा की डेट को लेकर लोगों में काफी कंफ्यूजन है। कोई कह रहा है कि दिवाली 31 अक्टूबर को है तो किसी का कहना है कि 1 नवंबर को ये त्योहार मनाया जाएगा। दरअसल, दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस साल ये तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 1 नवंबर को शाम 6 बजकर 16 मिनट पर होगा। ऐसे में कहा जा रहा है कि उदयातिथि के हिसाब से 1 नवंबर को ही दीपों का त्योहार मनाया जाएगा।

2 नवंबर, गोवर्धन पूजा और अन्नकूट

हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। इस साल दो नवंबर को गोवर्धन पूजा होगी। इस दौरान घर के बाहर गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसकी पूजा की जाती है। साथ ही इस पूजन में गायों की पूजा का भी विशेष महत्व होता है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

3 नवंबर, भाईदूज

भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है, जिसे यम द्वितीया के नाम से भी जानते हैं। यह पर्व दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी दीर्घायु और धन संपदा की कामना करती हैं।

5-8 नवंबर, छठ पूजा

छठ एक महापर्व है, जिसे दुनियाभर में मनाया जाता है, लेकिन यूपी और बिहार में इसकी धूम ही अलग होती है। यह पर्व चार दिनों तक चलता है। इस दौरान महिलाएं 36 घंटे तक व्रत करती हैं। इस साल 5 नवंबर को नहाय खाय और 6 नवंबर को खरना है। वहीं, 7 नवंबर को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। फिर 8 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाएगा।

9 नवंबर, गोपाष्टमी

कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी को गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी दिन से भगवान श्री कृष्ण और बलराम ने गौ-चारण की लीला शुरू की थी।

10 नवंबर, अक्षय नवमी

आंवला नवमी को अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन किया गया पुण्य कार्य कभी खत्म नहीं होता है। अगर आप इस दिन दान, पूजा-अर्चना, भक्ति, सेवा आदि करते हैं तो इससे कई जन्म तक पुण्य मिलता है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

12 नवंबर, देवउठनी एकादशी/तुलसी विवाह

हिंदू धर्म में देवउठनी एकादशी का बेहद महत्व है। ऐसा कहते हैं कि इस दिन भगवान विष्णु 4 माह की योगमुद्रा के बाद उठते हैं और इसके बाद से सभी मंगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। मान्यता है कि भगवान विष्णु आषाढ़ शुक्ल एकादशी को चार महीने के लिए सो जाते हैं। इसलिए इन चार महीनों में देव शयन के कारण सभी मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। देवउठनी एकादशी के शुभ अवसर पर तुलसी विवाह का पर्व भी मनाया जाएगा।

Shreya

Shreya

Next Story