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Prakash Padukone Biography: कभी वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी थे प्रकाश पादुकोण, ऐसा रहा बैडमिंटन करियर
Prakash Padukone Records: प्रकाश पादुकोण को आज भले ही आप दीपिका के पिता के रूप में जानते हों, लेकिन वह कभी वर्ल्ड नंबर 1 बैडमिंटन प्लेयर रह चुके हैं। आइए जानें उनके बारे में।
Prakash Padukone Career: एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। आज वह वर्ल्डवाइड फेमस हैं। दीपिका की तरह उनके पिता प्रकाश पादुकोण (Prakash Padukone) भी पूरी दुनियाभर में अपनी पहचान रखते हैं। इस समय वह बैडमिंटन खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन पर बयान देकर चर्चा में आए हैं। प्रकाश पादुकोण भारत के बैडमिंटन कोच (Prakash Padukone Coach) हैं। उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि अब समय आ गया है कि खिलाड़ियों को अपने खेल की जिम्मेदारी लेनी होगी क्योंकि उन्हें सरकार, फेडरेशंस द्वारा हर तरह का सपोर्ट दिया जा रहा है।
प्रकाश पादुकोण भारत के पूर्व स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। अपने शानदार खेल के जरिए वह विश्व में नंबर 1 स्थान पर भी रह चुके हैं। आइए जानते हैं प्रकाश पादुकोण के करियर और रिकॉर्ड के बारे में। साथ ही हम जानेंगे उनकी लाइफस्टाइल और नेटवर्थ के बारे में।
प्रकाश पादुकोण बायोग्राफी (Prakash Padukone Biography In Hindi)
बात जब भी भारत के महान बैडमिंटन खिलाड़ियों की होती है तो इस लिस्ट में प्रकाश पादुकोण (Prakash Padukone) का नाम जरूर शामिल किया जाता है। 10 जून, 1955 को कर्नाटक में जन्में प्रकाश पादुकोण ही वो खिलाड़ी हैं, जिन्होंने वर्ल्ड लेवल पर बैडमिंटन में भारत को पहचान दिलवाने में मदद की। साथ ही देश में बैडमिंटन की सफलता की नींव रखी भी उन्होंने ही रखने का काम किया।
प्रकाश पादुकोण के पिता रमेश कई वर्षों तक मैसूर बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव थे और उन्होंने ही प्रकाश को इस खेल से दीक्षित किया था। उन्होंने महज 7 साल की उम्र में 1962 में अपना पहला आधिकारिक टूर्नामेंट खेला, जो कि कर्नाटक राज्य जूनियर चैंपियनशिप था। लेकिन इसमें वह पहले ही दौर में हार गए थे। हालांकि, दो साल बाद वह राज्य जूनियर खिताब जीतने में सफल रहे।
7 सालों तक रहे नेशनल चैंपियन
इसके बाद उन्होंने अपने खेल की शैली में बदलाव किया और इसे और भी आक्रामक कर दिया। जिसने उन्हें 1972 में भारतीय राष्ट्रीय जूनियर खिताब जीतने में मदद की। उसके बाद उन्होंने उसी साल सीनियर खिताब भी जीता। इसके बाद प्रकाश पादुकोण लगातार 7 सालों तक राष्ट्रीय खिताब पर कब्जा किए रहे। वह 1972 से 1978 तक नेशनल चैंपियन रहे।
1980 में बने वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी
1978 में उन्होंने कनाडा के इडमॉन्टॉन में अपना पहला प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। 1978 में कॉमनवेल्थ गेम्स (1978 Commonwealth Games) खेला गया और प्रकाश ने दुनिया के स्टार शटलरों को धूल चटाते हुए पुरुष एकल का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 1979 में लंदन में "इवनिंग ऑफ चैंपियंस" जीता। 1980 में डेनिश ओपन, स्वीडिश ओपन जीता और ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में पुरुष एकल खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने। उनकी प्रतिभा ने उन्हें 1980 में विश्व में नंबर 1 रैंकिंग पर पहुंचा दिया। 1980 से 1985 के दौरान इस खिलाड़ी ने 15 अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए थे।
साल 1991 में कॉम्पिटेटिव खेलों से संन्यास लेने के बाद थोड़े समय के लिए उन्होंने भारतीय बैडमिंटन संघ (Badminton Association of India) के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं। 1993-1996 के दौरान वे भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच भी रहे।
अवॉर्ड (Prakash Padukone Awards)
साल 1972 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किए गए।
1982 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
फैमिली (Prakash Padukone Family)
प्रकाश पादुकोण ने अपनी दूसरी चचेरी बहन उज्जला पादुकोण से शादी की है। खिलाड़ी की दो बेटियां हैं, दीपिका और अनीशा। दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) प्रोफेशन से एक एक्ट्रेस हैं और छोटी बेटी अनीशा (Anisha Padukone) गोल्फ खिलाड़ी हैं।
प्रकाश पादुकोण नेटवर्थ (Prakash Padukone Net Worth)
बात करें प्रकाश पादुकोण के नेटवर्थ की तो उनकी टोटल नेटवर्थ के बारे में तो सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन उनकी अनुमानित कुल संपत्ति लगभग $5 मिलियन के करीब है।