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Positive Thinking Day 2024: पॉजिटिव थिंकिंग डे का क्या महत्त्व है, भेजिए अपने परिवार और दोस्तों को सकारात्मक सन्देश

Positive Thinking Day 2024 : 13 सितम्बर को पॉजिटिव थिंकिंग डे है। आइये जानते हैं क्यों मनाया जाता है ये दिन साथ ही क्या है इसका महत्त्व है।

Shweta Srivastava
Published on: 12 Sept 2024 4:45 PM IST
पॉजिटिव थिंकिंग डे 2024
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पॉजिटिव थिंकिंग डे 2024 (Image Credit-Social Media)

Positive Thinking Day 2024: 13 सितंबर को पॉजिटिव थिंकिंग डे है ऐसे में आप भी अपनी सोच को पॉजिटिव बनाये और कुछ ऐसे विचारों को दूसरों तक पहुँचायें जो उनके जीवन में सकारात्मकता का संचार करें। आइये कुछ ऐसे ही मोटिवेशनल थॉट्स जानते हैं और अपने परिवार व दोस्तों के बीच आप इसे साझा भी कर सकते हैं।

पॉजिटिव थिंकिंग डे 2024 (Positive Thinking Day 2024)

दरअसल पॉजिटिव थिंकिंग डे या सकारात्मक सोच दिवस पहली बार साल 2003 में मनाया गया था। एक अमेरिकी उद्यमी सकारात्मकता और सकारात्मक सोच के लिए एक दिन समर्पित करने का विचार लेकर आया था। दिन का एकमात्र लक्ष्य हर समय सकारात्मक दृष्टिकोण रखना है।

सकारात्मक सोच से बहुत लाभ मिलता है। अध्ययनों से पता चलता है कि सकारात्मक सोच न केवल हमारी भावनात्मक भलाई के लिए, बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी है। इसमें हृदय रोगों के जोखिम को कम करने और तनाव और चिंता को कम करने की शक्ति है। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि सकारात्मक सोच किसी व्यक्ति के जीवनकाल को भी बढ़ा सकती है और उसे लंबे समय तक स्वस्थ रख सकती है। वास्तव में, सकारात्मक सोच आपके शरीर के लिए इतनी महत्वपूर्ण है कि ये सामान्य सर्दी जैसी छोटी बीमारियों के प्रति प्रतिरक्षा और प्रतिरोध बनाने में मदद कर सकती है। आइये एक नज़र डालते हैं कुछ सकारात्मक विचारों पर।

सकारात्मक विचार (Motivational Thoughts)

  • पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च न करो कि पैसा खर्च करने के लिए जिंदगी में वक़्त ही न मिले।
  • जिंदगी पल-पल ढलती है, जैसे रेत मुठ्ठी से फिसलती है..शिकवे कितने भी हों हर पल, फिर भी हंसते रहना क्योंकि ये जिंदगी जैसी भी है बस एक ही बार मिलती है।
  • एक समय में एक काम करो..और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें ड़ाल दो और बाकि सबकुछ भूल जाओ।
  • खुद के बारें में न किसी पीर से पूछो न किसी फक़ीर से पूछो…बस कुछ देर आंखें बंद कर अपने ज़मीर से पूछो।
  • ख़ुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी नहीं मिलेगी, लेकिन ख़ुश होकर काम करोगे तो ख़ुशी जरूर मिलेगी।
  • जिंदगी में कुछ नेक काम ऐसे भी करने चाहिए जिनका, उस ऊपर वाले के सिवा कोई दूसरा गवाह ना हो।
  • जब भी ज़िंदगी आपको पटक दे या पीछे ढकेल दे, तो समझ जाना एक बड़ी छलांग लगाने का समय आ गया है।
  • निंदा उसी की होती हैं जो जिंदा है, मरने के बाद तो सिर्फ तारीफ होती है।
  • सब कुछ काॅपी हो सकता है लेकिन चरित्र और व्यवहार नहीं।
  • अपनी सोच को काबू में रखिए, क्योंकि आपकी सोच ही असलियत का रूप लेगी।
  • जब कोई ‘हाथ’ और ‘साथ’ दोनो छोड़ देता है.. तब कुदरत कोई ना कोई उंगली पकड़ने वाला भेज ही देता है।
  • ग़म की चादर हटाओ और ज़रा देखो बाहर, औरों के दर्द से तो तुम्हारा दर्द कम है।
  • किस्मत और सुबह की नींद, कभी समय पर नहीं खुलती।
  • मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वो विश्वास करता है वैसा बन जाता है।
  • सब्र कोई कमज़ोरी नही होती है, ये वो ताकत होती है जो सब में नहीं होती।
  • अगर नियत अच्छी हो तो नसीब कभी बुरा नहीं होता।
  • अगर आप उन बातों और परिस्थितियों की वजह से चिंतित हो जाते हैं, जो आपके नियंत्रण में नहीं; तो इसका परिणाम समय की बर्बादी और भविष्य का पछतावा है।
  • आप दुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा दुखी रहेंगे, आप सुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे, क्योंकि आप जिस पर ध्यान देते हैं वहीं चीज सक्रिय हो जाती है।
  • सच की राहों पर चलो तो फायदा ही फायदा होता है, क्योंकि इस राह पर भीड़ हमेशा कम होती है।
  • पैरों में आई मोच और छोटी सोच इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती है।
  • पैसा हैसियत बदल सकता है, औक़ात नहीं।
  • बुरा वक्त रुलाता है, मगर बहुत कुछ सिखा कर जाता है।
  • तुझसे कोई शिकायत नहीं है ऐ जिंदगी, जो भी दिया वही बहुत है।
  • हर पतंग को एक दिन कचरे के डिब्बे में जाना होता है, मगर उससे पहले एक दिन आसमान छूकर दिखाना होता है।
  • यदि जीवन में कुछ बड़ा मिल जाए तो छोटे को नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि जहां काम सुई का होता है वहां तलवार काम नहीं आती है।
  • दीपक कभी नहीं बोलता बल्कि उसका प्रकाश उसका परिचय देता है, वैसे ही आप खुद के बारे में कुछ भी न बोलें, अच्छे कार्य करते रहें वही आपका परिचय देंगे।
  • यदि आपको लोग सिर्फ ज़रूरत पड़ने पर ही याद करते हैं तो इसका अफ़सोस नहीं करना चाहिए बल्कि गर्व महसूस करना चाहिए, क्योंकि एक छोटी मोमबत्ती की याद तभी आती है जब चारों ओर अंधेरा हो।
  • यदि आप अपनी सोच को सकारात्मक बनाना चाहते हो तो हाई कैरेक्टर वाले लोगों के साथ रहो और सकारात्मक विचारों की किताबें पढ़ो।
  • मैं खुद की तुलना केवल अपने उच्चतम स्वः से करता हूं।
  • मैं सबमें फिट होने की कोशिश नहीं कर रहा हूं, क्योंकि मैं अलग दिखने के लिए पैदा हुआ हूं।
  • मैं खुद की दूसरों से तुलना करने से परहेज करता हूं।
  • सुंदरता सभी आकारों और आकारों में आती है।
  • यदि आप सोचते हो कि आप कर सकते हो तो यकीन मानिये आप कर सकते हो।
  • महान सफलता हासिल करने वाले व्यक्ति कभी फालतू की बातों में समय बर्बाद नहीं करते, वे हमेशा रचनात्मक सोचते हैं और अपनी सफलता को प्राप्त करते हैं।
  • मैं संबंधित हूं, और मैं काफी अच्छा हूं।
  • मेरी मर्जी के बिना कोई मुझे हीन महसूस नहीं करवा सकता।
  • मैं अपने आप को ऐसे लोगों से घेरता हूं जो मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।
  • मैं दूसरों में सुंदरता देखता हूं।
  • मैं जैसा हूं, वैसा ही संपूर्ण और संपूर्ण हूं।
  • मैं अपनी भावनाओं को नियंत्रित करता हूं; वे मुझे नियंत्रित नहीं करते।
  • मैं इस दुनिया के लिए आत्म-दया महसूस करने के लिए बहुत बड़ा उपहार हूं।
  • आज का दिन मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन है।
  • मुझे अपनी खूबियों का मालिक बनना पसंद है क्योंकि मुझे पता है कि कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता है।
  • मैं अपने सिवा किसी और की तरह नहीं दिखना चाहता।
Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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