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Ramoji Rao Lifestyle: कैसी ज़िन्दगी जीते थे रामोजी फिल्म सिटी के फाउंडर रामोजी राव, 87 साल की उम्र में हुआ निधन
Ramoji Rao Lifestyle: शनिवार सुबह 8 जून को हैदराबाद की रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव का निधन हो गया, आइये जानते हैं कैसी ज़िन्दगी जीते थे मीडिया दिग्गज रामोजी राव।
Ramoji Rao Lifestyle: हैदराबाद की रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक और मीडिया दिग्गज रामोजी राव का शनिवार सुबह 8 जून को निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने हैदराबाद के स्टार हॉस्पिटल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। मिली जानकारी के मुताबिक वो पुरानी बीमारी और उम्र से संबंधित स्वास्थ्य जटिलताओं से पीड़ित थे। कथित तौर पर उन्हें श्वसन संबंधी समस्याओं और उच्च रक्तचाप के कारण 5 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आइये जानते हैं कैसा जीवन जीते थे रामोजी राव।
रामोजी राव लाइफस्टाइल (Ramoji Rao Lifestyle)
नवंबर 1936 में आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेदापरुपुडी में जन्में रामोजी राव ने व्यापार जगत में अपने करियर की शुरुआत चिटफंड व्यवसाय से की, जिसने उनके भविष्य के उद्यमों को आगे बढ़ने में अहम भूमिका निभाई। उनका पूरा नाम चेरुकुरी रामोजी राव था। उन्हें क्रिकेट देखना बेहद पसंद था।
रामोजी राव ने गुडीवाड़ा कॉलेज से बी.एससी की डिग्री प्राप्त की थी इसके पहले उन्होंने गुडीवाड़ा म्यूनिसिपल हाई स्कूल से अपनी पढ़ाई की थी। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने दिल्ली में एक विज्ञापन एजेंसी के लिए एक कलाकार के रूप में काम भी किया और यहीं से उन्होंने अपने करियर की शुरूआत की।
रामोजी राव का करियर
1974 में, उन्होंने ईनाडु लॉन्च किया, जो जल्द ही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के तेलुगु भाषी राज्यों में सबसे प्रभावशाली समाचार पत्रों में से एक बन गया। क्षेत्रीय मुद्दों और सामुदायिक समाचारों पर ईनाडु के फोकस ने इसे बड़ी संख्या में पाठक वर्ग जुटाने में मदद भी की।
राव के नेतृत्व में, ईनाडु समूह ने टेलीविजन (ईटीवी), एक फिल्म निर्माण कंपनी (उषा किरण मूवीज़), और कई अन्य क्षेत्रीय समाचार पत्रों और पत्रिकाओं सहित मीडिया उद्यमों की एक विस्तृत सीरीज़ को शामिल करने के लिए विस्तार किया। वहीँ साल 1996 में राव ने हैदराबाद के पास रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की। जो आज 2,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। आपको बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो कॉम्प्लेक्स होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी इसके नाम दर्ज है। रामोजी फिल्म सिटी में कई विशाल फिल्म सेट, साउंड स्टेज और अन्य मनोरंजन विकल्प शामिल हैं। पिछले कुछ सालों में, यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के साथ-साथ फिल्म निर्माण का केंद्र भी बन गया है।
पद्म विभूषण से सम्मानित थे रामोजी राव
राव को मीडिया और व्यवसाय के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले। उन्हें 2016 में भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।
रामोजी राव का परिवार
उनके माता पिता का नाम वेंकट सुब्बम्मा और चेरुकुरी वेंकट सुब्बैया था। मीडिया दिग्गज रामोजी राव की शादी रुक्मिणी राव से हुई थी और उनके दो बेटे हुए। उनके छोटे बेटे सुमन प्रभाकर की 2012 में ल्यूकेमिया से मृत्यु हो गई। इसके पहले चेरुकुरी रामोजी राव ने रामोजी समूह का नेतृत्व किया, जिसके लेबल के तहत उनके पास मनोरंजन से लेकर खुदरा और शिक्षा तक विभिन्न व्यवसाय रहे।
रामोजी राव नेटवर्थ
2021 तक उनकी कुल संपत्ति 4.7 अरब डॉलर (41,706 करोड़ रुपये) दर्ज की गई थी। रामोजी फिल्म सिटी की बात करें तो ये 1666 एकड़ में फैली हुई है। यहाँ के बड़ी फिल्मों की शूटिंग हुई है जिसे देखने यहाँ दुनियाभर से हर दिन लाखों की तादाद में लोग आते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट
नरेंद्र मोदी ने भी रामोजी राव के निधन पर दुःख जताते हुए ट्वीट किया,उन्होंने लिखा, "श्री रामोजी राव गरू का निधन अत्यंत दुःखद है। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय मीडिया में क्रांति ला दी। उनके समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर अमिट छाप छोड़ी है। अपने उल्लेखनीय प्रयासों से उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के नये मानक स्थापित किये।"उन्होंने आगे लिखा," रामोजी राव गरू भारत के विकास को लेकर बेहद भावुक थे। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनकी बुद्धिमत्ता से लाभ उठाने के कई अवसर मिले। इस कठिन समय में उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।"