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Sleeping Effects Brain: ज्यादा नींद से खराब होता है दिमाग

Sleeping Effects Brain: नई रिसर्च में पता चला ही कि कम नींद की तरह जरूरत से ज्यादा नींद भी ब्रेन के लिए खतरनाक है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Monika
Published on: 14 Nov 2021 2:38 PM IST
Sleeping habbit
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ज्यादा नींद से खराब होता है दिमाग (photo : सोशल मीडिया )

Sleeping Effects Brain: रात की अच्छी नींद (raat ki neend) कई कारणों से बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। रात की भरपूर नींद से शरीर को अपने आप को रिपेयर करने में मदद मिलती है। वहीं, पर्याप्त नींद नहीं लेने से दिल की बीमारी (dil ki bimari) और डायबिटीज के अलावा अल्जाइमर जैसी बीमारियों का भी रिस्क बढ़ जाता है। लेकिन अब नई रिसर्च में पता चला ही कि कम नींद (sleeping effects on brain) की तरह जरूरत से ज्यादा नींद भी ब्रेन के लिए खतरनाक है।

वाशिंगटन यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के अनुसार, जो खतरे और जोखिम कम नींद के होते हैं, वही खतरे ज्यादा नींद (neend se khatra) के भी होते हैं। ये रिसर्च 70 से 80 वर्ष उम्र वालों के बीच की गयी थी। कई प्रयोगों और प्रतिभागियों की सेहत के फैक्टर को ध्यान में रखते हुए शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला कि साढ़े चार घंटे से कम और साढ़े छह घंटे से ज्यादा सोने वालों में मानसिक क्षमताएं प्रभावित होने लगती हैं। यह असर ठीक उसी तरह का होता है जो उम्र बढ़ने के साथ देखा जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार जितनी नींद ली जाती है उसकी क्वालिटी भी बहुत मायने रखती है।

रिसर्च के निष्कर्ष के अनुसार जो प्रतिभागी अधिक सोते थे उनमें मानसिक क्षमताओं में गिरावट ठीक उसी तरह थी जितनी बहुत कम सोने वालों में थी। पहले की गयी कुछ रिसर्च में भी अधिक नींद और ब्रेन पर असर का सम्बन्ध पाया जा चुका है लेकिन ऐसा क्यों होता है ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।

सात से आठ घंटे की नींद बहुत जरूरी..

अभी तक तो ये कहा जाता रहा है कि सात से आठ घंटे की नींद बहुत जरूरी होती है लेकिन नई रिसर्च इस धारणा को ख़ारिज करती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि नींद को घंटों में मापने की बजाये नींद की क्वालिटी को नापा जाए तो ज्यादा बेहतर होगा। नींद (neend na aana disease) अगर गहरी नहीं है, बार बार टूट जाती है तो इससे डिमेंशिया पैदा होने का ख़तरा बढ़ जाता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, नींद की क्वालिटी को प्रभावित करने वाले कई कारक होते हैं। जिनमें बीमारी, लाइफस्टाइल और तनाव बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा जेनेटिक संरचना भी एक महत्वपूर्ण चीज है जो नींद को प्रभावित करती है।

अच्छी नींद के उपाए (acchi nind ke upay)

बेहतर क्वालिटी की नींद के लिए एक्सपर्ट्स सुझाव देते हैं कि व्यायाम और स्वस्थ डाइट को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। ये दोनों चीजें अगर ठीक नहीं हैं तो सीधे ब्रेन तक असर जाता है। बहरहाल, शोधकर्ताओं का कहना है कि 4.5 से 6.5 घंटे की क्वालिटीयुक्त नींद सबसे बेहतर है, हालाँकि कभी कभार ज्यादा नींद लेने से कोई नुकसान नहीं होने वाला है।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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