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Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर करें ये ख़ास उपाय, घर में सुख-शांति और पितरों का मिलेगा आशीर्वाद

Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर इस साल एक ख़ास संयोग बन रहा है जिससे ये दिन बेहद ख़ास हो जाता है। आइये जानते हैं इसकी तिथि, शुभ मुहूर्त और ख़ास संयोग क्या है।

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Newstrack Network
Published on: 2 Sept 2024 8:55 AM IST (Updated on: 2 Sept 2024 8:55 AM IST)
Somvati Amavasya 2024
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Somvati Amavasya 2024 (Image Credit-Social Media)

Somvati Amavasya 2024: इस साल सोमवती अमावस्या पर ख़ास संयोग पड़ रहा है ऐसे में आप इस दिन कुछ ख़ास उपाय कर सकते हैं और इससे आपके जीवन में सुख समृद्धि आती है और साथ ही आपको पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है। आइये जानते हैं क्यों इस साल ये दिन ख़ास होने वाला है और किस दिन पड़ेगी सोमवती अमावस्या।

हिन्दू धर्म में अमावस्या का बेहद महत्त्व है वहीँ सोमवार के दिन अमावस्या का पड़ना और भी ज़्यादा ख़ास होता है। ऐसे में सनातन धर्म के लोग इसे सोमवती अमावस्या के रूप में मनाते हैं। आपको बता दें कि इस साल सितम्बर महीने में ये दिन मनाया जायेगा। इसके साथ ही अगर आप इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में आस-पास की नदियों का पानी लेकर उससे स्नान, दान करते हैं तो इससे आपके पितर प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद भी आपको मिलता है।

इस दिन सुहागिने भी अपने पति की लम्बी आयु और खुशहाल जीवन की कामना करतीं हैं। साथ ही ये व्रत रहने से साधक के जीवन में सुख शांति भी बनी रहती है। ये संतान की खुशहाली और सुखी जीवन के लिए भी रखा जाता है। आपको बता दें कि भाद्रपद में सोमवती अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है इसके अलावा इस दिन क्या करना विशेष फलदाई है आइये जानते हैं।

किस दिन है सोमवती अमावस्या

इस साल भाद्रपद माह की अमावस्या तिथि 2 सितंबर को सुबह 05:21 मिनट पर शुरू है जो अगले दिन 3 सितंबर को सुबह 07:24 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में इसे 2 सितम्बर को मनाया जायेगा। ऐसी भी मान्यता है कि इस तिथि पर अगर पितरों का श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान कर दिया जाए तो जीवन के कई कष्टों का अंत होता है और जीवन खुशहाल हो जाता है।

शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त:- सुबह 04:38 मिनिट से सुबह 05.24 मिनिट तक.

पूजा मुहूर्त:- सुबह 06:09 मिनिट से सुबह 07:44 मिनिट तक

सोमवती अमावस्या को पितरों और शिव पूजा के लिए ख़ास माना गया है। इस दिन साधक को सूर्योदय से पहले किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। इसके बाद आपको भगवान शिव जी का अभिषेक कच्चे दूध में दही,शहद मिलाकर करिये। इसके साथ ही चौमुखी घी का दीपक जलाकर शिव चालीसा का पाठ करें। इस दिन सुहागिनें अगर व्रत रहतीं हैं तो उनके पति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं साथ ही उनपर किसी भी तरह का कोई संकट नहीं आता है। इस दिन आपको पवित्र नदी में स्नान कर सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। इसके साथ ही साथ मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं, चीटिंयों को आटा डालें।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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