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Stress And Prostate: ज्यादा तनाव से हो सकता है प्रोटेस्ट कैंसर, इन खाद्य पदार्थों से दूर करें ये समस्या
Stress And Prostate: खान-पान की अनिमितता के कारण प्रोटेस्ट कैंसर कम उम्र के लोगों को होने लगा है। प्रोस्टेट में कोशिकाओं की असामान्य, घातक वृद्धि से बनने वाले ट्यूमर को प्रोस्टेट कैंसर कहा जाता है।
Stress And Prostate: पुरुषों में पाया जाने वाला प्रोटेस्ट कैंसर सामान्यतः अधिक उम्र में होता है। लेकिन आज कल की ख़राब जीवन शैली और खान -पान की अनिमितता के कारण अब प्रोटेस्ट कैंसर कम उम्र के लोगों को होने लगा है। बता दें कि प्रोस्टेट में कोशिकाओं की असामान्य, घातक वृद्धि से बनने वाले ट्यूमर को प्रोस्टेट कैंसर कहा जाता है। ये कैंसर शरीर के अन्य क्षेत्रों में भी फ़ैल सकता है।
प्रोटेस्ट कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हद से ज्यादा तनाव भी इस बीमारी को दावत दे सकता है। इतना ही नहीं पुरुषों में पाए जाने वाले ब्रेस्ट कैंसर कैंसर उपचार के साइड एफेक्ट में लिंग के खड़े होने में शिथिलता और नित्य कर्म पर नियंत्रणहीनता और यह डर कि कैंसर फिर से हो जाएगा हमेशा ही बना रहता है। लेकिन उपायों को अपनाकर हर एक पुरुष अपने प्रोस्टेट को स्वस्थ रख कैंसर से बचा सकता है।
शुरूआती स्टेज में प्रोस्टेट कैंसर का उपचार सम्भव होता है। इसलिए इसके लक्षणों को पहचान कर इसका इलाज करवाना जरुरी होता है। बता दें कि किसी भी उम्र के पुरुष पीएसए जांच और डिजिटल रेक्टल द्वारा प्रोस्टेट कैंसर की जांच करवा सकते हैं। बीच -बीच पुरुषों को ये जांच करवा लेनी चाहिए। इसके अलावा कुछ खाने का सामान या चीजो को भी पहचानना बेहद आवश्यक है जो प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
ये खाना बढ़ा सकता है प्रोस्टेट कैंसर का खतरा
- रेड मीट का नाम इस श्रेणी में सबसे ऊपर हैं। जी हां , रेड मीट का नियमित सेवन प्रोस्टेट कैंसर को जन्म दे सकता है।
- ग्रिल्ड या अधपका मांस का सेवन भी प्रोस्टेट कैंसर का कारण बन सकता है।
- रेड मीट और संसाधित मीट खाने से भी ये समस्या उत्पन्न हो सकती हैं।
- आजकल कम आयल के खाने के नाम पर मांस को टिक्का ग्रिल करके खाने से बचें।
- उन केमिकल या टोक्सिन से बचें जो कैंसर पैदा कर सकते हैं। खतरनाक केमिकल और टोक्सिन आप में प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क को बढ़ा सकते हैं।
- रोज़ाना अत्यधिक मसालेदार भोजन करने से बचें।
- बिना धोये सब्जी और फलों का सेवन भी इस समस्या को बढ़ा सकता है।
इसलिए हमेशा ऐसे भोजन का चुनाव करना उचित होता है जो कैंसर के कीटाणुओं को मार कर आपको स्वस्थ बनाये रखने में मदद करें। इसके लिए ऐसे खाद्य सामग्रियों की पहचान बेहद जरुरी है। जिनमें कुछ प्रमुख हैं।
- हरी पत्तेदार सब्जियां
- फूल गोभी
- ब्रॉकली
- करमसाग
- बंदगोभी
इन सभी सब्जियों में कैंसर को मारने वाले यौगिक पदार्थ 'ग्लुकोसिनोलेट' मौजूद होने के कारण जब यह सल्फर युक्त पदार्थ टूटते हैं तो फाइटो न्यूट्रिएन्ट बनते हैं जो शरीर में कैंसर बनने से रोकने में सहायक होता है।
प्रोस्टेट कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण
- पेशाब करने मे मुश्किल या जलन होना।
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना, खासकर रात में।
- मूत्र या वीर्य में खून आना।
- मूत्र करने मे दर्द होना।
- कुछ मामलों में, स्खलन पर दर्द।
- इरेक्शन करने या बनाए रखने में कठिनाई।
- बैठने पर दर्द या बेचैनी होना।
- प्रोस्टेट बढ़ जाना।
इसके लक्षण हो सकते हैं। जिन्हें तुरंत पहचान कर डॉक्टर के पास जाकर सलाह लेनी चाहिए।
प्रोस्टेट कैंसर से बचने के लिए कुछ कारगर उपाये हैं जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते है। जिनमें कुछ प्रमुख होते हैं :
- ग्रीन टी पीएं
रोज़ाना ग्रीन टी पीने से पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा काफी कम हो जाता है। इतना ही नहीं दिन में कम से कम 2 बार इसके सेवन से पुरुषों का प्रोस्टेट स्वास्थ्य काफी अच्छा रहता है।
- मछली का सेवन
ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली का सेवन भी प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है। क्या आप जानते हैं कि सप्ताह में एक बार मछली का सेवन आपको प्रोस्टेट कैंसर होने के रिस्क को 63 प्रतिशत तक कम कर देता है। बता दें कि ओमेगा 3 फैटी एसिड वाली मछलियों में ईपीए और डीएचए होता है जो प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने में मदद करता है।
- प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है साधना
कई रिसर्च में इस बात की पुष्टि की गयी है कि ज्यादा तनाव कैंसर का कारण हो सकता है। आप सोच रहे होंगें कि प्रोस्टेट कैंसर से बचने के लिए साधना कैसे मदद कर सकता है? तो जानिये ये सच है क्योंकि आपके योग और साधना का सीधा असर आपके मन की शक्ति और उसका आपके रोगक्षम तंत्र पर पड़ता है जिससे आपका तनाव कम होकर आपको शान्ति मिलने के साथ तनाव भी कम होता है। जिससे प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा भी काफी कम हो जाता है।
- व्यायाम
रोज़ाना व्यायाम से आपके प्रोस्टेट स्वास्थ्य पर अच्छा लाभ होता है।बता दें कि शारीरिक गतिविधि प्रोस्टेट कैंसर का रिस्क 19 प्रतिशत तक कम कर देती है। कुछ शोध में ये बात सामने आयी है कि व्यायाम प्रोस्टेट कैंसर से बाहर निकलने में काफी सहायक होता है।
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